डिजिटल फुटप्रिंट (Digital Footprint)
डिजिटल फुटप्रिंट डेटा की बॉडी है, जो ऑनलाइन एक्शन्स तथा कम्युनिकेशन्स के परिणाम के रूप में मौजूद होता है, जिसे किसी व्यक्ति द्वारा पुनः ट्रेस किया जा सकता है। डिजिटल फुटप्रिंटस कभी-कभी एक्टिव तथा पैसिव डेटा ट्रेसेस में विभाजित होते हैं।
एक्टिव डेटा ट्रेसेस वे होते हैं, जिन्हें युजर जानबूझकर छोड़ देता है। फेसबुक, ट्विटर तथा ब्लॉग पोस्ट्स, सोशल नेटवर्क कनेक्शन्स, इमेज तथा वीडियो अपलोड्स, ईमेल, फोन कॉल्स तथा चैट्स ऐसे तरीके हैं, जिनसे व्यक्ति एक्टिव डिजिटल फुटप्रिंट्स क्रिएट करते हैं।
पेसिव डेटा ट्रेसेस वे होते हैं, जो किसी व्यक्ति से जुड़े होते हैं और अन्य व्यक्ति द्वारा छोड़ दिए जाते हैं या कोई एक्टिविटी के माध्यम से एकत्र किए जाते हैं। इस डेटा का उपयोग यूजर बिना किसी उद्देश्य के कर लेता है। वेबसाइट विजिट तथा एक्शन, सर्च तथा ऑनलाइन पर्चेस उन एक्टिविटीज में से हैं, जो डिजिटल फुटप्रिंट में पेसिव डेटा ट्रेसेस को जोड़ती हैं।
एक डिजिटल फुटप्रिंट अपेक्षाकृत स्थायी होता है और एक बार डेटा पब्लिक या सेमी पब्लिक होने के बाद, जैसा कि फेसबुक के केस में होता है, ऑनर का इस पर बहुत कम कंट्रोल होता है। वह यह तय नहीं कर सकता है कि दूसरों के द्वारा उसके डेटा का उपयोग किस प्रकार किया जाएगा। इस कारण, डिजिटल फुटप्रिंट मैनेजमेन्ट (DFM) का प्रमुख फोकस डेटा को कंट्रोल करने के लिए ऑनलाइन एक्टिविटीज के बारे में सावधानी है, जिसे पहले स्थान पर एकत्रित किया जा सकता है।