इन्टरनेट मॉडल (The Internet Model)
इन्टरनेट मॉडल एक क्लाइन्ट को बहुत सारे सर्वर्स की सर्विसेज की प्राप्ति को संभव करता है, प्रत्येक सर्वर एक अद्वितीय यूनीफार्म रिसोर्स लोकेटर (URL) से एड्रेस किया जाता है।
सर्वर पर जो कॉनटेन्ट्स स्टोर होते हैं वे विभिन्न फार्मेट में होते हैं, जबकि HTML विशिष्ट है। HTML कॅनटेन्ट निर्माणकर्त्ता को एक समतल डाक्यूमेन्ट संरचना में सर्विस की उपस्थिति के विवरण हेतु साधन प्रदान करता है।
अगर जयादा आधुनिक विशेषताओं जैसे प्रोसीजरल लॉजिक की आवश्यकता होती हैं। तो जावास्क्रिप्ट अथवा UB स्क्रिप्ट का उपयोग किया जा सकता है। चित्र यह प्रदर्शित कर रहा है कि किसी प्रकार www क्लाइन्ट वेब सर्वर पर स्टोर होने वाले संसाधन के लिये कैसे रिक्वेस्ट करती है।
इन्टरनेट पर स्टैण्डर्ड प्रोटोकॉल्स जैसे HTTP तथा ट्रान्समिशन कन्ट्रोल प्रोटोकॉल/इंटरनेट प्रोटोकॉल (TCP/IP) का प्रयोग होता है
वेब सर्वर पर उपलब्ध होन वाल कन्टेंट स्टेटिक अथवा डायनैमिक हो सकते हैं। स्टेटिक कॅनटेन्ट एक बार बनते हैं तथा प्रायः परिवर्तित नहीं किये जाते अथवा बहुत कम अपडेट किये जाते हैं, उदाहरणस्वरूप एक कम्पनी का प्रस्तुतीकरण (Presentation)।
डायनैमिक कन्टेंट की आवश्यकता तब होती है जब सर्विस द्वारा प्रदान की गई जानकारी बहुत बार परिवर्तित होती है। उदाहरणस्वरूप समाचार, समय-सारिणी, खाते की जानकारी, शेयर के भाव।
तकनीक जैसे एक्टिव सर्वर पेज (ASP), कॉमन गेटवे इन्टरफेस (CGI) तथा सर्वलेट्स कॅनटेन्ट्स को डायनैमिकली उत्पन्न होने की अनुमति देते हैं।
WAP मॉडल की कार्यप्रणाली के चरण : WAP मॉडल की कार्यप्रणाली.
1. यूजर अपने मोबाइल डिवाइस से विकल्प चुनता है जिसके पास एक URL होता है तथा जिसे बेतार मार्कअप भाषा (WML) के कन्टेंट असाइन होते हैं।
2. फोन URL रिक्वेस्ट को WAP गेटवे पर फोन नेटवर्क के द्वारा भेजता है तथा इसके लिये वह बाइनेरी एनकोडिट WAP प्रोटोकॉल का उपयोग करता है।
3. गेटवे इस WAP रिक्वेस्ट को विशिष्ट URL के लिये औपचारिक HTTP रिक्वेस्ट में अनुवादित करता है। तथा इसे इंटरनेट पर भेज देता है।
4. उपयुक्त वेब सर्वर HTTP रिक्वेस्ट का चयन कर लेता है।
5. जिस प्रकार सर्वर किसी अन्य रिक्वेस्ट को प्रोसेस करता है उसी प्रकार वह इस रिक्वेस्ट को प्रोसेस करता है। अगर URL एक स्टेटिक WML फाइल को रिफर करता है तो सर्वर उसे डिलीवर कर देता है। अगर CGI स्क्रिप्ट की रिक्वेस्ट होती है तो वह इसे प्रोसेस करता है तथा फिर सामान्य रूप से कॅनटेन्ट रिटर्न कर देता है।
6. वेब सर्वर HTTP हेडर को WML कनटेन्ट के साथ जोड देता है तथा इसे गेटवे को भेज देता है। 7. WAP गेटवे WML को बाइनेरी रूप में कम्पाइल करता है।
8. फिर गेटवे WML रेस्पान्स को वापिस फोन को भेज देता है।
9. फोन WAP प्रोटोकॉल के द्वारा WML को प्राप्त करता है।
10. माइक्रो-ब्राउजर WML को प्रोसेस करता है तथा स्क्रीन पर कनटेन्ट प्रदर्शित करता है।