Output Device Kya Hai?

परिचय (Introduction)

आउटपुट डिवाइस (Output Devices) किसी कम्प्यूटर का एक महत्वपूर्ण भाग है। आप जो कुछ कहते या करते हैं|

जो कुछ एक इनपुट डिवाइस द्वारा इनपुट किया गया होता है और सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट द्वारा इसे जिस प्रकार एक्जिक्यूट किया गया होता है

यह सब आउटपुट डिवाइसेज़ पर प्रतिबिम्बित (reflected) होता है। यह हमारे चेहरे की तरह है, जिस पर हमारे मन में चल रही प्रत्येक हलचल प्रतिबिम्बित (reflected) होता है।

आउटपुट डिवाइसेज़ अनेक हैं जो हम अपने इनपुट का परिणाम देखने में सहायता प्रदान करती हैं।

यह अध्याय हमें वैसी सभी आउटपुट डिवाइसेज़ की जानकारी प्रदान करता है जिनका प्रयोग हम प्रायः अथवा कभी-कभी करते हैं।

आउटपुट डिवाइसेज़ (Output Devices)

इनपुट डिवाइसेज के द्वारा किये गये श्रम (labour) का नतीजा (result) हमें आउटपुट डिवाइसेज़ पर प्राप्त होता है

तो आइए अध्याय इस पहले हो खण्ड में हम यह जानते हैं कि आउटपुट डिवाइसेज़ क्या हैं ? (What are output devices?)

आउटपुट डिवाइस हार्डवेयर का एक अवयव (part) अथवा कम्प्यूटर का मुख्य भौतिक भाग (physical part) होता है।

जिसे छुआ जा सकता है तथा जिसे कम्प्यूटर यूजर के समक्ष सुचना प्रस्तुत करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

यह सूचना के किसी भी भाग तथा सूचना के किसी भी प्रकार जैसे ध्वनि (sound), डाटा, मेमारी, इमेज (image) इत्यादि को प्रदर्शित कर सकता है।

सामान्य आउटपुट डिवाइसेज में सामान्यतः मॉनीटर, प्रिन्टर, इअरफोन तथा प्रोजेक्टर सम्मिलित हैं।

सॉफ्ट कॉपी बनाम हार्ड कॉपी आउटपुट (Soft Copy Vs Hard Copy Output)

आमतौर पर हमें दो अवस्था (mode) में परिणाम प्राप्त होते हैं। ये सॉफ्ट तथा हार्ड कहलाती हैं।

आइए इस अध्याय में हम यही जानते हैं कि सॉफ्ट कॉपी तथा हार्ड कॉपी आउटपुट क्या होता है ?

सामान्यतः हमें जो आउटपुट प्राप्त होता है वह दो रूप में होता है। कुछ आउटपुट को हम स्पर्श नहीं कर सकते हैं

परन्तु कुछ को हम स्पर्श कर सकते हैं तथा उन्हें अपने पास रख सकते हैं। उदाहरण के तौर पर स्क्रीन पर जो आउटपुट हम देखते हैं

वह केवल हम देख सकते हैं वह भौतिक रूप (tangible form) में नहीं होता है, परन्तु जो आउटपुट हम प्रिन्टर के माध्यम से कागज या किसी अन्य माध्यम पर प्राप्त करते हैं

वह भौतिक रूप में होते हैं तथा उसे हम स्पर्श कर सकते हैं। वह आउटपुट जो अपने भौतिक रूप में नहीं होता है तथा जिन्हें हम स्पर्श नहीं कर सकते हैं

सॉफ्ट आउटपुट कहलाता है। सॉफ्ट आउटपुट को वह आउटपुट भी कह सकते हैं जिसे ऑफ लाइन रिकॉर्ड नहीं किया जा सकता है।

मॉनीटर के दृश्य, स्पोकर की आवाज इत्यादि सॉफ्ट आउटपुट के उदाहरण हैं। आउटपुट जो अपने भौतिक रूप में होता है तथा जिन्हें हम स्पर्श कर सकते हैं हार्ड आउटपुट कहलाता है।

हार्ड आउटपुट को वह आउटपुट भी कहा जा सकता है जिसे ऑफ लाइन रिकॉर्ड किया जा सकता हो।

प्रिन्टर से छापा गया दस्तावेज प्लॉटर से छापा गया नक्शा हार्ड आउटपुट के उदाहरण हैं।

मॉनीटर (Monitor )

ले सेक्शन में हमने आउटपुट डिवाइसेज़ के बारे में जाना। आइए इस सेक्शन में जानते हैं कि मॉनीटर क्या है? रंगों के आधार पर मॉनीटर कितने प्रकार का हो सकता है ?

What is a monitor ? How many types there can be of monitor on the basis of colours ? )

मॉनीटर कम्प्यूटर की प्राथमिक आउटपुट डिवाइस है। यह एक ऐसी आउटपुट डिवाइस है, जो टी.वी. जैसी स्क्रीन पर आउटपुट को प्रदर्शित करती है।

मॉनीटर को सामान्यतः उनके द्वारा प्रदर्शित रंगों के आधार पर तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है-

(a) मोनोक्रोम (Monochrome ) – यह शब्द दो शब्दों मोनो (Mono) अर्थात एकल (Single) तथा क्रोम (Chrome)

अर्थात रंग (Color) से मिलकर बना है। इस प्रकार के मॉनीटर आउटपुट को श्वेत-श्याम (Black & White) रूप में
प्रदर्शित करते हैं।

(b) ग्रे स्केल (Gray Scale) मॉनीटर विशेष प्रकार के मोनोक्रोम मॉनीटर होते हैं जो विभिन्न ग्रे शेडस (Gray Shades) में आउटपुट प्रदर्शित करते हैं।

इस प्रकार के मॉनीटर अधिकतर हेन्डी कम्प्यूटर जैसे लैपटॉप में प्रयुक्त किये जाते हैं।

(c) रंगीन मॉनीटर (Color Monitors) – ऐसा मॉनीटर RGB (Red Blue-Green) विकिरणों (radiations) के समायोजन के रूप में आउटपुट को प्रदर्शित करता है।

RGB कॉन्सेप्ट (concept) के कारण ऐस मॉनीटर उच्च रेजोलुशन (resolution) में ग्राफिक्स को प्रदर्शित करने में सक्षम होते हैं।

कम्प्यूटर मेमोरी को क्षमतानुसार ऐसे मॉनीटर 16 से लेकर 16 लाख तक के रंगों में आउटपुट प्रदर्शित करने की क्षमता रखते हैं।

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