CDMA kya hai?

CDMA

CDMA स्प्रेड स्पैक्ट्रम टैक्नोलॉजी की विशिष्ट माड्यूलेशन तकनीक है। CDMA इम्प्लीमेंटेशन को रिफर करने के लिये बहुत सारे विभिन्न नामों का प्रयोग होता है।

Qual comm द्वारा परिभाषित वास्तविक US स्टैण्डर्ड IS-95 के नाम से जाना जाता है, IS दूरसंचार इन्डस्ट्री एसोसिएशन (T/A) के इन्ट्रीरम स्टैण्डर्ड को रिफर करता है।

IS-95 को 2G अथवा दूसरी पीढ़ी के सेलुलर के नाम से भी जाना जाता है। Qualcomm का ब्रान्डनाम ‘cdmaOne’ 2G CDMA स्टैण्डर्ड को रिफर करने के लिये भी उपयोग किया जा सकता है।

CDMA को मोबाइल ऐअर इन्टरफेस स्टैण्डर्ड की तरह स्वीकृति मिल सके इसके लिये अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) से अनुरोध किया गया है।

जबकि ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्यूनिकेशन (GSM) स्ट्रैण्डर्ड सम्पूर्ण नेटवर्क आधारभूत संरचना की स्पेसिफिकेशन है CDMA इन्टरफेस केवल ऐअर इन्टरफेस जो तकनीक का रेडियो भाग होता है से सम्बन्धित है।

उदाहरण के लिये, GSM अन्तर्राष्ट्रीय तौर पर स्वीकार किये गये स्टैण्डर्ड पर आधारित आधारभूत संरचना को निर्दिष्ट करता है। जबकि CDMA प्रत्येक ऑपरेटर को स्थितिनुसार नेटवर्क विशेषतायें प्रदान करने की अनुमति देता है।

ऐअर इन्टरफेस पर सिंगनेलिंग सुइट (GSM: ISDNSS7) का कार्य इनके समन्वय के लिये तेज कर दिया गया है।

बहुत सारे संशोधनों के बाद IS-2000 स्ट्रैण्डर्ड ने IS-95 का स्थान ले लिया है। यह स्ट्रैण्डर्ड 3G के लिये IMT-2000 स्पेसिफिकेशन के कुछ मापदण्ड को प्राप्त करने के लिये प्रस्तुत किया गया है।

इसे 1xRTT नाम से भी रिफर किया जाता है जिसका सरल अर्थ है “टाइम्स रेडियो ट्रान्समिशन टैक्नोलॉजी” तथा यह सूचित करता है कि IS-2000 वास्तविक IS- 95 स्टैण्डर्ड की तरह समान 1.25 MHz का करियर शेयर्ड चैनल का उपयोग करता है।

एक सम्बन्धित योजना जिसे 3xRTT कहते हैं वह 3.75 MHz band width के लिये तीन 1.25 MHz करियर का उपयोग करती है जो स्वतन्त्र यूजर को अधि क डाटा ब्रस्ट रेट की अनुमति देते हैं लेकिन 3xRTT योजना को व्यवसायिक रूप से फैलाया नहीं गया है।

अभी हाल ही में, Qualcomm ने नयी CDMA पर आधारित तकनीक जिसे IxEV-Do or IS-856 का निर्माण किया है जो IMT-2000 द्वारा आवश्यक पैकेट डाटा ट्रांसमिशन के लिए अधिक रेट्स प्रदान करता है तथा इन उच्च रेट्स की आवश्यकता बेतार नेटवर्क ऑपरेटर्स को भी होती है।

CDMA सिस्टम प्राय: एक समान परन्तु इनकम्पैटबिल टेक्नोलॉजी जिसे बाइडवैण्ड कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस (W- CDMA) कहते हैं के साथ अस्तव्यस्त है।

जो W-CDMA ऐअर इन्टरफेस का आधार है। W-CDMA ऐअर इन्टरफेस ग्लोबल 3G स्टैण्डर्ड UMTS तथा जापानी 3G स्टैण्डर्ड FOMA में उपयोग होता है तथा यह NTT DoCoMo और वोडाफोन द्वारा भी उपयोग किया जाता है।

हालांकि US नेशनल स्टैण्डर्ड की CDMA family (जिसमें CdmaOne तथा CDMA 2000 भी सम्मिलित है) ITU स्टैण्डर्ड की W-CDMA family के साथ अनुकूल नहीं है। CDMA की एक अन्य महत्त्वपूर्ण एप्लीकेशन ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम है CDMA की यह एप्लीकेशन CDMA सेलुलर से पहले घटित है तथा इससे बिल्कुल भिन्न है।

Qualcomm CDMA अत्यधिक उपयुक्त टाइम सिग्नल्स (सामान्यतः जो सैल बेस स्टेशन में GPS रिसीवर से सम्बन्धित है) को शामिल करता है, इसलिये सैल फोन CDMA पर आधारित क्लॉक्स रेडियो क्लॉक का एक प्रसिद्ध प्रकार है जो कम्प्यूटर नेटवर्क में उपयोग होता है।

रिफ्रेरेन्स क्लॉक के उद्देश्य हेतु CDMA सैलफोन सिग्नल्स के इस्तेमाल का मुख्य लाभ यह है कि वे विल्डिंग के अन्दर बेहतर ढंग से काम करते हैं। इसलिये वे बिल्डिंग के बाहर एक GPS एन्टीने के सपोर्ट की आवश्यकता को खत्म करते

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *