Author: Ram

  • Scipy kya hai?

    साईपाई (Scipy)

    साईपाई एक ओपन-सोर्स पायथन लाइब्रेरी है, जिसका उपयोग साइंटिफिक तथा टेक्निकल कम्प्युटेशन दोनों के लिए किया जाता है। यह फ्री पायथन लाइब्रेरी है और मशीन लर्निंग के लिए उपयुक्त है। हालाँकि, कम्युटेशन ही एकमात्र ऐसा कार्य नहीं है, जो साईपाई को विशेष बनाता है। यह इमेज मैनिप्युलेशन के भी बहुत लोकप्रिय है।

    साईपाई के गुण

    साईपाई में विभिन्न मॉड्यूल्स होते हैं। ये मॉड्यूल्स आप्टिमाइजेशन, इन्टिग्रेशन, लिनियर एल्जेब्रा तथा स्टेटिस्टिक्स के लिए भी उपयुक्त हैं।

    यह जनरल डेटा स्ट्रक्चर्स के लिए Numpy अरेज का सबसे अच्छी तरह से उपयोग करता है। वास्तव में, Numpy, साईपाई का एक इन्टिग्रेटेड भाग है।

    सापा 1-d पॉलिनॉमियल्स को दो तरह से हैंडल कर सकता है। आप चाहें, तो Numpy से poly1d क्लाज का उपयोग कर सकते हैं या आप जॉब परफॉर्म करने के लिए कोई फिशिएंट अरेज का उपयोग कर सकते हैं। हाई लेवल साईपाई में न केवल Numpy, बल्कि numpy.lib.scimath भी सम्मिलित होता है। लेकिन उनके डायरेक्ट सोर्स से उन्हें उपयोग करना बेहतर होता है।

    आपके नियमित प्रश्नों का उत्तर देने और कोई भी इशूज को सॉल्व करने के लिए साईपाई की सपोर्टिंग कम्युनिटी हमेशा मौजूद रहती है।

  • Arrow kya hai?

    ऐरो (Arrow)

    ऐरो एक प्रैक्टिकल पायथन लाइब्रेरी है। यह एक फ्रेंडली लाइब्रेरी है, जो मूल रूप से डेट्स तथा टाइम्स के साथ | कार्य करती है। ऐरो एक स्मार्ट API के साथ आता है। यह API कई जनरल स्कीम्स को सपोर्ट करता है। यह एक इंटरेस्टिंग लाइब्रेरी है। कोडिंग के बेसिक नॉलेज वाले नौसिखिए ऐरो के साथ बेहतरी से कार्य कर सकते हैं।

    ऐरो के गुण

    ऐरो डेट्स तथा टाइम्स को जनरेट, इन्फ्लुएंस तथा कन्वर्ट कर सकता है। यह डेट टाइम टाइप के क्विक अपडेट्स, गेप्स को समाप्त करने आदि को एक्जिक्युट करता है।

    यह पायथन के विभिन्न वर्शन्स को सपोर्ट करता है। इन वर्शन्स में पायथन 2.7, 3.5, 3.6, 3.7 तथा 3.8सम्मिलित है।

    ऐरो के साथ आप आसानी से विभिन्न प्रकार के जनरल इनपुट सिनेरियोज क्रिएट कर सकते हैं। ऐरो सबसे सरल क्रिएशन मेथड प्रदान करता है।

    ऐरो एक नेचरल प्रोसेस के भीतर स्ट्रिंग्स को एलिमिनेट तथा रिसॉल्व करता है। यह एक टाइम सेंसेटिव लाइब्रेरी है और डिफॉल्ट रूप से UTC पर सेट है।

    आप आसानी से टाइम जोन कन्वर्ट कर सकते हैं। यह एक जनरल प्रॉपर्टी के रूप में टाइम स्टाम्प प्रदान करता है। आप अपने स्वयं के ऐरो डिराइव्ड काइन्ड्स के लिए इस लाइब्रेरी को भी एक्स्टेंड कर सकते हैं।

    ऐरो टाइम-स्पान्स, सीलिंग, रेन्ज, टाइम फ्रेम्स के लिए फ्लोर क्रिएट कर सकता है। ये टाइम फ्रेम्स माइक्रोसेकंड्स से लेकर इयर्स तक हो सकती है।

  • Numpy kya hai?

    Numpy, पायथन का एक पॉप्युलर अरे प्रोसेसिंग पैकेज है। यह विभिन्न डायमेन्शनल अरे ऑब्जेक्ट्स के साथ-साथ मैट्रिक्स को भी बेहतरी से सपोर्ट करता है। Numpy सिर्फ अरेज प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह इन अरेज को मैनेज करने के लिए कई प्रकार के टूल्स भी प्रदान करता है। यह मैट्रिक्स तथा अरेज के लिए वास्तव में तेज, कुशल और बेहतर है।

    >> a[(0,1,2,3,4), (1,2,3,4,5)] array([1, 12, 23, 34, 45])

    >>> a[3:, [0,2,5]]

    array([[30, 32, 35],

    [40, 42, 45],

    [50, 52, 5511)

    >>> mask = np.array([1,0,1,0,0,1], dtype=bool) >>> a[mask, 2]

    array([2, 22, 52])

    Numpy के गुण

    Numpy के अरेज, डेटा पर बड़ी मात्रा में मॉडर्न मैथेमेटिकल इम्लिमेन्टेशन्स प्रदान करते हैं। Numpy इन प्रोजक्ट्स के एक्जिक्युशन को बेहद आसान और परेशानी मुक्त बनाता है।

    Numpy जनरल अरे ऑब्जेक्ट्स के साथ मास्क्ड अरेज प्रदान करता है। यह लॉजिकल शेप्स में मैनिप्युलेशन, डिस्क्रिट कुरियर ट्रांसफॉर्म, जनरल लिनियर एल्जेब्रा आदि जैसी फंक्श्नालिटीज के साथ आता है।

    जब आप किसी भी N-डायमेन्शनल अरे का शेप चेन्ज करते हैं, तो Numpy उसके लिए नए अरेज क्रिएट कर देता है और पुराने अरेज डिलिट कर देता है।

    यह पायथन पैकेज इन्टिग्रेशन के लिए उपयोगी टूल्स प्रदान करता है। आप Numpy को C, C++ और फोरट्रेन कोड जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ इन्टिग्रेट कर सकते हैं।

    Numpy ऐसी फंक्श्नालिटीज प्रदान करता है, जो MATLAB से तुलनीय है। ये दोनों युजर्स को ऑपरेशन्स के साथ तेज होने की अनुमति प्रदान करता है।

  • Pandas kya hai Pandas ke gun

    पांडा (Pandas)

    पांडा एक पायथन सॉफ्टवेयर पैकेज है। डेटा साइन्स के लिए इसे सीखना अत्यंत आवश्यक है और इसे समर्पित रूप से पायथन से लिखा गया है। यह एक फॉस्ट, डिमोन्स्ट्रेटिव और एडजस्टेबल प्लेटफॉर्म हैं, जो इन्ट्युशिव डेटा स्ट्रक्च प्रदान करता है। आप इस अदभुत पैकेज के साथ किसी भी प्रकार के डेटा जैसे स्ट्रक्चर्ड या टाइम-सीरिज डेटा को आसानी से मैनिप्युलेट कर सकते हैं।

    पांडा के गुण-

    पांडा हमें कई सीरिज तथा डेटाफ्रेम्स प्रदान करता है। यह आपको डेटा को आसानी से आर्गेनाइज, एक्सप्लोर रिप्रेजेन्ट तथा मैनिप्युलेट करने की अनुमति प्रदान करता है।

    पांडा में प्रदान किए जाने वाले स्मार्ट अलाइनमेन्ट तथा इंडेक्सिंग आपको एक परफेक्ट आर्गेनाइजेशन तथा डे लेवलिंग प्रदान करते हैं।

    पांडा में कुछ विशेष गुण हैं, जो आपको मिसिंग डेटा या वैल्यु को प्रॉपर मेजर के साथ हैंडल करने की अनुमति प्रदान करते हैं।

    यह पैकेज आपको इतना क्लिन कोड प्रदान करता है कि बिना प्रोग्रामिंग या बेसिक नॉलेज वाले लोग भी इसके साथ आसानी से कार्य कर सकते हैं।

    यह बिल्ट-इन टूल्स का कलेक्शन प्रदान करता है, जो आपको विभिन्न वेब सर्विसेस, डेटा-स्ट्रक्चर्स तथा डेटाबेस में डेटा को रीड तथा राइट करने दोनों की अनुमति प्रदान करता है।

    पांडा JSON, एक्सेल, CSV, HDF5 तथा कई अन्य फॉर्मेट्स को सपोर्ट करता है। वास्तव में आप पांडा के साथ एक समय में विभिन्न डेटाबेसेस मर्ज कर सकते हैं।

  • Python application kya hai?

    पायथन एप्लिकेशन्स (Python Application)

    पायथन क्रॉस-प्लेटफॉम आपरेटिंग सिस्टम्स को सपोर्ट करता है, जो इसके साथ ही बिल्डिंग एप्लिकेशन्स को और अधिक सुविधाजनक बनाता है। कुछ विश्व स्तर पर पहचान प्राप्त एप्लिकेशन्स, जैसे- यूट्यूब, बिटटोरेन्ट, ड्रॉपबॉक्स आदि अपनी फंक्शनालिटी प्राप्त करने के लिए पायथन का उपयोग करती हैं।

    1. वेब डेवलपमेन्ट पायथन का उपयोग तीव्र गति से वेब एप्लिकेशन्स बनाने के लिए किया जा सकता है। ऐसा इन एप्लिकेशन्स को बनाने के लिए पायथन द्वारा उपयोग किए जाने वाले फ्रेमवर्क्स के कारण है। इसमें कॉमन बैक एंड लॉजिक है, जो इन फ्रेमवर्क्स और कई लाइब्रेरीज को बनाने में काम आता है। येHTTPS, FIP, SSL आदि जैसे प्रोटोकॉल्स को इन्टिग्रेट करने में सहायता कर सकते हैं और यहाँ तक कि JSON, XML, ई-मेल आदि की प्रोसेसिंग में भी सहायता कर सकते हैं।

    2. गेम डेवलपमेन्ट : पायथन का उपयोग इन्टरेक्टिव गेम्स के डेवलपमेन्ट में भी किया जाता है। PySoy जैसी कई लाइब्रेरीज हैं, जो 3D गेम इन्जन है और पायथन 3 को सपोर्ट करती है। PyGame फंक्शनालिटी प्रदान करने के साथ ही गेम डेवलपमेन्ट के लिए एक लाइब्रेरी भी प्रदान करता है। पायथन का उपयोग करके सिविलाइजेशन IV, डिल्लीज के टूनटाउन आनलाइन, वेगा स्ट्राइक आदि जैसे गेम्स बनाए गए हैं।

    3. मशीन लर्निंग और आर्टिफिशल इन्टेलिजेन्स मशीन लर्निंग और आर्टिफिशल इन्टेलिजेन्स वर्तमान में चर्चा का विषय है, क्योंकि ये भविष्य के लिए आशाजनक करियर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम कम्प्युटर को स्टोर किए गए डेटा के माध्यम से पिछले एक्सपीरिएंसेस के आधार पर सीखने योग्य बनाते हैं, साथ ही एल्गोरिदम्स बनाते हैं जिनके माध्यम से कम्प्युटर स्वयं सीखता है। पायवन प्रोग्रामिंग लँग्वेज लाइब्रेरीज के साथ डोमेन्स को सपोर्ट करती है, जो पहले से मौजूद हैं, जैसे- पांडा, स्काईकिट लर्न और Numpy आदि।

    4. डेटा साइंस और डेटा विजुअलाइजेशन डेटा पैसा है, यदि आप जानते हैं कि रेलेवेन्ट इन्फॉर्मेशन को जैसे एक्सट्रेक्ट किया जाए, तो आपको कैल्क्युलेटेड रिस्क और प्रॉफिट में बढ़ोतरी करने में सहायता कर सकता है। आप मौजूद डेटा का अध्ययन करते हैं. ऑपरेशन्स परफॉर्म करते हैं और आवश्यक इन्फॉर्मेशन एक्सट्रेक्ट करते हैं। पांडा, Numpy जैसी लाइब्रेरीज इन्फॉर्मेशन एक्सट्रेक्ट करने में आपकी सहायता करती हैं। आप Matplotlib, Seabom जैसी डेटा लाइब्रेरीज को विजुअलाइज कर सकते हैं, जो ग्राफ्स प्लॉट करने में सहायता करते हैं। पायथन आपको डेटा साइंटिस्ट बनने में सहायता करता है।

    5. डेस्कटॉप GUI पायथन का उपयोग डेस्कटॉप एप्लिकेशन्स को प्रोग्राम करने के लिए किया जा सकता है। यह Tkinter लाइब्रेरी प्रदान करता है, जिसका उपयोग युजर इन्टरफेसेस डेवलप करने के लिए किया जा सकता है। कुछ अन्य उपयोगी टूल किट्स हैं, जैसे कि wxwidgets, kivy, PyQL जिनका उपयोग कई प्लेटफॉर्म्स पर एप्लिकेशन्स बनाने के लिए किया जा सकता है। कैल्क्युलेटर्स, टू-डू एप्लिकेशन्स बनाने के साथ इसकी शुरूआत की जा सकती है और इस प्रकार कॉम्प्लिकेटेड एप्लिकेशन्स बना सकते हैं।

    6. वेब स्क्रेपिंग एप्लिकेशन्स: पायथन का उपयोग वेबसाइट्स से डेटा की एक बड़ी मात्रा को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है, जो प्राइज कम्पेरिजन, जॉब लिस्टिंग, रिसर्च तथा डेवलपमेन्ट आदि जैसी रियल वर्ल्ड प्रोसेसेस में सहायक हो सकते हैं।

    7. बिजनेस एप्लिकेशन्स ई-कॉमर्स, ERP आदि डोमेन्स को कवर करने वाले हमारे सामान्य एप्लिकेसन्स से बिजनेस एप्लिकेशन्स अलग है। उन्हें ऐसी एप्लिकेशन्स की आवश्यकता होती है, जो स्केलेबल एक्सटेंसिबल और आसानी से पढ़े जा सकने योग्य हों, पायथन हमें ये सारी सुविधाएँ प्रदान करता है। ऐसी बिजनेस एप्लिकेशन्स डेवलप करने के लिए ट्राईटन जैसे प्लेटफार्म्स का उपयोग किया जा सकता है।

    8. आडियो तथा विडियो एप्लिकेशन्स: पायथन का उपयोग उन एप्लिकेशन्स को डेवलप करने के लिए किया जा सकता है, जो मल्टि-टास्क तथा आउटपुट मीडिया के काम आती है। विडियो तथा आडियो एप्लिकेशन्स जैसे TimPlayer, Cplay को पायथन लायब्रेरी का उपयोग करके डेवलप किया गया है और वे अन्य मीडिया प्लेयर्स की तुलना में बेहतर स्टेबिलिटी और परफॉर्मेन्स प्रदान करते हैं।

    9. CAD एप्लिकेशन्स : कम्प्यूटर एडेड डिजाइनिंग एक बहुत ही कॉम्प्लिकेडेड एप्लिकेशन है, जिसे डेवलप करते समय कुछ बातें ध्यान रखना होती हैं। जब कुछ इस तरह की बात आती है, तो ऑब्जेक्ट्स और उनका रिप्रेजेन्टेशन, फेक्शन्स सिर्फ आइसबर्ग की टिप होती है। पायचन इसे सरल बनाता है। CAD की सबसे प्रसिद्ध एप्लिकेशन Fandango है।

  • Jacquard Loom kya hai

    सन् 1801 में फ्रांसीसी बुनकर (weaver) जोसेफ जेकार्ड (Joseph Jacquard) ने कपड़े बुनने के ऐसे लूम (Loom) का आविष्कार किया जो कपड़ों में डिजाइन या पैटर्न (Pattern) स्वत: देता था।

    इस लूम की विशेषता यह थी कि यह कपड़े के पैटर्न को कार्डबोर्ड के छिद्रयुक्त पंचकाडों से नियन्त्रित करता था। पंचकार्ड पर छिद्रों की उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति द्वारा धागों को निर्देशित किया (directed) जाता था।

    जेकार्ड (Jacquard) के इस लुम (Loom) द्वारा दो विचारधाराएँ प्रस्तुत की गई जो आगे कम्प्यूटर के विकास में उपयोगी सिद्ध हुईं।

    पहली यह कि सूचना (Information) को पंचकार्ड (Punch-card) पर कोडेड (Coded) किया जा सकता है तथा दूसरी विचारधारा यह थी कि पंचकाई पर संग्रहीत सूचना (Stored Information), निर्देशों (Instructions) का समूह है जिससे पंचकार्ड को जब भी काम में लिया जायेगा तो निर्देशों का यह समूह एक प्रोग्राम (Program) के रूप में कार्य करेगा।

  • Python ki haniyan kya hai

    पायधन की हानियाँ (Disadvantages of Pythan)

    कई लाभों के साथ पायथन की परफॉर्मेन्स तथा सिक्योरिटी क्षेत्रों में कुछ रूकावटें है। पायवन का उपयोग करते समय होने वाली हानियों का वर्णन इस प्रकार किया गया है :

    1. कम एक्जिक्युशन स्पीड पायथन एक इन्टरप्रिटेड लैंग्वेज है, जिसका अर्थ है कि यह इन्टरप्रिटर के साथ कार्य करती है, न कि कम्पाइलर के साथ। परिणामस्वरूप, यह C, C++ जावा तथा अन्य लैंग्वेजेस की तुलना में धीरे एक्जिक्युट होती है।

    2. अधिक मेमोरी कंजम्पशन : पायथन के स्ट्रक्चर्स अधिक मेमोरी स्पेस की डिमांड करते हैं। यह लैंग्वेज सीमित मेमोरी रेष्ट्रिक्शन्स के अंतर्गत डेवलपमेन्ट के लिए उपयोग किए जाने हेतु उपयुक्त नहीं है।

    3. मोबाइल और गेम डेवलपमेन्ट के लिए उपयुक्त नहीं है: पायथन का उपयोग अधिकतर डेस्कटॉप तवा वेब सर्वर-साइड डेवलपमेन्ट में किया जाता है। यह अन्य लैंग्वेजेस की तुलना में अधिक मेमोरी कंजम्पशन और इसकी धीमी प्रोसेसिंग स्पीड के कारण मोबाइल ऐप डेवलपमेन्ट तथा गेम डेवलपमेन्ट के लिए आदर्श नहीं है।

    4. डेवलपर के रेस्ट्रिक्शन्स एक बार जब डेवलपर को इसकी सरलता तथा सरजता की आदत हो जाती है,तो उसके लिए दूसरी लैग्वेज अपनाना बहुत मुश्किल का काम हो जाता है।

    5. कोड्स में एरर डिटेक्शन: जैसा कि पायथन को कम्पाइलर के बजाए इन्टरप्रिटर के माध्यम से एक्जिक्युट किया जाता है, कम्पाइलेशन के दौरान एरर्स तथा बग्स का पता नहीं लगाया जा सकता है, और यह डेवलपर्स के लिए अच्छा नहीं है।

    6. डेटाबेस एक्सेस : पायथन को अत्यधिक इनसिक्योर माना जाता है और इसमें सिक्योरिटी रिस्क सम्मिलित होती है। पायथन का उपयोग करते समय डेटाबेसेस एक्सेस करने के लिए कुछ कमियाँ हैं| JDBC और ODBC जैसी लोकप्रिय टेक्नोलॉजीस की तुलना में पायथन डेटाबेस एक्सेस लेयर थोड़ी अविकसित और आदिम है। इसलिए इसे उपर्युक्त नहीं मान जाता है यदि डेवलपर्स कॉम्प्लेक्स लीगेसी डेटा के स्मूद इन्टरेक्शन की तलाश में है।

    7. डिजाइन रेस्ट्रिक्शन्स: पायथन के महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक इसकी डिजाइन रेस्ट्रिक्शन्स हैं। इस रूकावट के पीछे कारण यह है कि पायथन डायनेमिकली टाइप्ड है।

    8. टेस्ट करने में कठिन है चूंकि यह इन्टरप्रिंटेड बेस्ड लैग्वेज है, इसलिए पाचन में लिखे गए कोड पर टेस्ट्स रन करना कठिन है। सभी एरर्स तथा बग्स सिर्फ रन टाइम के दौरान ही सामने आते हैं, जिससे पायथन में लिखे गए कोड स्निपेट्स को टेस्ट करना बहुत कठिन हो जाता है।

  • Blaise Pascal kon hai aur Pascaline kya hai

    शताब्दियों बाद अन्य गारिक मशीन अंकों की गणना के लिए विकसित की गयी शताब्दी में फ्रांस के गणितज पास्कल (Blaire Pascal) में एक यांत्रिक अंकीय (डिजिटल) गणना-यंत्र (Mechanical Digital Calcula- tor) सन् 1615 में विकसित किया।

    इस मशीन की एडिंग मशीन (Adding Machine) कहते थे, क्योंकि यह केवल जोड़ या कर सकती थी। यह मशीन घड़ी (Watch) और ऑडोमीटर (Odometer) के सिद्धांत पर कार्य करती थी।

    उसमें कई दतिमुक्त चकरियाँ (Toothed wheels) थीं जो घूमती रहती थीं चकरियों के दोनों (Teeth) पर 0 से 9 तक के अंक छपे रहते थे। प्रत्येक चकरी (Wheel) का एक स्थानीय मान (Positional/Place Value), जैसे इकाई, दहाई सैकड़ा आदि था।

    इसमें प्रत्येक चकरी स्वयं से पिछली चकरी के एक चक्कर लगाने पर एक अंक पर थी। ब्लेज पास्कल के इस एडिंग मशीन को पास्कलाइन (Pascaline) कहते हैं जो सबसे पहला यांत्रिकीय गणना यंत्र (Mechanical Calculating Machine) था। आज भी कार व स्कूटर के स्पीडोमीटर (Speedometer) में यहाँ यंत्र कार्य करता है।

    सन् 1694 में जर्मन गणितज्ञ व दार्शनिक गॉटफ्रेड विलहेम वॉन लेबनीज (1646 1716) (Gottfried Wilhelm Von. Leibnitz) ने पास्कलाइन (Pascaline) का विकसित रूप तैयार किया जिसे ‘रेनिंग मशीन’ (Reckoning Machine) या लेबनीज चक्र (Leibnitz Wheel) कहते हैं।

    यह मशीन अंकों के जोड़ व घटाव के अलावा गुणा व भाग को क्रिया भी करती थी। इसके पश्चात् इसी प्रकार का एक यांत्रिक गणना -यंत्र एरिथ्मोमीटर (Arithmometer) थॉमस डे कॉल्सर (Thomas De Colmar ) ने 1820 में बनाया था।

  • Python ke Labh kya hai

    पायथन के लाभ (Advantages of Pythan)

    पायथन की कुछ अनूठी विशेषताएँ हैं, जो इसकी प्रोग्रामिंग को आसान बनाती है, इसी कारण से डेवलपर्स पायचनमें कोड करना चुनते हैं। पायथन कई लाभ प्रदान करता है, जिनका वर्णन इस प्रकार किया गया है।

    1. रीड करने और सीखने में आसान है: पायथन रोड करने और सीखने के लिए बहुत आसान लैग्वेज है। इसमें अन्य हाई लेवल लैग्वेजेस जैसे C या C++ के समान कॉम्प्लेक्स सिन्टेक्स नहीं है। कम कॉम्प्लेक्सटी के साथ पायथन हमें अधिक स्पष्ट रूप से सोचने और लॉजिक बिल्डिंग पर फोकस करने की अनुमति प्रदान करता है।

    2. मैन्टेनेन्स कॉस्ट को कम करता है: इसकी सिम्लिसिटी के कारण पायथन एप्लिकेशन के मेन्टेनेन्स को आसान बनाता है और इस प्रकार, इसमें सम्मिलित कॉस्ट्स को भी कम कर देता है, जो कि एक बहुत बड़ा लाभ है।

    3. सॉफ्टेवेयर बग्स के नुकसान से बचाता है : पायथन एप्लिकेशन के भीतर कोड बग का सेग्मेन्टेशन फॉल्ट शुरू नहीं होने देता है। इस कारण इसे पसंदीदा लैंग्वेज माना जाता है।

    4. वाइड एप्लिकेबिलिटी इस लैग्वेज का एक अन्य लाभ यह है कि यह व्यापक रूप से एप्लिकेबल है। इंजीनियर्स, साइंटिस्ट्स तथा मैथेमेटिशियन्स इसका व्यापक रूप से उपयोग करते हैं।

    5. मेमोरी मैनेजमेन्ट : पायथन में मेमोरी मैनेजमेन्ट कैपेबिलिटीज के साथ विशाल लाइब्रेरी सम्मिलित है, और यह इसे अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस से अलग स्थान देती है। इसमें एक प्राइवेट हिप सम्मिलित है, जिसमें सभी पायवन ऑब्जेक्ट्स और डेटा स्टक्चर्स हैं। इस प्राइवेट को मेन्टेन करने के लिए बिल्ट-इन मेमोरी मैनेजर जिम्मेदार है।

    6. सीधा और तेज : पायथन कम्युनिटी युजर्स के साथ-साथ कोड के तेज एडाप्टेशन के लिए शीघ्र और प्रैक्टिकल सपोर्ट प्रदान करता है। कुछ एक्सपर्टस पायथन को ‘रेडी टू रन लैंग्वेज’ की उपाधि देते हैं, क्योंकि से एक्जिक्युट होने के लिए बेहद सरल कोड की आवश्यकता होती है। पायथन के साथ कोड इन्हान्स करना और टेस्ट करना बेहद आसान है।

    7. एसिन्क्रोनस कोडिंग : एसिन्क्रोनस कोडिंग छोटे अंतरालों में जॉब्स पूरी करने के लिए एक सिंगल इवेंट लूप का उपयोग करती है। पायथन एसिन्क्रोनस कोड लिखने के लिए बहुत उपयोगी है, क्योंकि इसे लिखना और मेन्टेन करना बेहद आसान है। इसके लिए किसी कॉम्प्लेक्स रिसर्च कन्टेन्शन्स, डेडलॉक्स या किसी अन्य कॉम्प्लेक्सटी की आवश्यकता नहीं है।

    8. अन्य लैंग्वेजेस के साथ इन्टिग्रेशन पायथन में साइथन तथा जाइथन जैसी लाइब्रेरीज हैं. जो क्रॉस प्लेटफॉर्म डेवलपमेन्ट को इनेबल करने के लिए C, C++ तथा जावा जैसी लैग्वेजेस के साथ इन्टिग्रेट करने की अनुमति प्रदान करती है। यह पायथन के मुख्य लाभों में से एक है, क्योंकि कोई भी लैंग्वेज परफेक्ट नहीं होती है, और कभी-कभी डेवलपमेन्ट के लिए डायवर्स लैंग्वेज फंक्शनालिटीज की आवश्यकता होती है, जो एक लैंग्वेज में होना असंभव है।

    9. इन्टरप्राइज एप्लिकेशन इन्टिग्रेशन : इन्टरप्राइज एप्लिकेशन इन्टिग्रेशन (EAI) के लिए पायथन सबसे विकल्प है। यह वेब एप्लिकेशन डेवलपमेन्ट CORBA या COM कम्पोनेन्ट्स को इन्वोल करता है, और जावा/ अच्छा c++/c से सीधे कॉल करना आसान बनाता है। इसके साथ ही यह रिलाएबल प्रोसेस कंट्रोल फिचर्स तथा इन्टरनेट डेटा फॉर्मेट्स और प्रोटोकॉल्स की पेशकश करता है। साथ ही पायथन युजर्स को XL जैसे मार्कअप लैंग्वेजेस को प्रोसेस करने में सहायता करता है, एडवान्स्ड आपरेटिंग सिस्टम्स पर समान बाइट कोड के माध्यम से एक्जिक्युट करता है और इसे स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।

  • Python ki visheshtaen kya hai?

    पायथन की विशेषताएँ (Features of Python )

    पायथन धीमा है। हालाँकि इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, जिसका रूकना अब लगभग नामुमकिन है, क्योंकि यह कम कोड के साथ बेहतर प्रोडक्टिविटी प्रदान करती है। इस कारण पायथन सबसे अधिक पसंद की जाने वाली लैंग्वेजेस में से एक है। पायथन में उन विशेषताओं की सूची है, जो हर किसी को इसके साथ कोडिंग करने के लिए आकर्षित करती है।

    1. लिखने में आसान: इन दिनों लैग्वेजेस में लाइब्रेरीज की बढ़ती संख्या के साथ डेवलपर का अधिकांश समय उन्हें याद करने में चला जाता है। यह पायथन की सबसे अच्छी विशेषताओं में से एक है क्योंकि पायथन लाइब्रेरीज सि इंग्लिश फेजेस का उपयोग करती हैं। इस प्रकार पायथन में कोड लिखना बेहद आसान है।
    2. समझने में आसान: यह पायधन लैंग्वेज को सबसे शक्तिशाली विशेषता है, जो इसे सभी की पहली पसंद बनाती है। चूंकि इसमें उपयोग किए जाने वाले कॉवईस सिपल इंग्लिश फ्रेजेस होते है, इसलिए इसे समझना बहुत आसान है।
    3. ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड मायवन में ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड लैंग्वेज की सभी विशेषताएँ हैं, जैसे- इन्हेरिटेन्स, मेयर ओवरराइडिंग, ऑब्जेक्ट्स आदि। इस प्रकार यह सभी पैराद्विग्म्स और इसकी लाइब्रेरीज में करस्पॉडिंग फंक्शन्स को सपोर्ट करती है। यह जावा के विपरीत मल्टिपल इन्हेरिटेन्सेस के साथ इम्प्लिमेन्टेशन को भी सपोर्ट करती है।

    4. रॉबस्ट स्टैंडर्ड लाइब्रेरीज : पायथन की लाइब्रेरीज बहुत विशाल है, जिसमे विभिन्न मॉड्यूल्स तथा फंक्शन्स सम्मिलित हैं, जो विभिन्न डेटा टाइप्स जैसे रेग्युलर एक्सप्रेशन्स आदि में कार्य करने वाले विभिन्न ऑपरेशन्स को सपोर्ट करती है।

    1. विभिन्न प्रोग्रामिंग पैराहिग्म्स को सपोर्ट करती है: ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड लैंग्वेज की सभी विशेषताओं के सपोर्ट के साथ, पायथन प्रोसीजर ओरिएंटेड पैराडिग्म को भी सपोर्ट करता है। यह मल्टिपल इन्हेरिटेन्स को भी सपोर्ट करता है। यह अपनी विशाल तथा रॉबस्ट लाइब्रेरीज के कारण संभव है, जिसमें हर एक चीज के लिए फंक्शन सम्मिलित होता है।
    2. इन्टरेक्टिव मोड के लिए सपोर्ट पायथन के पास इन्टरेक्टिव मोड में काम करने के लिए भी सपोर्ट है, जहां युजर आसानी से कोड और युनिट टेस्ट कर सकता है। यह एरर्स को यथासंभव कम करने में सहायता करता है।
    1. आटोमेटिक गारबेज कलेक्शन पायथन बेहतर मेमोरी तथा परफॉर्मेन्स मैनेजमेन्ट के आटोमेटिक गारबेजकलेक्शन भी शुरू करता है। इस मेमोरी के कारण इसका अधिकतम उपयोग किया जा सकता है, जो एप्लिकेशन को रॉबस्टबनाता है।

    8. डायनेमिकली टाइप्ड तथा टाइप चैकिंग: यह पायथन की एक बड़ी विशेषता है कि युजर को इसका उपयोग करने से पहले वैरिएबल का डेटा टाइप डिक्लेयर करने की आवश्यकता नहीं होती है। एक बार जब वैरिएबल को वैल्यु असाइन कर दी जाती है, इसका डेटा टाइप डिफाइन हो जाता है। इस प्रकार अन्य लैग्वेजेस से अलग पायथन में टाइप चैकिग रन टाइम पर की जाती है।

    1. डेटाबेसेस : किसी एप्लिकेशन का डेटाबेस उन महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है, जिन्हें उपयोग की जा रही करस्पॉन्डिंग प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस द्वारा भी सपोर्ट किया जाना चाहिए। पायथन उन सभी मेजर डेटाबेसेस को सपोर्ट करता है, जिनका उपयोग किसी एप्लिकेशन जैसे MySQL, ओरेकल आदि में किया जा सकता है। डेटाबेस ऑपरेशन्स के लिए करस्पॉन्डिंग फंक्शन्स पायधन लाइब्रेरीज में पहले से डिफाइन रहते हैं। इनका उपयोग करने के लिए यूजर को कोड्स को इन फाइल्स में सम्मिलित करने की आवश्यकता होती है।
    2. GUI प्रोग्रामिंग: पायथन एक स्क्रिप्टिंग लैग्वेज होने के नाते कई फिचर्स तथा लाइब्रेरीज को सपोर्ट करता है, जो एप्लिकेशन्स के ग्राफिकल डेवलपमेन्ट की अनुमति प्रदान करता है। विशाल लाइब्रेरीज तथा फंक्शन्स में किसी एप्लिकेशन की परफेक्ट GUI को डेवलप करने के लिए विशेष OS कॉल्स को कॉल करने के लिए करस्पॉन्डिंग सिस्टम) कॉल्स तथा प्रोसीजर्स को डिफाइन किया जाता है। इस तरह के GUI बनाने के लिए पायवन को एक फ्रेमवर्क की भी आवश्यकता होती है। कुछ फ्रेमर्वक्स के उदाहरण Django, Tkinter आदि है।
    3. एक्सटेन्सिबल : यह विशेषता पायथन कोड में अन्य लैंग्वेजेस के उपयोग को संभव बनाती है। इसका अर्थ यह है कि पायथन कोड को अन्य लैंग्वेजेस में एक्सटेन्ड किया जा सकता है और इस प्रकार इसे और अधिक रॉबस्ट बनाने और इसकी विशेषताओं में बढ़ोतरी करने के लिए इसे आसानी से एक्जिस्टिंग कोड में एम्बेड किया जा सकता है। पायथन कोड को कम्पाइल करने के लिए अन्य लैंग्वेजेस का उपयोग किया जा सकता है।

    12. पोर्टेबल एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को तब पोर्टेबल कहा जाता है, जब यह हमें एक बार कोड करने और कहीं भौ रन करने की अनुमति प्रदान करती है। अर्थात् जिस प्लेटफॉर्म पर इसका कोड किया गया है और जहाँ इसे रन किया जा रहा है, दोनों समान हो यह आवश्यक नहीं है। यह विशेषता ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड लैंग्वेजेस रियुजेबिलिटी की सबसे मुल्यवान विशेषताओं में से एक की अनुमति प्रदान करती है। एक डेवलपर को सॉल्युशन को कोड करने और उसके बाइट कोड को जनरेट करने की आवश्यकता होती है और साथ ही उसे एन्वायर्नमेन्ट के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है, जहाँ भी इसे रन किया जाना है। उदाहरण के लिए, युजर विडोज पर डेवलप किए गए कोड को अन्य किसी आपरेटिंग सिस्टम जैसे लिनक्स, युनिक्स आदि पर रन कर सकता है।।

    13. स्कैलेबल: यह लैंग्वेज विभिन्न सिस्टम्स या एप्लिकेशन्स को डेवलप करने में सहायता करती है, जो डायनेमिक रूप से कार्य की बढ़ती मात्रा को हैंडल करने में सक्षम है। इस प्रकार की एप्लिकेशन्स आर्गेनाइजेशन्स के विकास में बहुत सहायता करती हैं क्योंकि वे कई हद तक चेन्जेस को हैंडल करने के लिए पर्याप्त मजबूत होती है।

    14. फ्री तथा ओपन सोर्स: यह लैंग्वेज सिखने में बहुत आसान है, यानि यदि आप इसे सही ढंग से सिखते हैं, तो आपको इसे अपनी एप्लिकेशन में उपयोग करने के लिए किसी प्रकार के भुगतान की कोई आवश्यकता नहीं है। सिर्फ इसे इसकी आफिशियल वेबसाइट से डाउनलोड करने की आवश्यकता होती है, और इसके बाद इसे आसानी से शुरू किया जा सकता है। साथ ही जैसे कि यह ओपन सोर्स हैं, इसके सोर्स कोड को भी पब्लिक बनाया गया है कोई भी इसे आसानी से डाऊनलोड कर सकता है और आवश्यकतानुसार इसका उपयोग कर सकता है. साथ ही अन्य युजर्स के साथ इसे शेयर कर सकता है। इस प्रकार यह हर दिन बेहतर होता जाता है।

    15. इन्टिग्रेटेड पाययन को आसानी से अन्य उपलब्ध प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस जैसे कि C. C++, जावा आदि के साथ इन्टिग्रेट किया जा सकता है। यह युजर्स को एक्जिस्टिंग एप्लिकेशन्स की फंक्शनालिटी में बढ़ोतरी करने और इसे और अधिक रॉबस्ट बनाने के लिए इसका उपयोग करने की अनुमति प्रदान करता है।