Brain Imaging kya hai?

ब्रेन इमेजिंग (Brain Imaging)

ब्रेन इमेजिंग में कॉग्निटिव कार्य करते समय विश्लेषण प्रक्रिया शामिल है। इससे व्यवहार व मस्तिष्क को यह समझने के लिए जोड़ते हैं कि जानकारी किस प्रकार प्रोसेस की गई है।

भिन्न प्रकार की इमेजिंग तकनीकें टेम्पोरल (समय-आधारित) व सैप्टियल (स्थान-आधारित) होती हैं। इसका प्रयोग कॉग्निटिव न्यूरो-विज्ञान में किया जाता है।

सिंगल फोटॉन ऐमिशन कंप्यूटिड टोमोग्राफी (SPECT) तथा पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET) SPECT व PET रेडियो एक्टिव आइसोटोप का प्रयोग करते हैं

जो मस्तिष्क में खून की कोशिकाओं द्वारा डाला जाता है। मस्तिष्क का वह स्थान जहाँ पर रेडियो एक्टिव कण पाए जाते हैं, अधिक क्रियाशील हो जाता है। PET का स्पैटिकल रिसोल्यूशन TMRI से अच्छा है परन्तु इसका टैम्पोरल रिसोल्यूशन बहुत कमजोर है।

इलेक्ट्रो ऐन्सेफलोग्राफी (EEG)- यह इलेक्ट्रिकल क्षेत्रों को मापती है जो न्यूरॉन ने उत्पादित किए हैं। यह इलेक्ट्रोड को विषय-वस्तु के ऊपर रखती है।

इसका टैम्पोरल रिसोल्यूशन अत्यंत शक्तिशाली है परन्तु सैप्टियल रिसोल्यूशन कमजोर है।

फंक्शनल मैगनैटिक रेजोनेन्स इमेंजिग (IMRI)– यह मस्तिष्क में जाने वाले खून की विभिन्न मात्राओं को मापता है। अधिक मात्रा में खून मस्तिष्क के उस क्षेत्र में न्यूरल कार्य को बढ़ाता है। इससे विभिन्न मस्तिष्क क्षेत्रों में फंक्शनों का प्रयोग आसानी से किया जाता है। MRI में सैप्टियल व टैम्पोरल रिसोल्यूशन ठीक होता है।

ऑप्टिकल इमेजिंग- इस तकनीक में ट्रांसमीटर व रिसीवरों का प्रयोग खून द्वारा मस्तिष्क के आस-पास के विभिन्न क्षेत्रों में प्रकाश प्रतिबिंब की मात्रा को मापता है।

क्योंकि ऑक्सीजनेटिड तथा डीऑक्सीजनेटिड खून विभिन्न मात्राओं में प्रकाश रीफलेक्ट करता है इसलिए हम जान सकते हैं कि कौन-से क्षेत्र अधिक क्रियात्मक हैं।

(अर्थात् वे जिनमें अधिक ऑक्सीजनेटिड खून है) ऑप्टिकल इमेजिंग का टैम्पोरल रिसोल्यूशन ठीक व सैप्टियल रिसोल्यूशन कम होता है। इसका लाभ यह है कि यह अत्यंत सेफ है तथा बच्चों पर भी इसका प्रयोग हो सकता है।

मैग्नेटो ऐन्सेफलोग्राफी (MEG)- यह कॉरटिकल एक्टिविटी उत्पन्न मैग्नेटिक क्षेत्रों को मापती है। यह EEG में मिलती-जुलती है, बजाय इसके कि इसमें सैप्टियल रिसोल्यूशन अच्छा होता है

क्योंकि इसमें EEG की तरह मैग्नेटिक क्षेत्र अस्पष्ट नहीं होते। MEG छोटे-छोटे मैग्नेटिक क्षेत्रों को ढूँढ़ने के लिए SQUID सेंसरों का प्रयोग करती है।

By Ram

मेरा नाम राम है और मैं इस वेबसाइट को मैनेज करता हूं. मेरी बचपन से ही Computer में बहुत ही अधिक रुचि थी, और मैं पिछले 5 साल से कंप्यूटर के बारे में सीख रहा हूं सीखते सीखते मैंने यह सोचा क्यों ना मुझे यह सब जानकारी मेरे उन दोस्तों के साथ शेयर करनी चाहिए जो कि कंप्यूटर के बारे में सीखना चाहते हैं और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं यही कारण है कि हमने यह ब्लॉग आप लोगों के लिए बनाया है.

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