माइक्रोवेव सवांद की सीमाएं (Limitations of Microwave Communication)
चूंकि माइक्रोवेव एक सीधी रेखा में गमन करते हैं, अतः यदि टावर्स बहुत ज्यादा दूरी पर हैं, तो पृथ्वी बीच में आ जाएगी।
परिणामतः समय-समय पर रिपीटर्स की आवश्यकता पड़ती है। टॉवर जितने ज्यादा ऊँचे होगें, उन्हें उतनी ही अधिक दूरी पर रखा जा सकता है।
अनुमानतः रिपीटर्स के बीच की दूरी टावर की ऊँचाई के वर्गमूल के बराबर होती है। 100m ऊँचे टावर के लिए रीपिटर्स 80km की दूरी पर लगाए जा सकते हैं।
Leave a Reply