File System ki haniyan kya hai

फाइल सिस्टम की हानियाँ

1. डेटा की रिडन्डेन्सी : डेटा को रिडन्डेन्ट कहा जाता है, जब समान डेटा को कई जगह कॉपी किया है। यह एक स्टूडेन्ट फोन नम्बर बदलना चाहता है, तो उसे इस नम्बर को कई सेक्शन्स में अपडेट करने की आवश्यकता होती है। इसी प्रकार, उस स्टूडेन्ट को रिप्रेजेन्ट करने वाले पूराने रिकॉर्ड्स भी सभी सेक्शनम से डिलिट होना आवश्यक है। गया

2. डेटा की इन्कसिस्टेन्सी डेटा को इन्कस्टिस्टेन्ट कहा जाता है, जब समान डेटा की मल्टिपल क एक-दूसरे से मैच नहीं होती हैं। यदि अकाउंट्स सेक्शन तथा एकेडमिक्स सेक्शन में फोन नम्बर अलग- अलग हो, तो यह कन्सिस्टेन्ट होगा। इन्कन्सिस्टेन्सी टाइपिंग एरर्स के कारण या समान डेटा की सभी को अपडेट न करने की वजह से होती है।

3. कठिन डेटा एक्सेस : एक युजर को डेटा को एक्सेस करने के लिए फाइल की एक्जेक्ट लोकेशन को जानकारी होना चाहिए, इसलिए प्रोसेस बेहद बोझिल तथा थकाऊ हो जाती है. यदि युजर 10000 अनसॉटैंड स्टूडेन्ट्स के रिकॉर्ड्स में से एक स्टूडेन्ट के स्टूडेन्ट होस्टल अलॉटमेन्ट नम्बर को सर्च करना चाहता है, तो यह कितना कठिन होगा, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

4. अनआथोराइज्ड एक्सेस फाइल सिस्टम डेटा के अनआथोराइज्ड एक्सेस का कारण बन सकता है। य एक स्टूडेन्ट उसके मक्सि की फाइल को एक्सेस करने में सक्षम होगा, तो वह इसे अनअथोराइज्ड तरीके से बदल सकता है.

5. कोई कॉन्करंट एक्सेस नहीं होता है समान समय पर मल्टिपल युजर्स द्वारा समान डेटा को एक्सेस करना कॉन्करंसी कहलाता है। फाइल सिस्टम कॉन्करंसी की अनुमति प्रदान नहीं करता है क्योंकि इसमें एस समय पर एक ही युजर द्वारा डेटा एक्सेस किया जा सकता है।

6. कोई बैकअप तथा रिकवरी नहीं होती है यदि फाइल लॉस या करप्ट हो जाती है, तो फाइल को बैकअप तथा रिकवरी प्रदान नहीं करता है।

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