साइवर टैरोरिज्म (Cyber Terrorism) :
सन् 2001 के प्रारंभ से ही सरकारी अधिकारियों और इनफॉरमेशन टेक्नॉलॉजी सिक्यूरिटी स्पेशलिस्ट्स ने इन्टरनेट प्रॉब्लेम्स और सर्वर स्केन्स में महत्वपूर्ण इनक्रीज का दस्तावेजी प्रमाण तैयार किया है,
लेकिन इस सम्बन्ध में फेडरल ऑफिसअल्स में चिन्ताएं काफी बढ़ रही हैं कि इस तरह के इन्टुजन्स (अनुचित घुसपैठ ) साइवर टेरोरिस्टों फॉरेन इनटेलिजेंस सर्विसेस और अन्य समूहों के द्वारा क्रिटिकल सिस्टम में सिक्यूरिटी होल (छिद्र) तैयार करने की संभावनाओं की योजना बनाने के संगठित प्रयास हैं।
एक साइवर टेरोरिस्ट वह है जो अपने राजनीतिक या सामाजिक लक्ष्य को एडवान्स (प्रोन्नत) करने के लिए किसी सरकार को या किसी संगठन को कम्प्यूटर आधारित हमले के द्वारा कम्प्यूटर नेटवर्क और उनपर स्टोर किये गए सूचनाओं के विरुद्ध धमकाता और विवश करता है।
साइवर टेरोरिज्म को सामान्य अर्थ में, एक ऐसे आतंकपूर्ण तरीके से किये गए कार्य के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिसे साइवर स्पेस या कम्प्यूटर रिसोर्सेस के द्वारा सम्पन्न किया गया होता है।
उदाहरणस्वरूप, इन्टरनेट में एक साधारण सा प्रोपगंडा कि हॉलीडेज के दरम्यान बम के द्वारा हमले किये जाएंगे, साइवर टेरोरिज्म समझा जा सकता है।
साथ ही कुछ हैकिंग ऐक्टिविटिज भी होते हैं, जिसे कुछ इनडिविजुअल्स या फैमिलिज को लक्षित नेटवर्क्स के अन्तर्गत आने वाले किसी ग्रुप के द्वारा आयोजित किया जाता है ताकि लोगों में भय व्याप्त हो सके, या किसी वर्ग, संगठन या समूह को अपनी ताकत का प्रदर्शन किया जा सके, अथवा लोगों के जीवन को तहस-नहस करने के लिए प्रासंगिक सूचनाओं को कलैक्ट किया जा सके, रॉवरि (डकैती) या ब्लैकमेलिंग इत्यादि की क्रियाएँ की जा सके।
साइवर इक्सटोर्सन (फिरौती) साइवर टेरोरिज्म का ही एक फॉर्म (रूप) है जिसमें एक वेबसाइट को या ई-मेल सर्वर को या कम्प्यूटर सिस्टम को रिपिटेड डिनाइल ऑफ सर्विसेस के जरिये प्रभावित किया जाता है अथवा अन्य तरह के हमले मेलिसियस हैकरों द्वारा किये जाते हैं, जो अटैक रोकने के वादा के लिए धन की मांग करते हैं।
फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन के अनुसार, साइवर इक्सटोर्शनिस्ट्स इनक्रीजिंगली कॉरपोरेट वेबसाइट्स और नेटवर्क्स पर अटैक कर रहे हैं, उनके ऑपरेट करने की क्षमता को अशक्त (क्रिपल) बना दे रहे हैं और उनकी सेवा को पुर्नबहाल करने के लिए धन भुगतान करने की मांग कर रहे हैं।
ऐसे 20 से ज्यादा मामले प्रत्येक महीने एफ.बी.आइ. को रिपोर्ट किये गए हैं, और ढेर सारे मामले भुक्तभोगियों के नाम को डॅमेन (प्रभाव-क्षेत्र) से बाहर रखने के लिए असूचित ही रह जाते हैं। साइवर फिरौती के लिए अपराध कर्ता आमतौर पर डिस्ट्रीब्युटेड डिनाइल ऑफ सर्विस अटैक इस्तेमाल करता है