Teamwork kya hai ?Components of Teamwork

टीमवर्क (Teamwork) टीमवर्क के कम्पोनेन्ट्स (Components of Teamwork)

कई रियल लाइफ टास्क्स बहुत कॉम्प्लेक्स होते हैं और उन्हें अचिव करने में योगदान देने के लिए बहुत से व्यक्तियों की आवश्यकता होती है। किसी टास्क को पूरा करने के लिए व्यक्तियों द्वारा सामूहिक रूप से किया गया प्रयास टीम वर्क कहलाता है।

उदाहरण के लिए, कई स्पोर्ट्स में प्लेयर्स की टीम होती है। एक क्रिकेट टीम का उदाहरण लेते हैं। हम देखते है। कि भले ही कोई बॉलर अच्छी तरह बॉल फेंके, लेकिन यदि फिल्डर कैच नहीं लेता है, तो विकेट नहीं लिया जा सकता है। इसलिए कैच लेने के लिए बॉलर के साथ फिल्डर को भी प्रयासों की जरूरत होती है। एक क्रिकेट मैच जीतने के लिए बेटिंग, बॉलिंग तथा फिल्डिंग तीनों क्षेत्रों के टीम के मेम्बर्स के योगदान की आवश्यकता होती है।

टीमवर्क के कम्पोनेन्ट्स (Components of Teamwork)

टेक्निकल प्रोफिशिएन्सी के अलावा अन्य कम्पोनेन्ट्स की एक विस्तृत विविधता एक सफल टीम वर्क बनाती है। इसमें लक्ष्य हासिल करने के लिए विशिष्ट भूमिकाओं वाले कुशल टीम मेम्बर्स सम्मिलित होते हैं।

(A) दूसरों के साथ कम्युनिकेट करना: जब व्यक्तियों का ग्रुप एक जॉब परफॉर्म करता है, तो टीम के मेम्बर्स के बीच इफेक्टिव कम्युनिकेशन होना जरूरी है। इस तरह का कम्युनिकेशन ई-मेल्स, टेलीफोन्स या ग्रुप मीटिंग्स अरेन्ज करके किया जाता है। यह टीम के मेम्बर्स को एक-दूसरे को समझने और लक्ष्य को प्रभावी ढंग से हासिल करने के लिए उनकी प्रॉब्लम्स की सॉर्ट आउट करने में सहायता करता है।

(B) दूसरों की सुनना: किसी जॉब को एक्जिक्युट करते समय दूसरों के विचारों को समझने की आवश्यकता होती है। यह तब हासिल किया जा सकता है, जब टीम के मेम्बर्स, ग्रुप मीटिंग्स में एक-दूसरे को सुनते हैं और उनके द्वारा सहमति प्राप्त स्टेप्स को फॉलो करते हैं।

(C) दूसरों के साथ शेयर करनाः किसी जॉब को परफॉर्म करने के लिए आइडियाज, इमेजेस तथा टूल्स को एक-दूसरे के साथ शेयर करने की आवश्यकता होती है। शेयरिंग, टीमवर्क का एक महत्वपूर्ण कम्पोनेन्ट है। टीम का कोई भी मेम्बर, जो किसी निश्चित एरिया से अच्छी तरह परिचित है, तो उसे समय सीमा के अंदर लक्ष्य को प्रभावी ढंग से हासिल करने के लिए एक्सपर्टाइज तथा एक्सपीरिएंस को दूसरों को शेयर करना चाहिए।

(D) दूसरों का सम्मान करनाः टीम के प्रत्येक मेम्बर के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए। ग्रुप मीटिंग्स में रखे गए सभी विचारों तथा आइडियाज का सम्मान करके उन पर विधिवत विचार किया जा सकता है। किसी पर्टिक्युलर मेम्बर के व्यूज का सम्मान नहीं करने से समस्या हो सकती है, यानि हो सकता है कि यह अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे

(E) दूसरों की सहायता करनाः सभी मेम्बर्स की सहायता करना सफलता की कुंजी है। कभी-कभी जो लोग टीम का हिस्सा नहीं होते हैं, उनसे भी किसी जॉब को पूरा करने के लिए सहायता की जाती है।

(F) पार्टिसिपेट करनाः टीम के सभी मेम्बर्स को प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पार्टिसिपेट करने और ग्रुप मीटिंग्स में डिस्कशन करने के लिए एक-दूसरे द्वारा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। साथ ही प्रत्येक मेम्बर का एक्टिव पार्टिसिपेशन होना चाहिए ताकि वे टीम में अपने महत्व को महसूस कर सकें।

By Ram

मेरा नाम राम है और मैं इस वेबसाइट को मैनेज करता हूं. मेरी बचपन से ही Computer में बहुत ही अधिक रुचि थी, और मैं पिछले 5 साल से कंप्यूटर के बारे में सीख रहा हूं सीखते सीखते मैंने यह सोचा क्यों ना मुझे यह सब जानकारी मेरे उन दोस्तों के साथ शेयर करनी चाहिए जो कि कंप्यूटर के बारे में सीखना चाहते हैं और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं यही कारण है कि हमने यह ब्लॉग आप लोगों के लिए बनाया है.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *