ई-वेस्ट हजार्ड (E-Waste Hazard) kya hai?

ई-वेस्ट हजार्ड (E-Waste Hazard)

कई उदाहरणों में, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट का एकमात्र विजिबल पार्ट उसका आउटर शेल होता है। जब तक उस शेल को तोड़ा नहीं जाता है, हम शायद ही कभी असंख्य सर्किट बोर्ड्स, वायरिंग तथा इलेक्ट्रिकल कनेक्शन्स देखते हैं, जो डिवाइस को वास्तव में फंक्शन करते हैं।

लेकिन ये इनर मैकेनिकल आर्गेन्स हैं, जो इतने वैल्युएबल तथा टॉक्सिक हैं। भारी मेटल्स, सेमी-मेटल्स तथा अन्य कैमिकल कम्पाउंड्स की बड़ी संख्या आपके लैपटॉप या टीवी के अंदर भरी हुई है। ई-वेस्ट हजार्ड्स सीसा, पारा, आर्सेनिक, कैडमियम, क्रोमियम, निकल, जस्ता, चाँदी तथा सोने जैसे अवयवों से उत्पन्न होते हैं। इनमें से कई तत्वों का उपयोग सर्किट बड्स में किया जाता है, और इममें कम्प्युटर चिप्स, मॉनिटर और वायरिंग जैसे इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट सम्मिलित होते हैं। इसके साथ ही कई इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट में विभिन्न फ्लेम रिटार्डेन्ट कैमिकल्स सम्मिलित हैं, जो संभावित स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं।

जब इन तत्वों को हमारे रेफ्रिजरेटर तथा लैपटॉप में सुरक्षित रूप से रखा जाता है, तो ई-वेस्ट हजार्ड्स कोई बड़ी समस्या नहीं होती है। समस्याएँ तब हो सकती है, जब डिवाइसेस जान-बूझकर या गलती से टूट जाती हैं। फिर वे अपने तत्कालिक वातावरण को लीक तथा कन्टेमिनेट कर सकती हैं चाहे वे लैंडफिल में हो या स्ट्रगलिंग लेबरर्स से भरे भरे क्षेत्र में सड़को पर। समय के साथ, लैंडफिल के ई-वेस्ट के टॉक्सिक कैमिकल्स जमीन में रिस सकते हैं (संभवतः जल की आपूर्ति में प्रवेश कर सकते हैं) या वातावरण में मिल सकते हैं, जिससे आस-पास की कम्युनिटीज का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। जूरी अभी-भी ई-वेस्ट कन्टेमिनेशन के खतरे के स्तर से बाहर है, लेकिन यह तय है कि परिणाम अच्छे नहीं हैं?

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *