इन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टी वॉएलेशन्स (Intellectual Property Violations)
इन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टी वॉएलेशन्स मुख्य रूप से ट्रेडमार्क इन्फ्जिमेन्ट तथा पेटेन्ट इन्जिमेन्ट से सम्बन्धित हैं। एन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) वह वाइन है, जिसके माध्यम से गवर्नमेन्ट क्रिएशन को प्रोत्साहित करती है और पब्लिक नॉलेज शेयर करती है। संक्षिप्त में, प्रॉपर्टी का यह रूप मन के क्रिएशन्स को संदर्भित करता है। इसमें लिटरेरी वर्क्स, इन्वेन्शन्स तथा डिजाइन्स के साथ-साथ कॉमर्स में उपयोग की जा रही इमेजेस, नाम तथा सिम्बॉल्स सम्मिलित किए जा सकते हैं। IP प्रोटेक्शन प्राप्त करके, क्रिएटर्स को अपने विचारों को पब्लिक के साथ शेयर करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
इन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टी को रजिस्टर करने के द्वारा प्रदान किए गए लाभों के परिणामस्वरूप प्रतिवर्ष 10 लाख से अधिक एप्लिकेशन्स प्राप्त होती हैं। प्रत्येक वर्ष रजिस्ट्रेशन की संख्या के साथ इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि इन्फिजमेन्ट (उल्लंघन) के हजारों केसेस अदालत में जाते हैं। कॉपीराइट, ट्रेडमार्क तथा पेटेन्ट के लिए समस्याएँ तब उत्पन्न होती हैं जब कोई अन्य एन्टिटी बिना अनुमति के इन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टी का उपयोग करती है। यह ट्रेड सिक्रेट्स के समान है, लेकिन इस स्थिति में समस्या सामान्य अन अप्रुबल उपयोग के बजाए मिस-एप्रोप्रिएट है।
तथ्य यह है कि आपकी इन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टी पर आपके कुछ अधिकार होते हैं। ये तब भी होते हैं, जब आपने कॉपीराइट रजिस्ट्रेशन या ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन फाइल नहीं की हो। पेटेन्ट के विपरीत, जिन्हें प्रोटेक्शन प्राप्त करने के लिए रजिस्टर करना आवश्यक है, ट्रेड सिक्रेट्स का सार यह है कि वे रजिस्टर्ड नहीं है। जब आपके अधिकारों का उल्लंघन होता है, जो ट्रेडमार्क लिटिगेशन या पेटेंट लिटिगेशन के रूप में एक्शन लेना आपके ऊपर निर्भर करता है।