Advantages of E-Commerce ई-कॉमर्स के फायदे kya hai?

ई-कॉमर्स के फायदे (Advantages of E-Commerce) ई-कॉमर्स के प्रमुख फायदे हैं।

• ई-कॉमर्स इक्वालायज़र के रूप में कार्य करता है (E-Commerce serves as an equalizer) यह शुरूआती दौर के, छोटे तथा मध्यम आकार के व्यापारियों को वैश्विक बाजार में पहुँचने में मदद करता है।

• ई-कॉमर्स मास कस्टमाइजेशन को सम्भव करता है। ( E-commerce makes mass customization possible)- इस क्षेत्र के ई-कॉमर्स एप्लिकेशन्स में आसानी से प्रयोग किये जाने वाले ऑडरिंग प्रणाली (ordering systems) शामिल होते हैं, जिसकी सहायता से ग्राहक अपने इच्छा के अनुरूप उत्पादों का चयन कर ऑर्डर दे सकते हैं ।

उदाहरणस्वरूप, कोई कार निर्माता कम्पनी जो ई-कॉमर्स रणनीति के तहत व्यापार करती हैए ऑर्डर के अनुसार गाड़ी तैयार कर सकती है जो ग्राहक के विवरण के अनुसार होगा। यह और अच्छे से कार्य कर सकता है, यदि कम्पनी का निर्माण प्रक्रिया उन्नत किस्म का है तथा ऑडरिंग सिस्टम के साथ जुड़ा है।

ई-कॉमर्स नेटवर्क उत्पादन की अनुमति देता है। (E-commerce allows network production) अर्थात् कम्पनी की उत्पादन प्रक्रिया को उन सभी ठेकेदारों (contractors) को भेज देना जो भौगोलिक रूप से तो बिखरे हैं, परन्तु कम्प्यूटर नेटवर्क के माध्यम से आपस में जुड़े हैं।

नेटवर्क उत्पादन के कारण लागत में कमी के साथ ही यह अधिक रणनीतिक टारगेट मार्केटिंग प्रदान करता है। इसके साथ ही इससे अतिरिक्त उत्पादों, सेवाओं तथा वैसी प्रणालियों को बेचने में मददगार होती है जो समय की माँग होती है।

नेटवर्क प्रोडक्शन के कारण, कोई कम्पनी दुनिया के विभिन्न फैक्टरियों मं अपनी आवश्यकताओं को भेज सकते हैं, जो उस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं।

ई-कॉमर्स उपभोक्ता के लिए सहायक है (E-Commerce is helpful to the cosumer) उपभोक्ता-व्यापार (C2B) लेनदेन में ग्राहकों या उपभोक्ताओं का अधिक महत्त्व होता है। वे अपने आवश्यकताओं तथा रूचियों के अनुसार सामान को बनवा सकते हैं।

तथा सेवाओं की डिलीवरी (delivery) कैसे हो, यह भी सुनिश्चित हो सकता है। फलस्वरूप उपभोक्ता के लिए विकल्प अधिक होते हैं।

ई-कॉमर्स में उत्पादन प्रक्रिया तेज तथा अधिक खुला होता है, जिस पर ग्राहकों का बहुत अधिक नियंत्रण होता है।

ई-कॉमर्स के कारण उत्पादों का बाजार तथा उससे सम्बन्धित सूचना हमेशा उपलब्ध रहता है तथा इनके कीमत अधिक पारदर्शी होते हैं, जिससे ग्राहक खरीदारी से सम्बन्धित कम से कम कीमत के मामले में ज्यादा उपयुक्त निर्णय ले पाते हैं।

• ई-कॉमर्स के पीछे ड्राइविंग फोर्स (Driving forces behind E-Commerce) कम से कम तीन ऐसी शक्तियों है जो ई-कॉमर्स में ईंधन का काम कर रही हैं। ये आर्थिक शक्तियाँ, कस्टमर और मार्केटिंग इंटरएक्शन शक्तियाँ तथा टेक्नॉलॉजी विशेषकर मल्टीमीडिया कनवर्जेन्स (multimedia convergence) है।

आर्थिक शक्ति (Economic Force) : ई-कॉमर्स के सबसे स्पष्ट लाभ आर्थिक सामर्थ्य (economic efficiency) है। ई-कॉमर्स के आर्थिक सामर्थ्य के मूल कारण ये हैं-

कम्यूनिकेशन लागत में कमी

कम कीमत का प्रौद्योगिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर

कम प्रचार लागत

सप्लायर्स के साथ सस्ती तथा तेज इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन

सस्ती कस्टमर सेवा

आर्थिक एकीकरण बाहरी अथवा आंतरिक है। आर्थिक एकीकरण से तात्पर्य कम्पनियों, सप्लायरों, ग्राहकों तथा स्वतंत्र ठेकेदारों का इण्टरनेट के माध्यम से एक वर्चुअल वातावरण में आपस में जुड़ा होना है।

आंतरिक एकीकरण से तात्पर्य दूसरी ओर कम्पनी के अंदर विभागों का आपस में जुड़ा होना है। इसकी सहायता से महत्वपूर्ण व्यापार सूचना डिजीटल रूप में संग्रहीत होते हैं जो इलेक्ट्रॉनिक रूप में कभी भी प्राप्त किये जा सकते हैं।

आंतरिक एकीकरण का सबसे अच्छा उदाहरण कॉरपोरेट इण्टरनेट है। प्रॉक्टर व गैम्बल, आई.बी.एम., इण्टेल कुछ कंपनियों के उदाहरण हैं जिनके कारपोरेट इण्टरनेट अत्यंत प्रभावशाली है।

बाजार शक्ति (Market Force) छोटे तथा बड़े दोनों ही प्रकार की कम्पनियों को बाजार में उतरने तथा अन्तर्राष्ट्रीय : बाजार पर काबू करने के लिए ई-कॉमर्स अत्यंत शक्तिशाली कारक हैं। इण्टरनेट, इसलिए, ग्राहक सेवा तथा सपोर्ट के लिए महत्वपूर्ण माध्यम है। इसके माध्यम से कम्पनियों अपने ग्राहकों को उत्पाद की विस्तृत जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

प्रौद्योगिकी शक्ति (Technology Force) : ई-कॉमर्स के विकास में आई.सी.टी. (ICT) अर्थात् इंफॉरमेशन तथा कम्यूनिकेशन प्रौद्योगिकी (Information And Communication Technology) मुख्य कारक है।

उदाहरण के लिए डिजीटल सामग्री में प्रगति, ओपन सिस्टम प्रौद्योगिकी का संप्रेषण तथा प्रोमोशन कम्यूनिकेशन सेवाओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाने में अहम् भूमिका निभाई है।

फलस्वरूप कम्यूनिकेशन अधिक प्रभावशाली हुआ है तथा इसमें गति, सहजता आई है और यह सस्ती हुई है।

ग्राहकों, कर्मचारियों, सप्लायर्स, वितरक तथा प्रतिस्पर्धियों को जोड़ता है (Link customers, workers, suppliers, distributors and competitors): ई-कॉमर्स संगठन नेटवर्क (organization networks) को बढ़ावा देता है

जिसमें छोटी कम्पनियाँ ग्राहकों की आवश्यकताओं को ठीक ढंग से पूरा करने हेतु सप्लाई तथा उत्पाद वितरण (distribution) के लिए पार्टनर कम्पनियों पर निर्भर करती हैं।

ग्राहकों, कर्मचारियों, सप्लायरों, वितरकों तथा प्रतिस्पर्धियों (competitors) को जोड़ने वाली नेटवर्क शृंखला को व्यवस्थित करने के लिए एक एकीकृत या विस्तारित सप्लाई चेन मैनेजमेण्ट समाधान (Supply Chain Management solution) की आवश्यकता होती है।

सप्लाई चेन मैनेजमेण्ट (Supply Chain Management) या एस. सी.एम. (SCM) को सामग्री (material), सूचना तथा वित्त के निरीक्षण के रूप में परिभाषित किया जाता है।

यह निरीक्षण सप्लायर, उत्पादनकर्ता से लेकर थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता और उपभोक्ता तक चलता है। इसमें कम्पनियों के अंदर तथा उनके मध्य इन प्रक्रिया के समन्वय तथा एकीकरण शामिल होते हैं।

किसी भी प्रभावी सप्लाई चेन मैनेजमेण्ट का उद्देश्य चेन के अगले लिंक तक सामान तथा सेवाओं का बिल्कुल ठीक समय पर निरीक्षण करना होता है।

By Ram

मेरा नाम राम है और मैं इस वेबसाइट को मैनेज करता हूं. मेरी बचपन से ही Computer में बहुत ही अधिक रुचि थी, और मैं पिछले 5 साल से कंप्यूटर के बारे में सीख रहा हूं सीखते सीखते मैंने यह सोचा क्यों ना मुझे यह सब जानकारी मेरे उन दोस्तों के साथ शेयर करनी चाहिए जो कि कंप्यूटर के बारे में सीखना चाहते हैं और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं यही कारण है कि हमने यह ब्लॉग आप लोगों के लिए बनाया है.

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