डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम (DBMS) एक सॉफ्टवेयर है, जो डेटाबेस में डेटा को स्टोर, मैनिप्युलेट तथा रिट्राइव करना आसान बनाता है। डेटाबेस को टेबल्स में स्टोर किया जाता है। इसलिए DBMS डेटा को एक स्ट्रक्चर के अनुरूप स्टोर करता है। DBMS युजर्स को स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज (SQL) का उपयोग करने की अनुमति प्रदान करता है। यह डेटा को तुरंत इन्सर्ट, अपडेट, सिलेक्ट तथा डिलिट करने के लिए क्वेरीज इशू करने में सहायता करता है।
DBMS का उपयोग अत्यंत लाभकारी है। यह नॉर्मलाइजेशन का उपयोग करके डेटा रिडन्डेन्सी को कम करता है। इसके साथ ही, मल्टिपल युजर्स DBMS को एक साथ एक्सेस कर सकते हैं। इस प्रकार, यह मल्टी-युजर एन्वायर्नमेन्ट को सपोर्ट करता है। साथ ही, यह ट्रांजेक्शन्स, बैकअप तथा रिकवरी आदि परफॉर्म करता है।
डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम का उद्देश्य
डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम का प्रमुख उद्देश्य डेटा को मैनेज करना है। एक युनिवर्सिटी पर विचार करें, जो स्टूडेन्ट्स, टीचर्स कोर्सेस, बुक्स आदि का डेटा रखती है। इस डेटा को मैनेज करने के लिए हमें इस डेटा को कहीं स्टोर करने की आवश्यकता है, जहाँ हम नया डेटा एड कर सकें, अनयुज्ड डेटा डिलिट कर सकें, आउडेटेड डेटा को अपडेट कर सकें, डेटा को रिट्राइव कर सकें। डेटा पर ये सभी आपरेशन्स परफॉर्म करने के लिए हमें डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम की आवश्यकता होती है, जो हमें डेटा को उस रूप में स्टोर करने की अनुमति प्रदान करता है, जिसमें हम कुशलता से ये सभी आपरेशन्स परफॉर्म कर सकते हैं।
Leave a Reply