चार्ल्स बैबेज के एनालिटिकल इंजिन को शुरू में बेकार समझा गया तथा इसकी उपेक्षा की गयी जिसके कारण बैबेज को अपार निराशा हुई।
परन्तु अप्रत्याशित रूप से (unexpectedly) एडा ऑगस्टा (Ada Augusta ), जो प्रसिद्ध इंग्लिश कवि लॉर्ड वायरन (Lord Byron) की पुत्री थीं, ने बैबेज के उस एनालिटिकल इंजिन में computation instructions विकसित करने में मदद की।
चार्ल्स बैबेज को जिस प्रकार ‘कम्प्यूटर विज्ञान का जनक’ होने का गौरव प्राप्त है, उसी प्रकार विश्व में एडा ऑगस्टा को पहली प्रोग्रामर होने का श्रेय जाता है। ऑगस्टा को सम्मानित करने के उद्देश्य से एक प्रोग्रामिंग भाषा का नाम एडा (Ada) रखा गया।