Cache memory– यह एक अत्यन्त तेज एवं छोटी memory है, जिसे | CPU और main memory के मध्य स्थित किया जाता है तथा जिसका access time CPU की processing गति के समकक्ष होता है। इसका प्रयोग main memory एवं CPU की गति के मध्य 1 : 10 के अनुपात को overcome करने हेतु किया जाता है। यह static RAM से बनी होती है। यह CPU और RAM के मध्य एक उच्च गति buffer का कार्य करती है एवं processing के दौरान अधिक सक्रिय data एवं निर्देशों का अस्थाई संग्रह करती है।
Cache Memory में लिखना- कैश मैमोरी राईट ऑपरेशन के लिये दो प्रक्रिया हैं
प्रथम प्रक्रिया-
यह अत्यधिक उपयोग में आने वाली प्रक्रिया है इसमें मुख्य मैमोरी को राईट ऑपरेशन की प्रत्येक मैमोरी के साथ अपडेट किया जाता है। यदि यह विशिष्ट एड्रैस का कोई शब्द सम्मिलित करती है तब यह राईट श्रू (Write Through) विधि कहलाती है। इस विधि का लाभ यह है कि मुख्य मैमोरी हमेशा कैश मैमोरी के समान ही डाटा को सम्मिलित करती है।
दूसरी प्रक्रिया-
यह राईट बैक (Write Back) प्रक्रिया कहलाती है। इस प्रक्रिया में केवल कैश लोकेशन ही राईट ऑपरेशन के दौरान अपडेट की जाती है। उसके बाद लोकेशन को एक फ्लैग द्वारा चिन्हित कर दिया जाता है।