पिछले खण्ड में हमने यह जाना की अर्थमेटिक व लॉजिक यूनिट सी.पी.यू. का ही एक भाग होता है | आइये तो हम जानते हैं की एरिथ्मेटिक लॉजिक यूनिट क्या है तथा यह क्या करता है ?
एरिथमेटिक लॉजिक यूनिट का संक्षप में ए एल. यू. कहते हैं। यह यूनिट डाटा पर एरिथमेटिक ऑपरेशन्स (जोड़, घटाव, गुणा, भाग) और लॉजिकल ऑपरेशन्स (Logical Operations) करती है।
इसमें ऐसा इलेक्ट्रॉनिक सर्किट होता है जो बाइनरी अंकगणित (Binary Arithmetic) की गणनाएँ करने में सक्षम होता है। ए.एल.यू. सभी गणनाओं को पहले सरल अंकगणितीय क्रियाओं में बाँट लेता है|
जैसे गुणा ( Multiplication) का बार-बार जोड़ने की क्रिया में बदलना। बाद में इन्हें विद्युत पल्स (Pulse) में बदल कर सर्किट में आगे संचारित किया जाता है।
लॉजिकल ऑपरेशन्स (Logical Operations) में एए दो संख्याओं या डाटा की तुलना करता है और (Processing) में निर्णय लेने का कार्य करता है।
ए.एल.यू.(ALU) कंट्रोल यूनिट से निर्देश या गाइडलाइन्स प्राप्त करता है। यह मेमोरी से द्वारा प्राप्त करता है और में ही सूचना इंफॉर्मेशन को लौटा देता है।
(ALU) के कार्य करने की गति अति तीव्र होती है। यह 1000000 गणनाएँ प्रति सेकण्ड की गति से करता है। इसमें कईस्टर (Registers) और एक्युमुलेट (Accum tors) होते हैं
जो गणनाओं के दौरान वन (virtual) मेमोरी का कार्य करते हैं। ए.एल.यू. प्रोग्राम के आधार पर क यूनिट के बताए अनुसार सभी दादा मैमारी से प्राप्त करके एक्युमुलेटर (Accumulator) रख लेता है।
उदाहरणार्थ, माना दो संख्याओं A और B को जोड़ना है। कंट्रोल यूनिट A को मेमोरी से चुनकर ए. एल.यू. में स्थित B में जोड़ती है। परिणाम मेमोरी में स्थित हो जाता है या आगे गणना हेतु एक्युमुलेटर में स्टोर हो जाता है।
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