URL ke Parts aur Components kya hai

URL के पार्ट्स / कम्पोनेन्ट्स

1. प्रोटोकॉल या स्कीम इसका उपयोग इन्टरनेट पर रिसोर्स को एक्सेस करने के लिये किया जाता है। प्रोटोकॉल में http, https, ftps, mailto तथा file सम्मिलित है। डोमेन नेम सिस्टम (DNS) नाम के माध्यम से रिसोर्स तक पहुँच जाता है। इस उदाहरण में प्रोटोकॉल https है।

2. होस्ट नेम या डोमेन नेमः एक यूनिक रेफरेन्स जो वेबपेज को रिप्रेजेन्ट करता है। इस उदाहरण में whatis.example.com डोमेन नेम है।

3. पोर्ट नेमः आमतौर पर URL में दिखाई नहीं देता है, लेकिन नेसेसरी है। हमेशा एक कॉलम के बाद, पोर्ट 80 वेब सर्वर के लिये डिफॉल्टर पोर्ट है, लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य ऑप्शन्स है। उदाहरण के लिये, port

4. पाथः पाथ, वेब सर्वर पर फाइल या लोकेशन को रेफर करता है। इस उदाहरण में serch query

5. क्वेरी: डायनेमिक पेजेस के URL में पाई जाती है। क्वेरी में प्रश्नवाचक चिन्ह को संदर्भित करती है, जो पैरामीटर्स 80. को फॉलो करती है। उदाहरण के लिये, ‘?’

6. पैरामीटर्स: किसी URL की क्वेरी स्ट्रिंग में इन्फॉर्मेशन के टुकड़े कई पैरामीटर्स को एम्परसेंड्स () द्वारा सेपरेट किया जा सकता है। उदाहरण के लिये, q URLIहै।

7. फ्रेगमेन्टः यह एक इंटर्नल पेज रेफरेन्स है, जो वेबपेज के भीतर एक सेक्शन को रेफर करता है। यह URL के अंत में प्रदर्शित होता है और हैशटेग (# ) से शुरु होता है। यद्यपि हमारे उदाहरण में यह नहीं है, लेकिन http://en.example.org/abcd/lternet/ #History में #History फ्रेगमेन्ट का उदाहरण हो सकता है।

By Ram

मेरा नाम राम है और मैं इस वेबसाइट को मैनेज करता हूं. मेरी बचपन से ही Computer में बहुत ही अधिक रुचि थी, और मैं पिछले 5 साल से कंप्यूटर के बारे में सीख रहा हूं सीखते सीखते मैंने यह सोचा क्यों ना मुझे यह सब जानकारी मेरे उन दोस्तों के साथ शेयर करनी चाहिए जो कि कंप्यूटर के बारे में सीखना चाहते हैं और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं यही कारण है कि हमने यह ब्लॉग आप लोगों के लिए बनाया है.

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