Aakar ke aadha par computer ke prakar (types of computers based on size)

कंप्यूटरों को उनके कार्य के आधार पर माइक्रा वर्कस्टेशन, मिनी, मेनफ्रेम तथा सुपर में वर्गीकृत किया जा सकता है। कभी-कभ यह वर्गीकरण प्रायगिक नहीं होता फिर भी यही प्रचलन में है ।

1) माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computers)

तकनीक के क्षेत्र में सन् 1970 में एक क्रांतिकारी आविष्कार हुआ। यह आविष्कार माइक्रोप्रोसेसर (Microprocesar) क था

जिसके उपयोग से सस्ती कम्प्यूटर प्रणाली (computer system) बनाना सम्भव हुआ। ये कम्प्यूटर एक डेस्क (Del) पर अथवा एक बीफकस में भी रखे जा सकते हैं।

ये छोटे कम्प्यूटर माइको कम्प्यूटर कहलाते हैं। माइको कम्प्यूटर कीम में मस्त और आकार में छोटे होते हैं इसलिए में व्यक्तिगत उपयोग (personal use) के लिए घर या बाहर किसी भी कार्य में लगाये जा सकते हैं।

अत: इन्हें पर्सनल कम्प्यूटर (Personal Computer) या पी. सी. (PC) भी कहते हैं।माइको कम्प्यूटर घरों में, विद्यालयों को कक्षाओं में और दफ्तरों में लगाये जाते हैं। घरों में से परिवार के खर्च का ब्योरा रखहैं तथा मनोरंजन के साधन के रूप में काम आते हैं।

विद्यालयों को कक्षाओं में ये विद्यार्थियों के प्रश्नपत्र तैयार करने विभिन्न विषयों की शिक्षा प्रदान करने आदि के काम आते हैं। दफ्तरों में माइक्रो कम्प्यूटर एक सहायक के रूप आते हैं। इनसे पत्र लेखन, फाइलों का रख रखाव व अन्य कार्य किये जा सकते हैं।

काम व्यापार में माइको कम्प्यूटरों का व्यापक उपयोग है। व्यवसाय बड़ा हो या छोटा, माइक्रो कम्प्यूटर दोनों में उपयोगी है। चोट व्यवसाय में यह किये गये व्यापार का ब्यौरा रखता है, पत्र-व्यवहार के लिए पत्र तैयार करता है, उपभोक्ताओं के लिए बिल (bill) बनाकर देता है और नियमित लेखांकन (Accounting) करता है।

बड़े व्यवसायों इन्हें वर्ड प्रोसेसिंग (Word Processing) और फाइल मेन्टेनेन्स (maintainance) में उपयोग करते हैं। विश्लेषण के साधन के रूप में इनका उपयोग कर व्यापार में निर्णय भी लिये जाते हैं।

माइको कम्प्यूटर में एक ही सौ. पी. यू. (CPU) लगा होता है। वर्तमान समय में माइक्रो कम्प्यूटर का विकास तेजी से रहा है। परिणामस्वरूप माइक्रो कम्प्युटर एक पुस्तक के आकार, फोन के आकार और यहाँ तक कि घड़ी आकार में भी आ रहे हैं।

माइको कम्प्यूटर 20-25 हजार रुपये से 1 लाख रुपये तक की कीमत में उपलब्ध है। माइक्रोप्रोसेसर तकनीक में बढ़ते हुए विकास के साथ माइक्रो कम्प्यूटर छोटा तथा पोर्टेबल हो गया है। ये विभिन्न आकार तथा स्वरूप में पाये जाते हैं, जिनकी चर्चा आगे है

1) डेस्कटॉप कम्प्यूटर (Desktop Computers)

2) लैपटॉप /नोटबु (Laptops/Notebooks)

3) पामटॉप कम्प्यूटर (Polmtop Computers)

1) डेस्कटॉप कम्प्यूटर (Desktop Computers) पर्सनल कम्प्यूटर का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला प्रकार डॅस्कटॉप कम्प्यूटर है। डेस्कटॉप जैसाकि नाम से उपलक्षित होता है, एक ऐसा कम्प्यूटर है जिसे डेस्क पर सेट किया जा सकता है तथा यह वहीं से कार्य कर सकत है।

इसमें एक सी. पी. यू. (एक कैबिनेट जो मदरबोर्ड तथा अन्य भागों को ढके रहता है), मॉनीटर, की- बोर्ड तथा मार होते हैं। इन्हें हम अलग अलग देख सकते हैं। डेस्कटॉप कम्प्यूटर की कीमत कम होती है

परन्तु इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना मुश्किल होता है। आज आप नवीनतम कनफिगयूरेशन (configuration) के साथ डेस्कटॉप कम्प्यूटर 20-25 हजार रुपयों की रेन्ज में ले सकते हैं।

2) नोटबुक तथा लॅपटॉप (Notebook and Laptop) नोटबुक तथा लैपटाप पर्यायवाची होते हैं यद्यपि कई कम्पनियाँ लैपटॉप के साथ अन्य फीचर्स को प्रदान करते हैं तथा लैपटॉप को नोटबुक की अपेक्षाकृत थोड़े महंगे दामों में बेचते हैं।

डेस्कटॉप कम्प्यूटर से भिन्न नोटबुक तथा लैपटॉप में कुछ भी अलग से नहीं होता है। सभी इनपुट आउटपुट तथा प्रोसेसिंग युक्तियाँ एक डिब्बे में समावेशित होती हैं जो आपकी यात्रा में प्रयोग किये जाने वाले ब्रीफकेस (briefcase) की होता है।

आमतौर पर यात्रा के दौरान या कुर्सी पर बैठकर इन्हें गोद में रखकर परिवर्तित किया जा सकता है इसलिए इस पागोट के ऊपर (laptop or at the top of lap) कहा जाता है। नोटबुक तथा लैपटॉप वजन में एक किलोग्राम से भी कम होते हैं। ये डेस्कटॉप से महँगे होते हैं|

परन्तु उन्हें एक जगह से दूसरी सेकता है। यह पोर्टल होता है अर्थात् इसे आप कहीं भी अपने साथ ले जा सकता में बैटरी पैक होता है जो बिजली जाने के बादाम 45 घंटे बैंक प्रदान करता है।

3) पामटॉप कम्प्यूटर (Polmtop Computers) – पॉमटॉप सबसे अधिक पोर्टेबल (pinable) पसंतान कम्प्यूटर होते हैं तथा आपके हथेली में पकड़े जा सकते हैं। इन्हें पॉकेट कम्प्यूटर भी कहा जाता है। यद्यपि यह अधिकारिक रूप में मान्य नहीं है। पॉमटॉप कार्यालयों में प्रचलित नहीं है। पॉप कम्प्यूटर कई स्वरूप में अब उपलब्ध है। ये टैबलेट पी.सी. तथा पी.डी.ए. हो सकते है|

टैबलेट पी सी (Tablet PC)- टैबलेट पी. सी. अधिक पोर्टल तथा लैपटॉप कम्प्यूटर के सभी लक्षणों (फीचर्स) से युक्त होते हैं। ये लैपटॉप की तुलना में अधिक हल्के होते हैं तथा निर्देशों की इनपुट करने के लिए स्टायलम (stylus) या डिजिटल पेन का प्रयोग करते हैं।

यूजर (user) निर्देशों को स्क्रीन पर सीधे सीध लिख सकता है। आपक टेवलट पी. सी. में पूर्व निर्मित माइक्रोफोन तथा विशिष्ट सॉफ्टवेयर होता है, जो इनपुट का मौखिक रूप में प्राप्त करता है। आप इसका प्रयोग एक सी. पी. यू. की तरह परम्परागत तरीके में की बोर्ड तथा एक मॉनीटर का जोड़ने में कर सकते हैं।

पर्सनल डिजिटल असिसटेण्ट (Personal Digital Assistant) – पर्सनल डिजिटल असिस्टेण्ट एक सैन्ड हेल्ड (handheld) पर्सनल कम्प्यूटर है जो टेबलेट पी. सी. की तरह है तथा इसे एक प्रकार का पामटॉप कम्प्यूटर भी कह सकत है। पी.डी.ए. अब अन्य विशेषताओं जैसे- कैमरा, सेलफान, म्यूजिक प्लेयर, इत्यादि के साथ उपलब्ध है।

यह एक छोटे से कैलकुलेटर की भाँति होता है तथा इसका प्रयोग नोट लिखने, एड्रेस प्रदर्शित करने, टेलिफोन नम्बर तथा मुलाकात (appointments) का प्रदर्शित करने में किया जाता है। पी. डी. ए (PDA) अब एक पैन के साथ भी उपलब्ध है जिसकी सहायता से यूजर instructions को directly इनपुट कर सकता है। प्रयोक्ता की आवश्यकता अनुसार इसमें अलग से एक छोटा की-बोर्ड तथा माइक्रोफोन टेक्स्ट तथा आवाज़ को इनपुट करने के उद्देश्य से लगाए जा रहे है।

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