वीआर हार्डवेयर सिस्टम के स्तर (Levels of VR Hardware System)
वीआर हार्डवेयर के अनेक स्तरों की परिभाषा करते हैं। यह विशेषकर अधिक उन्नतशील सिस्टम के समक्ष कठिन स्तर नहीं है।
ऐन्ट्री वीआर (ईवीआर ) Entry VR (EVR) : ‘एन्ट्री लेबल’ वी आर सिस्टम एक स्टाक पर्सनल कम्प्यूटर या वर्कस्टेशन लेकर एक WOW सिस्टम इम्प्लीमेंट करता है।
सिस्टम एक IBM क्लोन (clone) मशीन (MS-DOS/Window) या एक एैपल मैकिनटाश (Apple Macintosh) अथवा कदाचित एक कामोडोर-अमीगा (Cammodore Amiga) पर आधारित हो। मैक (Mac) आधारित सिस्टम्स हैं किन्तु कुछ ही हैं जो बहुत तेज हैं।
जो भी बेस कम्प्यूटर हो इसमें एक ग्राफिक्स डिस्प्ले, एक 2D इनपुट डिवाइस जैसे माउस, ट्रैकबाल या ज्वायस्टिक, की-बोर्ड, हार्डडिस्क तथा मैमोरी होती है।
बेसिक वीआर (BVR) : ईवीआर (EVR) सिस्टम से अगला कदम है बेसिक इन्टरैक्शन और डिस्प्ले एनहान्समेंट को जोड़ना।
इन एनहान्समेंट (Enhancement) में एक स्टीरियोग्राफिक व्यूवर (LCD shutter glasses) तथा एक इनपुट /कन्ट्रोल डिवाइस जैसे मैटल पावर ग्लोव (Mattel power Glove) तथा एक मल्टीडाइमेन्शनल (3d या 6d) माउस (mouse) या ज्वायस्टिक (joystick) शामिल होंगे।
उन्नतिशील वीआर (AVR) : वीआर टैक्नालाजी सीढ़ी की अगला पायदान है- एक एक्सालटर तथा फ्रम बफर आर संभवत: : इनपुट हैन्डलिंग के लिये अन्य समानान्तर प्रोसेसर का जुड़ना। इस क्षेत्र में एक तेज डिस्प्ले कार्ड (faster display card) सबसे सरल एनहान्समेंट (enhancement) है।
पीसी वर्ग वाली मशीनों के लिये अनेक नये तेज VGA और SVGA एक्सीलेटर कार्ड हैं। ये डेस्कटॉप वीआर सिस्टम के परफारमेंस में नाटकीय सुधार ला सकते हैं। अन्य अधिक परिष्कृत इमेज प्रोसेसर जो Taxas Instrument T134020 अथवा Intel i860 पर आधारित हैं, इस क्षेत्र में और भी अधिक क्षमताओं में सुध पर कर सकते हैं।
सिलीकान वैपिक्स रियलिटी इंजिन (Silicon Graphics Reality Engine) अनेक 1860 प्रोसेसर इस्तेमाल करता है जो सामान्य एस जी आई वर्क स्टेशन हार्डवेयर (SGI work station Hardware) के अतिरिक्त है, यह विशेषकर रियलटाइम ऐनीमेशन में वास्तविकता के आश्यर्चजनक स्तर तक पहुँचने के लिये है।
एक AVR सिस्टम में साउन्ड कार्ड भी जोड़ा जा सकता है जिससे मोनो, स्टीरियो अथवा True 3D आडियो आउटपुट मिल सकता है। कुछ साउन्ड कार्ड आवाज पहचानने (Voice recognition) की क्षमता रखते हैं। वीआर एप्लीकेशन्स के लिये यह अत्यन्त उत्तम अतिरिक्त इनपुट डिवाइस होगी।
इमरशन (Immersion) VR (IVR) इमरशन VR सिस्टम एक प्रकार का इमरसिव ( immersive) डिस्प्ले सिस्टम जोड़ता है: एक HMD, एक Boom, या अनेक बड़े प्रोजेक्शन टाइप डिस्प्ले (Cave), IVR सिस्टम कुछ टैक्टाइल (tectile), हैपटिक (Haptic) और टच फीडबैक (touch feedback) को भी मिला सकते हैं।
टच (touch) या फोर्स फीडबैक (fource feedback) के क्षेत्र में (जिसको सम्मिलित रूप से हैपटिक्स (Haptics) कहते हैं) अनुसंधान का यह नया विषय है।
वी आर पर एक सामान्य वैरियेशन है एक काकपिट या कैब (cab) कम्पार्टमेन्ट का यूजर को एनक्लोज (enclose) करने के लिये प्रयोग करना।
वर्चुअल संसार को या तो एक प्रकार के व्यू स्क्रीन (view screen) से देखा जाता है तथा यह या तो सामान्यतः प्रोजेक्टैंड इमेजरी है या एक पारम्परिक मानीटर होता है।
काकपिट सिमुलेशन हवाई जहाज सिमुलेटरों में अच्छी तरह परिचित है जिसका इतिहास प्रारम्भिक लिंक फ्लाइट ट्रेनर (Link Flight Trainer) तक जाता है। काकपिट को अधि कतर गतिमान प्लेटफार्म पर माउन्ट किया जाता है जो बड़ी गति का छलावा बनाती है।
कैम्स (cabs) पानी के जहाज, ट्रक, टैन्ट तथा ‘बेटिल मैक्स’ (‘Battle mechas’) के लिये सिमुलेटर ड्राइव में काम आती है। “बेटिल मैक्स” काल्पनिक चलते हुए रोबोटिक डिवाइस (अर्थात् स्टारवार फिल्म) है। बैटिल टैक लोकेशन आधारित मनोरंजन (Battle Tech location based entertainment or LBE) केन्द्र इस प्रकार के सिस्टम का प्रयोग करता है
सिमनेट (Simnet) : डिफैन्स सिमुलेशन इन्टरनेट विशाल वीआर परियोजनाओं में से एक है- डिफैन्स सिमुलेशन इन्टरनेट | यह परियोजना एक स्टैण्डर्डाइजेशन (Standardisation) है जिसके पीछे है संयुक्त राज्य अमेरिका का रक्षाविभाग जो विभिन्न सिमुलेटरों को इन्टरकनेक्ट कर एक विशाल नेटवर्क में परिवर्तन योग्य करने के लिये है।
यह डिफैन्स एडवांस्ड रिसर्च प्रोडक्ट्स एडमिनिस्ट्रेशन (DARPA) की SIMNET योजना (1980 वर्ष) का आउट ग्रोथ (out growth) है। SIMNET टैंक सिमुलेटर (कैब टाइप) का संग्रह है जो यूनिट टैकटिकल प्रशिक्षण (unit tactical training) की अनुमति देने के लिये साथ-साथ संगठित किये गये हैं।
जर्मनी में सिमुलेटर उसी वर्चुअल वर्ल्ड (Virtual world) में आपरेट कर सकता है जैसे अमेरिका में सिमुलेटर उसी युद्ध अभ्यास को बाँट रहा है।
बेसिक डिस्ट्रीब्यूटेड इन्टरएक्टिव व सिमुलेशन (DIS) प्रोटोकॉल की परिभाषा ओरलैण्डों इंस्टीट्यूट फार सिमुलेशन एण्ड ट्रेनिंग ने की है। यह अगली पीढ़ी के SIMNET, डिफैन्स सिमुलेशन इन्टरनेट (DSI) का आधार है।
बेसिक DIS प्रोटोकॉल, IEEE द्वारा वितरित सिमुलेशन के बीच कम्यूनिकेशन हेतु एक स्टैण्डर्ड की तरह, एडाप्ट (adopt) की गई है।