रिकर्सिव सिमुलेशन्स (Recursive Simulations)
एक सिमुलेटेड रियलिटी में एक कम्प्यूटर हो सकता है जो एक सिमुलेटैड रियलिटी को चलाता है। ‘पेरेन्ट’ (parent) सिमुलेटर कम्प्यूटर के सभी एटम्स (atoms) को सिमुलेट कर रहा होगा,
वह ऐटम जो एक ‘चाइल्ड’ (शिशु) के सिमुलेशन की गणना कर रहा हो। समझने हेतु कल्पना कीजिये कि एक मानव एक खेल “दी सिम्स” (The Sims) खेल रहा है जिसमें खिलाड़ियों में से एक खिलाड़ी का सिम्स (“सिमूलेटैड पीपुल”) खेल में एक कम्प्यूटर खेल रहा है।
यह रिकर्सन (recursion) अनेक स्तरों पर अनन्त तक चल सकता है। रिकर्सन (Recursion) में केवल एक बाधा (constraint) हो सकती है, प्रत्येक ‘नैस्टैड’ (nested) सिमुलेशन होना चाहिये:
अपनी पेरेन्ट रियलिटी (parent reality) से छोटा (small) क्योंकि उसकी अपनी मेमोरी (memory) पेरेन्ट (parent) की एक सबसैट (subset) होनी चाहिये।
अपनी पेरेन्ट रियलिटी (parant reality) से धीमा (slower) होना चाहिये क्योंकि उसके अपने आकलन पेरेन्ट के सबसैट (subset) होने चाहिये अथवा
अपनी पेरेन्ट रियलिटी से कम जटिल (less complex) होना चाहिये प्रोसेसेस के सरलीकरण (simplification) द्वारा जो
पैरेन्ट रियलिटी में कम्प्यूटेशनली इन्टैनसिव (computationally intensive) है अथवा
तथा इनमें से एक अवश्य होना चाहिये:
अपनी पेरेन्ट रियलिटी से कम सम्पूर्ण (less complete) हो वाया (via) आब्जैक्ट्स (objects) के एप्राक्सीमेशन्स (approximations) से, जिनको कोई नहीं देख रहा हो।
पिछले विचार का आधार है कि क्वान्टम अनिश्चितताएँ (quantum uncertainities) परिस्थितिजन्य (circumstantial) सबूत है कि हमारी स्वयं की रियलिटी एक सिमूलेशन है। तथापि यह मान लिया जाता है कि कहीं सीमित प्रतिबंधन (finite limitation) चेन में है।
यह मान लें कि सिमुलेशन के अन्दर असीमित संख्या के सिमुलेशन्स हैं। किसी सबसैट (subset) के बीच कोई नोटिस (notice) करने वाला अन्तर होना आवश्यक नहीं है।
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