सॉफ्टवेयर सिस्टम्स (VR software Systems)
वीआर (VR) टैक्नालाजी को विकसित करने के लिये विभिन्न प्रयत्न किये जा हैं। इनमें से प्रत्येक परियोजना के विभिन्न लक्ष्य हैं और वह सम्पूर्ण वी आर टैक्नालाजी तक पहुँचती है।
बड़ी-छोटी सभी प्रयोगशालाओं में इस दिशा में अनुसंधान हो रहा है (UNE, Cornell, U. Rochester इत्यादि) । ARDA, NIST, नेशनल साइंस फाउन्डेशन तथा अमेरिका सरकार के अन्य विभाग वी आर पर अधिक धन व्यय कर रहे हैं।
कुछ प्रयोगशालाएँ ऐसी भी हैं जो उद्योग जगत से अनुदान पाती हैं; जैसे ह्यूमन इन्टरफेस टैक्नालाजीज लेबोरेटरी (HITL) जो सियटल में स्थित हैं तथा जापान की NTT परियोजना ।
अनेक प्रतिष्ठित और नई कम्पनियाँ भी वर्ल्ड बिल्डिंग टूल (World building tool) जैसे Autodesk, IBM, Sense8, VREAM बना रही हैं ओर बेच रही हैं।
उपलब्ध VR सॉफ्टवेयर के दो मुख्य वर्ग टूल किट्स (tool kits) तथा आथरिंग सिस्टम्स (authoring systems) हैं।
टूल किट्स सामान्यत: C या C++ के लिये प्रोग्रामिंग पुस्तकालय हैं जो फंक्शन्स के एक सैट उपलब्ध कराते हैं। आथरिंग सिस्टम ग्राफिकल इंटरफेस के साथ सम्पूर्ण प्रोग्राम हैं जो बिना विस्तृत प्रोग्रामिंग करे हुए वर्ल्ड की रचना कर सके।
इनमें साधारणतः एक प्रकार की लिपि भाषा ( scripting language) सम्मिलित है जिसमें जटिल कार्यों (actions) को दर्शाया जाये। अतः वे वास्तव में नान प्रोग्रामिंग नहीं हैं, केवल अधिक सरल प्रोग्रामिंग ही हैं।
प्रोग्रामिंग पुस्तकालय सामान्यतः अधिक फ्लैक्सिबल (flexible) हैं तथा आथरिंग सिस्टम से तेज रैन्डर (renders) हैं। किन्तु इन्हें इस्तेमाल करने के लिये आपको एक अत्यन्त निपुण प्रोग्रामर होना चाहिये।
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