Computer Kya hai ?


मान लीजिये, आप एक विद्यार्थी या एक अध्यापक या किसी क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं और आपसे पूछा जाता है कि कम्प्यूटर क्या है ? क्या आपके द्वारा ‘नहीं’ में उत्तर देना उचित है ? यह बहुत आश्चर्यजनक है कि कोई व्यक्ति शिक्षित होते हुए भी यह न जाने कि कम्प्यूटर क्या है। यह अविश्वसनीय प्रतीत होता है।

आजकल हर जगह कम्प्यूटर विद्यमान है और पृथ्वी पर रहने वाला कोई भी व्यक्ति इस के अस्तित्व के सत्य को नकार नहीं सकता। जब आप किसी डिपार्टमेन्टल स्टोर में जाते हैं तो देखते हैं कि एक बार कोड रोडर आपके द्वारा खरीदे गये सामान पर बने बार कोड को जाँचता है और एक कम्प्यूटर से जुड़ा हुआ प्रिन्टर आपको बिल बनाकर देता है। एक बुद्ध बक्से जैसी दिखने वाली मशीन ने हमारी पूरी जीवन शैली को बदल दिया है। पोस्टकार्डस का स्थान ई-मेल ने ले लिया है। बैंकिंग ने नये आयाम ग्रहण कर लिये हैं टिकट लेने या देने की प्रक्रिया ने नया स्वरूप ले लिया है। सब-कुछ ऐसा दिखता है कि मानो कोई अदृश्यशक्ति आदेश दे रही हो- “तथास्तु’ अर्थात् जैसा आप चाहते हैं वैसा ही हो। जब यह मशीन हमारी जीवन शैली को बदल चुकी है, तो क्या हमारी यह जिम्मेदारी नहीं है कि हम इस दिव्य रचना (कम्प्यूटर) की छोटी-बड़ी प्रत्येक बात को जानें में व्यक्तिगत रूप से इसे एक मानवीय रचना के बजाय दिव्य रचना कहता हूँ जिसका विचार मानवीय मस्तिष्क में हमारे जीवन को सुखद बनाने हेतु आया। इस अध्याय में आपको कम्प्यूटर के बारे में अधिकाधिक जानकारी देनेy का प्रयास किया गया है।

अध्याय

कम्प्यूटर क्या है ? (What is computer?)

साधारण तौर पर परिभाषा यह है कि कम्प्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक यन्त्र (machine) है जो अंकगणितीय और तार्किक क्रिया-कलापों (लॉजिकल ऑपरेशन्स) को सम्पन्न करता है। दूसरे शब्दों में कम्प्यूटर को एक ऐसे यन्त्र के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसका प्रयोग निर्देशों की एक सूची के अनुरूप डाटा को व्यवस्थित (manipulate) करने में होता है। आज कम्प्यूटर केवल कुछ कार्यों तक ही सीमित नहीं है जैसाकि यह अपने शैशव काल में था। पहले के कम्प्यूटर एक बड़े कमरे के आकार के होते थे जो आजकल के सैकड़ों पर्सनल कम्प्यूटरों के बराबर ऊर्जा का उपयोग करते थे। आजकल कम्प्यूटरों ने नाना प्रकार के रूप और आकार ग्रहण कर लिये हैं। अब कम्प्यूटरों को इतना छोटा बनाया जा सकता है कि उन्हें एक कलाई घड़ी में फिट किया जा सकता है तथा घड़ी की बैटरी से ही चलाया जा सकता है। आजकल पर्सनल तथा पोर्टेबल कम्प्यूटरों का बाहुल्य है।

Embedded कम्प्यूटर भी प्रचलित हैं। ये कम्प्यूटर छोटे तथा साधारण यन्त्र (मशीन) होते हैं जो प्रायः अन्य यंत्रों को नियंत्रित (control). करने के लिए प्रयुक्त होते हैं। उदाहरण के लिए इन्हें हम लड़ाकू विमान से लेकर इण्डस्ट्रियल रोबोट, डिजिटल कैमरा और बच्चों के खिलौनों तक में देख सकते हैं। कम्प्यूटर में किसी भी प्रोग्राम को स्टोर एवं एक्जिक्यूट करने की क्षमता होती है जो कम्प्यूटर को अत्यंत सार्वभौमिक (वर्साटाइल) बनाते हैं तथा इन्हें कैलकुलेटर से भिन्न बनाते हैं। कोई भी कम्प्यूटर एक निश्चित एवं न्यूनतम क्षमता के साथ, सिद्धान्तत: (in principle), उन सभी कार्यों को सम्पन्न कर सकता है जो किसी अन्य कम्प्यूटर द्वारा संपन्न किये जा सकते. इसलिए, पर्सनल डिजिटल असिस्टेण्ट से लेकर सुपर कम्प्यूटर तक की क्षमता और जटिलता (complexity) वाले कम्यूट समान संगणनात्मक (computational) कार्य को सम्पन्न कर सकते हैं अलबत्ता उनके लिए प्रोसेसिंग समय तथा स्टोरेज (storage capacity) कोई मायने न रखते हों।

कम्प्यूटर साक्षरता क्यों कम्प्यूटर जानना आवश्यक क्यों है ? क्या यह सिर्फ एक उद्योग को स्थापित करने की कोशिश है ? या फिर कम्प्यूटर वाकई इतना महत्त्वपूर्ण बन गया है कि इसको भली भाँति जानना आवश्यक है। इससे पहले कि आप इसका कोई हुँदै आप अपने चारों और कम्प्यूटर के अनुप्रयोगों (application) पर एक दृष्टि डालें। आप टेलिविजन तो प्रतिदिन । होंगे। क्या टेलिविजन पर दिखाये जा रहे समाचार तथा अन्य कार्यक्रम कम्प्यूटर के बगैर इतना उत्कृष्ठ रूप में मुमकिन । ? बिल्कुल नहीं। टेलिविजन स्टूडियो में कम्प्यूटरीकृत ग्राफिक्स तथा उच्च स्तरीय (high level) कम्प्यूटर नियंत्रित प्रश तंत्र का प्रयोग होता है। इसके अतिरिक्त घटनाओं के सीधे प्रसारण एवं और बहुत सारी गतिविधियों में कम्प्यूटर का प्र अनिवार्य बन गया है। क्या आपने कभी मौसम समाचार पर गौर किया है ? किस प्रकार आपको मौसम की भविष्यवाणी बतायी जाती है ? मौसम विभाग इसके लिए व्यापक कम्प्यूटर नेटवर्क का प्रयोग करने के अलावा उपग्रह से जुड़े हुए Computer forecast system का प्रयोग करते हैं। क्या आपने बाइक या कार में कम्प्यूटर की उपयोगिता पर ध्यान दिया है ? बाइक या कार की ईंधन प्रणाली (fuel system) कम्प्यूटर द्वारा ही नियंत्रित (control) होता है। क्या आपने क पर चलते समय या गाड़ी पर चलते हुए यातायात प्रणाली (traffic system) पर ध्यान दिया है ? Traffic Light System पूरा-पूरा कम्प्यूटर द्वारा संचालित होता है। विकसित देशों में तो पूरा यातायात तंत्र (traffic system) ही कम्प्यूटर द्वारा निर्वाि होता है। क्या आपने बैंकिंग सिस्टम में कम्प्यूटर की उपयोगिता पर ध्यान दिया है? आज पूरे बैंकिंग सिस्टम का आध कम्प्यूटर है। ऑटोमेटेड टेलर मशीन स्वयं में पूरा कम्प्यूटर ही है। क्या आप कोई ऐसा क्षेत्र सोच सकते हैं, जहाँ कम्प्यू का प्रयोग न हो रहा हो ? कम्प्यूटर हवाई जहाज को उतरने में चिकित्सा में, दूरभाष प्रणाली में शिक्षण में रिश्तों को बनाय रखने में, वित्त व्यवस्थित रखने में शोध करने में, मनोरंजन करने में और इसी तरह के अनेक कामों में हमारी सहायता करता है।अब आप बताइए कि क्या कम्प्यूटर साक्षर होना आपके लिए आवश्यक है ? इसके बाद कोई भी बुद्धिमान व्यक्ति का जवाब शायद ही न हो। आज कम्प्यूटर साक्षरता उतना ही जरूरी है जितना पढ़ना लिखना सीखना आवश्यक है। कम्प्यूटर आज रोजना पाने का सबसे महत्त्वपूर्ण कारक है। यदि आप व्यापार कर रहे हैं तो कम्प्यूटर को जानना व्यापार के दाव पेंच (details an secrets) जानने के बराबर महत्त्वपूर्ण है। आज कम्प्यूटर सूचना तंत्र (information system) का आधार है और सूच (information) कामयाबी का स्रोत है। आप अपने आपको जितना अधिक अपडेट रखते हैं, उतनी अधिक तेजी के स कामयाबी की ओर बढ़ते हैं। कम्प्यूटर आज निर्णय लेने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आप किसी व्यापार के प्रवक है और आप कोई महत्त्वपूर्ण निर्णय लेना चाहते हैं तो आज आपके पास निर्णय लेने के लिए केवल एक दिमाग नहीं, बल्ि विश्व के सबसे अच्छे दिमागों का संकलन (collection) कम्प्यूटर की सहायता से उपलब्ध होता है। इस तंत्र को Experts System कहते हैं। प्रबंधन में कम्प्यूटर ने प्रबंधन सूचना तंत्र (Management Information System) को उन दिया है जो आज प्रबंधकों के लिए जानना बिल्कुल आवश्यक है।

आज विद्यार्थी से लेकर किसान, चिकित्सक, व्यापारी, विशेषज्ञ, लेखक, वैज्ञानिक सभी के लिए कम्प्यूटर साक्षरता के ब उनका ज्ञान संभवतः अधूरा है। कम्प्यूटर जागृति एक व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत कारणों से भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। मैन रोड • डाइजेस्ट के कुछ साल पहले के संस्करण में एक सच्ची कहानी पढ़ी थी। उसमें एक बच्चे को ऐसी बीमारी थी जो लाईल थी, परन्तु उस बच्चे की माँ ने हिम्मत नहीं हारी और इण्टरनेट की सहायता से बीमारी पर स्वयं शोध किया और उस के आधार पर एक विशेष सम्मिश्रण वाली दवा बनायो। फिर इण्टरनेट के माध्यम से हो उसने उस विशेष सम्मिश्रण वाल ‘दवा किसी दवा कम्पनी द्वारा बनवायी और इस प्रकार उसने अपने बच्चे को जान बचायी कम्प्यूटर साक्षरता के कारण

कम्प्यूटर की क्षमताएँ – आजकल कम्प्यूटर को क्षमता का उल्लेख करना तथा इसकी क्षमताओं को सूचिबद्ध करना अत्यंत आसान है। कोई साचार आदमी भी इसकी को गणना कर सकता है। आइए, तो हम इस प्रश्न का उत्तर जाने कि कम्प्यूटर की मुख क्षमताएं क्या हैं ? (What are the chief strengths of a computer?) कम्प्यूटर का उपयोग व्यापक है। यह आज विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न लोगों की सहायता कर रहा है। इसके अनुप्रयो (applications) को देखते हुए इसकी क्षमताएँ इस प्रकार हो सकती हैं। गति (Speed) कम्प्यूटर किसी भी कार्य को बहुत तेजी से कर सकता है। कम्प्यूटर कुछ ही क्षण में गुणहभाग को करोड़ों क्रियाएँ (operations) कर सकता है। यदि आपको 440 x 56 का गुणा करना हो तो इसमें आपका लगभग 1 से लेकर 2 मिनट तक का समय लग सकता है। यही कार्य कैलकुलेटर से करें तो वह लगभग 5 सेकेण्में किया जा सकता है। लेकिन एक आधुनिक कम्प्यूटर में ऐसे 30 लाख ऑपरेशन्स एक साथ कुछ ही सेकण्डों (seconds) में सम्पन्न हो सकते ह

स्वचालन (Automation) – कम्प्यूटर अपना कार्य, प्रोग्राम (निर्देशों के एक समूह) के एक बार लोड हो जाने पर स्वतः करता रहता है। उदाहरणार्थ किसी डाटा एन्ट्री प्रोग्राम पर कार्य कर रहे ऑपरेटर को स्वयं रिपार्ट तैयार करने की आवश्यकता अपितु कम्प्यूटर प्रविष्ट डाटा (entered data) के आधार पर स्वयं ही रिपोर्ट देता रहता है।

शुद्धता (Accuracy) कम्प्यूटर अपना कार्य बिना किसी गलती के करता है। कम्प्यूटर द्वारा गलती किये जाने के कई उदाहरण सामने आते हैं, लेकिन इन सभी गलतियां में या तो गलती कम्प्यूटर में डाटा एन्टर करते समय की गयी होतीया यह कभी प्रोग्राम के तट के समय की है। कम्प्यूटर स्वयं कभी गलती नहीं करता है।

सार्वभौमिकता (Versatility ) कम्प्यूटर अपनी सार्वभौमिकता (versatility) के गुण के कारण बड़ी तेजी से सारी दुनिया में छाता जा रहा है। कम्प्यूटर गणितीय कार्यों को सम्पन्न करने के साथ-साथ व्यावसायिक कार्यों के लिए भी प्रयोग में लाया जाने लगा है। कम्प्यूटर में प्रिंटर संयोजित करके सभी प्रकार को सूचनाएँ कई रूपों में प्रस्तुत की जा सकती हैं। कम्प्यूटर को टेलीफोन लाइन से जोड़कर सारी दुनिया से सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सकता है। कम्प्यूटर की सहायता से तरह-तरह के खेल खेल जा सकते हैं।

उच्च स्टोरेज क्षमता (High Storage Capacity) एक कम्प्यूटर सिस्टम की डाटा स्टोरेज क्षमता अत्यधिक होती है। कम्प्यूटर लाखों शब्दों का बहुत कम जगह में स्टार करके रख सकता है। यह सभी प्रकार के डाटा, चित्र, प्रोग्राम, Text तथा आवाज को कई वर्षों तक स्टोर करके रख सकता है। हम कभी भी यह सूचना कुछ ही सेकेण्ड में प्राप्त कर सकते हैं तथा अपने उपयोग में ला सकते हैं।

कर्मठता ( Diligence) आम मानव किसी कार्य को निरन्तर कुछ ही घण्टों तक करने में थक जाता है। इसके ठीक विपरीत, कम्प्यूटर किसी कार्य को निरन्तर कई घण्टों दिनों तथा महीना तक करने की क्षमता रखता है। इसके बावजूद उसके कार्य करने की क्षमता में न तो कोई कमी आती है और न ही कार्य के परिणाम को शुद्धता घटती है। कम्प्यूटर किसी भी दिये गये कार्य को बिना किसी भेद-भाव के करता है, चाहे वह कार्य रुचिकर हो या उबाऊ

विश्वसनीयता (Reliability) जैसाकि पहले उल्लेख किया जा चुका है कि कम्प्यूटर में ठीक ठीक स्टोरेज, स्वचालन, डाटा को यथास्थिति में पुनःप्राप्ति कर्मठता तथा उच्च गति जैसी क्षमताएँ विद्यमान हैं। यही क्षमताएँ कम्प्यूटरों को आज विश्वसनीय (reliable) बनाते हैं। सभी व्यवसाय तथा विद्वता (intellacts) के लोग इस पर पूरी तरह से निर्भर हैं।

कम्प्यूटर की सीमाएँ (Limitations Of Computer) कम्प्यूटर की कमियों का उल्लेख एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, परन्तु यदि हम ठीक से विचार करें तो हम कम्प्यूटर की निम्न कामयों पर प्रकाश डाल सकते हैं, तो आइए हम जानें कि कम्प्यूटर की मुख्य कमियाँ क्या-क्या हैं ? (What are the main limitations of a computer?) कम्प्यूटर को क्षमताएँ हो मूलतः आज इसकी लोकप्रियता के कारण है। किन्तु किसी भी मानव निर्मित प्रणाली (system) की सीमाएँ या कमियाँ हो सकती हैं। इसके बगैर किसी प्रणाली की कल्पना शायद नहीं की जा सकती है। अतः कम्प्यूटर की कमियों को भी जानना आवश्यक है। इसकी कमियाँ इस प्रकार हैं

बुद्धिमत्ता की कमी (Lack of Intelligence) कम्प्यूटर एक मशीन है। इसका कार्य यूजर के निर्देशों को कार्यान्वित (एक्जिक्यूट) करना है। कम्प्यूटर किसी भी स्थिति में न तो निर्देश से अधिक और न ही इससे कम का क्रियान्वयन करता है। कम्प्यूटर एक बिल्कुल मूर्ख नौकर की भाँति कार्य करता है। इसे आप यदि कहें कि जाओ और बाजार से सब्जी खरीद तो ऐसा निर्देश देने पर वह बाजार जायेगा और सब्जी भी खरीदेगा परन्तु सब्जी लेकर घर तक कभी नहीं लौटेगा। यहाँ प्रश्न उठता है- क्या ? इसका सीमा उत्तर है कि आपने उससे सब्जी खरीदने को अवश्य कहा परन्तु उसे घर लाने को नहीं कहा। इसका अर्थ यह है कि कम्प्यूटर के अंदर सामान्य बोध नहीं होता है। यद्यपि कम्प्यूटर वैज्ञानिक आर के कम्प्यूटर में कृत्रिम बुद्धिमता के बारे में शोध कर रहे हैं, इसमें सफलता मिलने पर कम्प्यूटर के अंदर बुद्धिमता की कमी तो कुछ हद तक दूर हो सकेगी तथापि मानवीय बुद्धिमत्ता को तुलना कभी भी एक मशीनों बुद्धिमता के साथ नहीं हो पाएगी।

आत्मरक्षा करने में अक्षम (Unable In Self Protection) कम्प्यूटर चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो परन्तु उसका नियंत्रण (कंट्रोल) मानव के पास ही होता है तथा वह जिस प्रकार उसे नियंत्रित (कंट्रोल) करता है वह नियंत्रित होता है। कम्प्यूटर किसी भी प्रकार आत्मा नहीं कर सकता है। उदाहरणार्थ श्याम नामक किसी व्यक्ति ने एक ई-मेल अकाउण्ट बनाया तथा एक विशेष पासवर्ड उसने अपने इस अकाउन्ट को खोलने के लिए चुना। कम्प्यूटर अब यह नहीं देखता कि इस अकाउन्ट को खोलन कला श्याम ही है, बल्कि यह देखता है कि पासवर्ड क्या है। ठीक उसी प्रकार स्वचालित टेलर-मशीन (Automatic Teller Machine) से पैसा कौन निकाल रहा है, इसकी चिंता कम्प्यूटर नहीं करता, बल्कि यह देव कार्ड के साथ पर है कि नहीं इसको जाँच करता है। यह दृष्टिकोण कम्प्यूटर को एक और नय बनता है और इसकी वापर एक प्रश्नचिह्न भी खड़ा करता है।

कम्प्यूटर का विकास (Development of Computers) ऐबाकस – कम्प्यूटर का इतिहास लगभग 3000 वर्ष पुराना है जब चीन में एक गणना- यंत्र (calculating machine) ‘ऐबाकस’ का आविष्कार हुआ। यह एक यान्त्रिक डिवाइस (Mechanical Device) है, जो आज भी चीन, जापान सहित एशिया के अनेक देशों में अंकों की गणना के लिए काम आती है। ऐवाकस जोड़ने वाली मशीनों (Adding Machines) तथा कम्प्यूटर के लिए आधारशिला थी ऐबाकस (Abacus) तारों का एक फ्रेम होता है। इन तारों (Wires) में बीड (पक्की मिट्टी के गोल टुकड़े जिनमें छेद हॉ) पिरोए रहते हैं। प्रारम्भ में ऐबाकस (Abacus) को व्यापारी गणनाएँ करने के काम में प्रयोग किया करते थे। यह मशीन अंकों के जोड़, घटाव, गुणा व भाग क्रियाएँ करने के काम आती है।

By Ram

मेरा नाम राम है और मैं इस वेबसाइट को मैनेज करता हूं. मेरी बचपन से ही Computer में बहुत ही अधिक रुचि थी, और मैं पिछले 5 साल से कंप्यूटर के बारे में सीख रहा हूं सीखते सीखते मैंने यह सोचा क्यों ना मुझे यह सब जानकारी मेरे उन दोस्तों के साथ शेयर करनी चाहिए जो कि कंप्यूटर के बारे में सीखना चाहते हैं और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं यही कारण है कि हमने यह ब्लॉग आप लोगों के लिए बनाया है.

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