Read Only Memory Kya Hai?

ROM का पूरा नाम रोड ऑनली मेमोरी (Read Only Memory) है। यह स्थाई (Permanent) मेमोरी होती है

जिसमें कम्प्यूटर के निर्माण के समय प्रोग्राम स्टोर कर दिये जाते हैं। इस मेमोरी में स्टोर किये गये प्रोग्राम परिवर्तित और नष्ट नहीं किये जा सकते है|

उन्हें केवल पढ़ा (read) जा सकता है। इसलिये यह मेमोरी, रोड ऑनली मेमोरी (Read Only Memory) कहलाती है।

कम्प्यूटर का स्विच ऑफ (Off) करने के बाद भी रोम (ROM) में स्टोर किये गये अवयव (contents) नष्ट नहीं होते हैं।

अत: रोम नॉन-वोलेटाइल (Non- Volatile ) या स्थाई स्टोरेज माध्यम कहलाता है। इसमें कम्प्यूटर की बनावट के अनुसार प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर स्टोर रहते हैं।

रोम के विभिन्न प्रकार होते हैं जो निम्नलिखित है|

1) प्रोम (PROM Programmable Read Only Memory )

2) इप्रोम (EPROM Erasable Programmnable Read Only Memory)

3) इ-इप्रोम ( EEPROM Electrical Erasable Programmable Read Only Memory)

1)प्रोग्रामैबल रीड ऑनली मेमोरी (Programmable Read Only Memory)

PROM ऐसा रोम (ROM) होता है जिसके कन्टेन्ट्स को संशोधित (alter) नहीं किया जा सकता।

इन्हें विशेष आवश्यकताओं (needs) को पूरा करने के लिए बनायी जाती है तथा यह किसी में लिखे गये High Level Language एप्लीकेशन प्रोग्राम की अपेक्षा अधिक तेजी से ऑपरेट होने की क्षमता रखती है

2) इरेजेबल प्रोग्रामैबल रोड ऑनली मेमोरी (Erasable Programmable Read Only Memory)

इसे संक्षेप में इप्रोम कहते हैं। यह प्रोम के समान ही होता है, लेकिन इसमें स्टोर प्रोग्राम पराबैगनी किरणों (Ultraviolet rays) की उपस्थिति में मिटाये जा सकते हैं और नये प्रोग्राम स्टोर किये जा सकते हैं।

3) इ-इप्रोम ( EEPROM Electrical Erasable Programmable Read Only Memory)

एक नई तकनीक इ-इप्रोम (EEPROM) भी है। जिसमें मेमोरी से प्रोग्राम को विद्युतीय विधि (electric current) से मिटाया जा सकता है।

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