1945 में एानांसरोफ (Atancevoff) तथा क्लीफॉर्ट बेरी (Clifford Berry) ने एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन को विकसित किया जिसका नाम ए प्रो. सी. (ABC) रखा गया।
ए. बी. सी. (ABC) शब्द एटानासोफ बेरी कम्प्यूटर (Atanasoll. Berry [Computer) का रूप है। ए. बी. सी. (ABC) सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कम्प्यूटर (Electronic Digital Computers) डिजीटल अवधारणा (concepts) तब भी वहाँ थी जब मशीनें यांत्रिक (mechanical) या विद्युत यांत्रिक (electro- mechanical) होती थीं।
1935 में, कोनार्ड जयूज (Konard Zuse) जो जर्मन थे, ने पहला डिजीटल कम्प्यूटर द्विआधारी अंकगणित तथा प्रोग्राम नियंत्रण का प्रयोग कर बनाया। इसका नाम जेड प्रथम (Z1) था।
यह एक यांत्रिक (mechanical) मशीन थी। बाद में उन्होंने एक मशीन ज़ेड द्वितीय (Z2) बनायी जिसमें उन्होंने विद्युत चुम्बकीय रिलेश (electro-magnetic) relays ) का प्रयोग किया।
1945-46 के दौरान, जॉन विलियम मुचली (John William Mauchly) तथा जे.पी. एकर्ट (J.P. Eckert) ने सl बसे पहले सामान्य उद्देशीय कम्प्यूटर (General Purpose Computer) का विकास पेनसिलवेनिया विश्वविद्यालय (University of Pennsyl- vania) में किया जिसका नाम एनिएक (ENIAC) रखा गया
जिसका पूर्ण रूप इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिक इन्टीग्रेटर एण्ड कम्प्यूटर (Electronic Numeric Integrator And Computer)
हमने कम्प्यूटरों तथा सूचना प्रौद्योगिकी (IT) में आये व्यापक बदलावों को देखा। किन्तु आने वाले दिनों में यह हो सकताहै कि हम आज जिसे प्रयोग कर रहे हैं वह कल कम्प्यूटर के विकास अध्याय का अंश बन जाये।