एक्स 400 (X.400) protocol
X.400 प्रोटोकॉल के निर्माण का उद्देश्य ई-मेल संयोजन (connectivity) का सर्वमान्य हल था। इसके विकास की आवश्यकता का कारण एकल सामंजस्य पता योजना (Single consistent addressing scheme) बनाना था तथा द्विआधारी फाइल ट्रान्सफर (Binary File Transfer) जैसी समस्याओं का समाधान करना था।
X.400 का कार्य 1980 में शुरू हुआ था जब संस्थानों ने यह पता लगाया कि असमान कम्प्यूटर प्रणाली के मध्य संदेश प्रसारण (message transmission) के लिए प्रत्येक कम्प्यूटर के इलेक्ट्रॉनिक मेल प्रणाली के मध्य एक अनुवादक या गेटवे की आवश्यकता थी।
उदाहरणार्थ लोटस सीसी मेल (Lotus CC:Mail ), आई.बी.एम. का व्यावसायिक ऑफिस प्रणाली (IBM’s Professional Office System), डी.ई.सी. का ऑल इन वन (DEC’s All-In-One) तथा हेवलेट पैकर्ड के एच.पी.मेल (Hewlett-Packard’s HP Mail) को उनके सिस्टम को परस्पर जोड़ने के लिए चार प्रकार गेटवे को स्थापित (install) करने की आवश्यकता पड़ती। X 400 का उद्देश्य सभी कम्पनियों के इलेक्ट्रॉनिक मेल प्रणाली को एक गेटवे से जोड़ना था।
X400 इस प्रकार का ई-मेल आदान-प्रदान करने के लिए एक मानक है जिसे ISO तथा CCITT जैसी मानक स्थापित करने वाली कम्पनियों का मान्यता प्राप्त है।
यह प्रोटोकॉल तीन संस्करणों में उपलब्ध है- 1984, 1988 तथा 1992. 84 संस्करण संदेश को संगृहीत तथा भेजने के लिए एक बुनियादी संदेश स्थानांतरण प्रणाली ( message transfer system) है।
92 संस्करण में संदेश के और भी दूसरे रूपों का विस्तार किया गया जो संग्रहण तथा फारवर्ड सेवाओं के अतिरिक्त स्थानांतरित भी किया जा सकता है, जो कि असमान कम्प्यूटरों के मध्य संवाद के लिए महत्वपूर्ण है।