कम्प्यूटर नेटवर्क के गुण
1. परफॉर्मेन्स- कम्प्यूटर नेटवर्क की परफॉर्मेन्स रिस्पॉन्स टाइम के संदर्भ में मापी जाती है। एक नोड कम्प्यूटर को (कई बार नोड भी कहा जाता है) से डेटा सेंड तथा रिसिव करने का रिस्पॉन्स टाइम न्यूनतम होना चाहिए।
2. डेटा शेयरिंग- कम्प्यूटर नेटवर्क का उपयोग करने का एक कारण यह है कि ट्रांसमिशन मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से कनेक्टेड विभिन्न सिस्टम्स के बीच डेटा शेयर किया जा सके।
3. बैकअप कम्प्यूटर में एक सेन्ट्रल सर्वर का होना आवश्यक है, जो एक नेटवर्क पर शेयर किये जाने वाले सभी डेटा का बैकअप रखता है, ताकि फैल्युअर के केस में यह डेटा को रिकवर करने में सक्षम हो।
4. सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर कॉम्पेटिबिलिटी- एक कम्प्यूटर नेटवर्क को एक ही सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर का उपयोग करने के लिये एक कम्प्यूटर नेटवर्क में सभी कम्प्यूटर्स को सीमित नहीं करना चाहिये, इसके बजाए इसे विभिन्न सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर कान्फिगरेशन के बीच बेहतर कॉम्पेटिबिलिटी की अनुमति प्रदान करना चाहिये ।
5. रिलाएबिलिटी- नेटवर्क में कोई भी फैल्योर नहीं होना चाहिये या यदि ऐसा होता है, फैल्योर की रिकवरी तेजी से होना चाहिये।
6. सिक्योरिटी कम्प्यूटर नेटवर्क सिक्योर होना चाहिये, ताकि किसी नेटवर्क पर ट्रांसमिट होने वाले डेटा अनऑथोराइज्ड एक्सेस से सेफ रहे। इसके साथ ही, सेंड किये गए डेटा को रिसिव भी किया जाना चाहिये, क्योंकि यह रिसिविंग नोड पर है, जिसका अर्थ है कि ट्रांसमिशन के दौरान डेटा का कोई लॉस नहीं होना चाहिये।
7. स्कैलेबिलिटी- कम्प्यूटर नेटवर्क स्कैलेबल होना चाहिये, जिसका अर्थ है कि इसे हमेशा एक्जिस्टिंग कम्प्यूटर नेटवर्क में नए कम्प्यूटर (या नोड्स) को एड करने की अनुमति प्रदान करना चाहिये। उदाहरण के लिये, एक कम्पनी अपने 100 एम्प्लॉइज के लिये एक कम्प्यूटर नेटवर्क पर 100 कम्प्यूटर्स रन करती है, माना कि वह अन्य 100 एम्प्लॉइज को हायर करती है और नए 100 कम्प्यूटर्स को एक्सिस्टिंग LAN से जोड़ना चाहती है, तो इस स्थिति में लोकल एरिया कम्प्यूटर नेटवर्क को इसकी अनुमति प्रदान करना चाहिये।