आइए इस खण्ड में हम यह जानें कि प्लॉटर क्या है ? यह कैसे कार्य करता है ? प्लॉटर एक आउटपुट डिवाइस है
जो चार्ट (Charts), चित्र (Drawings) नक्शे (Maps), त्रिविमीय रेखाचित्र (Three dimensional illustrations) और अन्य प्रकार को हार्डकॉपी (Hard Copy) प्रस्तुत करने का कार्य करता है।
प्लॉटर सामान्यतया दो प्रकार इम पेन प्लॉटर (Drum Pen Plotter) और फ्लैट बेड प्लॉटर (Fiat bed Plotter) के होते हैं ।
ड्रम पेन प्लॉटर (Drum Pen Plotter)
ड्रम पेन प्लॉटर एक ऐसी आउटपुट डिवाइस है, जिसमें पेन ( Pen) प्रयुक्त होते हैं, जो गतिशील होकर कागज की सतह पर आकृति तैयार करते हैं।
कागज एक ड्रम पर चढ़ा रहता है, जो आगे खिसकता जाता है। पेन (Pen) कम्प्यूटर द्वारा नियंत्रित होता है। यह प्लॉटर एक यांत्रिक कलाकार (Mechanical Artist) की तरह कार्य करता नजर आता है।
जैसे ही इसमें रंगों का चुनाव होता है तो यह मनमोहक लगता है। कई पेन प्लॉटर्स में फाइबर टिप्ड पेन (Fiber tipped pen) होते हैं।
यदि उच्च क्वालिटी की आवश्यकता हो तो तकनीकी ड्राफ्टिंग पेन (Technical Drafting Pen) प्रयोग किया जाता है।
यह पन एक इंच के हजारवें हिस्से के बराबर लाइन (रेखा) खींचने की क्षमता रखता है। कई रंगीन प्लॉटर्स में चार या चार से अधिक पेन (Pen) होते हैं।
प्लॉटर एक सम्पूर्ण चित्र (Drawing) को कुछ इंच प्रति सेकण्ड की दर से प्लाट करता है।
फ्लैट बेड प्लॉटर (Flat bed Plotter)
फ्लैट बेड प्लॉटर में कागज को स्थिर अवस्था में एक बेड (Bed) या ट्रे (Tray) में रखा जाता है। एक भुजा (Arm) पर पेन ( Pen) लगा होता है
जो मोटर से कागज पर ऊपर-नीचे (Y-अक्ष) और दायें-बायें (X- अक्ष) गतिशील होता है। कम्प्यूटर पेन को X-Y अक्ष की दिशाओं में नियंत्रित करता है और कागज पर आकृति चित्रित करता है।