डाटा को हम स्टोरेज डिवाइसेज में स्टार इसलिए करते हैं ताकि इस आवश्यकता पड़ने पर एक्सेस किया जा सके। इसका कई विधियाँ हैं।
आइए हम इस खण्ड में यह जानते हैं कि डाटा एक्सेस करने की विभिन्न विधियाँ क्या हूँ ?
(What are various methods of data access ? ) डाटा एक्सेस की तीन विधियों डायरेक्ट सिक्वेन्शियल तथा इंडस सिंक्वेन्शियल है
डायरेक्ट एक्सेस (Direct Access )
डायरेक्ट एक्सेस में डाटा को किसी भी क्रम में एक्सेस किया जा सकता है। डाटा को चाहे किसी भी क्रम में स्टोर किप गया हो. हम उसे डायरेक्ट एक्प्रेस द्वारा किसी भी क्रम में एक्सेस द्वारा किसी भी क्रम में एक्सेस कर सकते हैं।
डायरेक्ट एक्सेस तथा सिंक्वेन्शियल एक्सेस में अन्तर स्पष्ट करने के लिए आप स्टीरियो सिस्टम में आने वाली कैसे और ग्रामोफोन के रिकॉर्ड का उदाहरण ले सकते हैं।
डायरेक्ट एक्सेस की आवश्यकता वहाँ होती है, जहाँ डाटा को किसी भी क्रम में एक्सम करना पड़ता है।
सिंक्वेन्शियल एक्सेस (Sequential Access )
सिक्वेन्शियल एक्सस में फाइल में उपस्थित डाटा को उसी क्रम में एक्सेस किया जा सकता है जिस क्रम उसे स्टार किया गया है।
उदाहरणार्थ माना छात्रों (students) का डाटा फाइल में बिना किसी क्रम के स्टोर है, जब कम्प्यूटर से इसे एक्सेस किया जायेगा तो यह नाम के वर्णमाला क्रमानुसार या रोल नम्बर के बढ़ते क्रम में प्राप्त नहीं होगा, बल्कि जिस क्रम में स्टोर है,
उसी क्रम में प्राप्त होगा। इस प्रकार डाटा का एक्सेस सिक्वेन्शियल एक्स कहलाता है। इसका उपयोग वहाँ किया जाता है, जहाँ डाटा को क्रमानुसार एक्सेस करना होता है।
इंडेक्स सिक्वेन्शियल एक्सेस (Index Sequential Access )
इण्डेक्स सिक्वेन्शियल एक्सेस, डायरेक्ट एक्सेस तथा सिक्वेंशियल एक्सेस के मध्य अनुरूपता (compromise) वाली विधि है।
इसमें डाटा कम में ही व्यवस्थित होते हैं परन्तु जहाँ डाटा स्टोर किया जाता है यहाँ एक इंडेक्स होता है।
इंडेक्स में प्रत्येक रिकॉर्ड तथा उसका उपयुक्त पता मौजूद होता है। इसका कार्य पुस्तक के पोछे दिये गए इंडेक्स (Index) की तरह होता है।
उदाहरण के रूप में डाक्टर शर्मा का कमरा पता करने के लिये उनके बिल्डिंग की डायरेक्ट्री या इन्डेक्स (Index) देखी तथा उनकी मंजिल और कमरे का नम्बर ज्ञात करेंगे।
इस तरीके में सारे रिकार्ड क्रम (sequence) से लगे होते हैं तथा इन्डेक्स टेबल (Index Table) का प्रयोग सारे रिकार्ड्स जल्दी प्राप्त करने के लिये किया जाता है।
इस तरीके में रिकार्ड तो किसी भी प्रकार से स्टोर कराया जा सकता है परन्तु सारे रिकार्ड इन्डेक्स टेबल में क्रमानुसार लगे होते हैं।