Output Device Ke Vishesh Uddeshy Kya Hai?

इस भाग में हम ऐसी आउटपुट डिवाइसेज का अध्ययन करेंगे जिनका उपयोग विशेष उद्देश्यों के लिये होता है।

यहाँ हम कम्प्यूटर आउटपुट माइक्रोफिल्म (Computer Output Microfilm), फिल्म रिकॉर्डर (Film Recorder) और बॉबस आउटपुट डिवाइसेज (Voice Output Devices) की तकनीक का वर्णन करेंगे।

कम्प्यूटर आउटपुट माइक्रोफिल्म (Computer Output Microfilm)

यह कम्प्यूटर आउटपुट को माइक्रोफिल्म मीडिया (Microfilm Media) द्वारा उत्पन्न (produce) करने की तकनीक है।

माइक्रोफिल्म मीडिया एक माइक्रोफिल्म रील या एक माइक्रोफिश्च कार्ड (Microfitche Card) होता है।

माइक्रोफिल्म तकनीक के प्रयोग से कागज की लागत और स्टोरेज स्पेस (Storage Space) की बचत होती है।

उदाहरणार्थ, एक 4×6 इंच के आकार के माइक्रोफिश्च कार्ड में लगभग 270 छपे हुए पृष्ठ (pages) के बराबर डाटा स्टोर कर सकता है।

COM तकनीक उन कार्यालयों में अधिक उपयोगी होती है जहाँ डाटा और सूचना की फाइलों में संशोधन नहीं होता है

और फाइलों की संख्या बहुत अधिक होती है। माइक्रोफिल्म या माइक्रोफिश्च तैयार करने की तकनीक ऑफ लाइन (Off line) होती है।

पहले कम्प्यूटर आउटपुट को एक स्टोरेज मीडियम मैग्नेटिक टेप (Magnetic Tape ) पर स्टोर करता है। इसके बाद कॉम (COM) यूनिट प्रत्येक पृष्ठ का प्रतिविम्ब स्क्रीन पर दिखाती है

और माइक्रोफिल्म के फोटोग्राफ तैयार करती है। कॉम (COM) यूनिट को कम्प्यूटर में जोड़कर ऑन लाइन (On line) भी किया जा सकता है।

माइक्रोफिल्म व माइक्रोफिश्च को पढ़ने के लिए मिनी कम्प्यूटर में एक अलग डिवाइस होती है जो आउटपुट को अलग-अलग फ्रेम्स (frames) में दिखाती है।

फिल्म रिकॉर्डर (Film Recorder)

फिल्म रिकॉर्डर एक कैमरा (camera) के समान डिवाइस है जो कम्प्यूटर) से उत्पन्न उच्च रिजोलुशन के चित्रों का सीधे 35 एम. एम. की ग्लाइड, फिल्म या ट्रासपरेन्सी (Transparencies) पर स्थानान्तरित कर देता है।

कुछ वर्षों पहले यह तकनीक वह कम्प्यूटरों में ही संभव थी लेकिन अब यह माइक्राकम्प्यूटर्स में भी उपलब्ध है।

विभिन्न कम्पनियाँ अपने उत्पादों की जानकारी देने के लिए प्रस्तुतीकरण । (Presentation) तैयार करती हैं।

इन प्रस्तुतियां (presentations) को बनाने के लिए फिल्म रिकॉर्डिंग तकनीक का हो प्रयोग किया जाता है।

वॉयस-आउटपुट डिवाइसेज (Voice Output Devices)

कभी-कभी टेलीफॉन पर नम्बर मिलाने पर जब लाइन व्यस्त होती है तो एक आवाज सुनाई देती है इस मार्ग की सभी लाइनें व्यस्त हैं।

कृपया थोड़ी देर बाद डायल करें। यह संदेश वॉयस आउटपुट डिवाइसेज (Voice Output devices) को सहायता में हमें टेलीफोन पर सुनाई देता है।

पूर्व संग्रहीत (pre-recorded) शब्दों को एक फाइल में से प्राप्त कर कम्प्यूटर इन संदेशों का निर्माण करता है।

कम्प्यूटरीकृत आवाज का उपयोग हवाई अड्डे या रेलवे स्टेशन पर यात्रियों तक आवश्यक सूचना पहुंचाने के लिए भी किया जाता है।

कम्प्यूटर में सैकड़ों शब्दों के उच्चारण कर शब्द भण्डार (Vocabulary) संग्रहीत (Store) किया जाता है

जिन्हें कम्प्यूटर प्रोग्राम्स के निर्देशों के आधार पर संयोजित कर संदेश बनाता है और वायस आउटपुट डिवाइस (Voice Output Device) इन संदेशों का स्पीकरों (Speakers) के द्वारा आवश्यकतानुसार उच्चारण करती है।

साउन्ड कार्ड एवं स्पीकर (Sound Card and Speaker)

साउन्ड कार्ड एक प्रकार का विस्तारण (expansion) बोर्ड होता है जिसका प्रयोग साउन्ड को संपादित (record) करने तथा निर्गत (output) करने में होता है।

कम्प्यूटर पर गाना सुनने, फिल्म देखने या फिर गम्म (games) खेलन के लिए माउन्ट कार्ड का आपके कम्प्यूटर में लगा होना आवश्यक है।

आधुनिक पर्सनल कम्प्यूटर का मुख्य बोर्ड जिसे मदर बोर्ड कहते हैं, में साउन्ड कार्ड पूर्व-निर्मित (in-bult) होता है।

साउन्ड कार्ड तथा स्पीकर कम्प्यूटर में एक दूसरे के पूरक होते हैं। साउन्ड कार्ड की सहायता से ही स्वीकर ध्वनि उत्पन्न करता है

माइक्रोफोन की सहायता से इनपुट किये गये साउन्ड को संग्रहीत (स्टार) करता है तथा डिस्क पर उपलब्ध साउन्ड को संपादित करता है।

प्रायः सभी साउन्ड कार्ड मोडो (MIDI) का सपोर्ट करते हैं। मीडी संगीत (music) का इलेक्ट्रॉनिक रूप (form) में व्यक्त करने के लिए एक मानक (Standard) है।

इसके अतिरिक्त, अधिकतर साउन्ड कार्ड साउन्ड ब्लास्टर संगत (sound blaster compatible) होते हैं|

अर्थात् ये साउन्ड ब्लास्टर कार्ड के लिए लिखे गये निर्देशों (commands) पर प्रक्रिया कर सकते हैं जो पर्सनल कम्प्यूटर साउन्ड के लिए वास्तविक मानक (standard) है।

साउन्ड कार्ड दो बुनियादी विधियों से डिजिटल डाटा को एनालॉग ध्वनि (sound) में रूपांतरित करते हैं

1) फ्रीक्वेन्सी मॉडयूलेशन (Frequency Modulation) सिन्थेसिस (synthesis) पूर्व निर्मित फॉर्मुला के अनुसार विभिन्न वाद्य यंत्रों (musical instruments) की नकल (mimic) करते हैं।

2) वेवटेबल सिन्थेसिस (wavetable synthesis) वास्तविक यंत्रों को रिकॉर्डिंग पर निर्भर कर ध्वनि उत्पन्न करते हैं। वेवटेबल सिन्थेसिस अधिक शुद्ध ध्वनि उत्पन्न करते हैं परन्तु यह महंगे होते हैं।

इयरफोन (Earphones)

इयरफोन को हेडफोन, इयर बड इत्यादि नामों से जाना जाता है। इसमें कान में लगाने हेतु ट्रांस्डयूसर (transducers) के एक जोड़े होते हैं

तथा कानों के नजदीक में ही स्पोकर होते हैं। ट्रांस्डयूसर के जोड़े मीडिया प्लेअर से इलेक्ट्रीक संकेत (signal) प्राप्त करते हैं

तथा स्पीकर उस संकेत को सुनाई देने वाली ध्वनि तरंगों (waves) में बदलते हैं। इसका प्रयोग अक्सर हम इन्टरनेट पर वॉयस चैटिंग, टेलिफोन कॉल करने या संगीत सुनने में करते हैं।

प्रोजेक्टर (Projectors)

प्रोजेक्टर्स का प्रयोग चित्र (image) को एक प्रोजेक्शन स्क्रॉन (Projection Screen) या इसी प्रकार की सतह ( surface) पर प्रदर्शित करने के लिए श्रोता (audience) को दिखाने के उद्देश्य से होता है। प्रोजेक्टर निम्नलिखित प्रकार के होते हैं

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