Mouse Kya Hai?

पिछले सेक्शन में आपने की बोर्ड तथा टर्मिनल के बारे में जाना। इस सेक्शन में चलिये हम यह जानते हैं की माउस क्या और यह किस प्रकार कार्य करता है?

(What is a mouse? And how does it work?)

1980 के दशक में कम्प्यूटर के साथ, सम्भवतः इनपुट डिवाइस के रूप में कंवल की-बोर्ड का प्रयोग किया जाता था।

आज कुछ वर्षों से विशेषकर जब से ग्राफिकल यूजर इंटरफेस युक्त कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर तथा ऑपरेटिंग सिस्टम आने लगे हैं

पर्सनल कम्प्यूटर के साथ प्वाइन्टिंग डिवाइस के रूप में माउस का प्रयोग होता है। इसका नाम माउस, शायद लोगों ने कम्प्यूटर के विभिन्न भाग जैसे मॉनीटर तथा सी. पी. यू. के कैबिनेट की अपेक्षाकृत इसके आकार को देखकर रखा होगा।

माउस अपनी सपोर्टिंग सतह (surface) के सापेक्ष में द्वि-विमीय गति की पहचान करते हुए एक प्वाइन्टिंग डिवाइस के रूप में कार्य करता है।

भौतिक रूप से, माउस एक डिब्बे (case) की भांति होता है, जो यूजर के द्वारा किसी एक हाथ से पकड़ कर चलाया जाता है तथा जिसमें दो या दो से अधिक बटन होते हैं।

इसमें कभी- कभी कुछ और तत्त्व, जैसे- व्हील्स (wheels) होते हैं, जिनकी सहायता से सिस्टम यूजर आधारित क्रिया-कलापों (ऑपरेशन्स) को सम्पन्न करते हैं।

इसमें अतिरिक्त बटन या फीचर जन्म नियंत्रण (control) अथवा विमीय (dimensional) इनपुट जोड़ सकते हैं। माउस को गति सामान्यतः मॉनीटर पर प्वाइन्टर की गति में परिवर्तित होता है।

माउस के कार्य (Functions of mouse)

पिछले सेक्शन में आपने यह जाना की माउस क्या है और यह कार्य कैसे करता है। इस सेक्शन में हम यह जानते हैं की माउस क्या क्या कार्य करता है ?

(What does the mouse do?) अर्थात् माउस के विभिन्न कार्य क्या हैं ? (What are the different functions of a mouse?)

माउस किसी विशिष्ट आइकन, मेन्यू या किसी विशेष लोकेशन को स्क्रीन पर इंगित (point) करता है। केवल इंगित करना ही यूजर के लिए इसे उपयोगी नहीं बनाता है,

बल्कि यह वैसे चार मुख्य कार्यों को करता है, जिन्हें आप की बोर्ड की सहस्यता से इतनी सहजता से नहीं कर सकते हैं और इसलिए यूजर के लिए यह अत्यंत उपयोगी है। इसके मुख्य कार्य निम्न हैं

क्लिकिंग (Clicking)

क्लिकिंग या सिंगल क्लिकिंग माउस के बाएँ (left) बटन के दबाने (press) को रिफर (refer) करता है। जब आप किसी ऑब्जेक्ट को इंगित करते हैं

तथा उसे क्लिक करते हैं तो ऑब्जेक्ट का चयन (selection) हो जाता है। इसके एक्जिक्यूशन में विविधता होती है। उदाहरण के लिए यदि आप File मेन्यू को क्लिक तथा इंगित (point) करते हैं

तो यह चयन नहीं होता बल्कि ऑब्जेक्ट एक्जिक्यूट होता है। तथा इसका सब मेन्यू प्रदर्शित हो जाता है। जब आप आइकन (icon) को अपने डेस्कटॉप पर क्लिक करते हैं,

तो यह इसके द्वारा सलेक्ट (select) होता है, यद्यपि यह इस बात पर निर्भर करता है कि डेस्कटॉप को किस प्रकार कस्टमाइज किया गया है।

डबल क्लिकिंग (Double Clicking)

डबल क्लिॉकिंग का अर्थ माउस के बाएँ (left) बटन को दो बार लगातार दबाना है। डबल क्लिक का कार्यमुख्य रूप से अक्ट को आइकन फार्म में एक्जिक्यूट (execute) करना है। यदि आप मेन्यू की रात (point) करते है तो दो बार क्लिक करने को कोई आवश्यकता नहीं होती

राइट क्लिकिंग (Right Clicking)

राइट क्लिकिंग का अर्थ माउस के दाएँ (right) बटन को दबाना है। इसका प्रयोग पॉप-अप मेन्यू अथवा शार्टकट मेन्यू को एक्तिक्यूट करने के लिए करते हैं।

उदाहरण के लिए जब आप ऑब्जेक्ट को इंगित (point) करते हैं तथा राइट क्लिक करते हैं, तो कुछ महत्त्वपूर्ण कमाण्ड COPY. CUT RENAME का प्रयोग क्रमशः करने, मूव करने, उसका नाम बदलने में होता है।

आप इच्छानुसार मास की प्रोटीन (properties) को कस्टमाइज (customize) कर उसके बायें तथा दाँयें (left and right) बटन के कार्यों को बदल भी सकते हैं।

ड्रैगिंग (Dragging)

ड्रैगिंग का अर्थ एक ऑब्जेक्ट को एक स्थान से दूसरे स्थान पर खोचकर ले जाना होता है। इसका प्रयोग विशेषकर तब होता है

जब आप विण्डोज इक्सप्लोर का प्रयोग कर रह है हालांकि इसका प्रयोग इक्स्प्लोरर तक हो सीमित नहीं है।

इसका प्रयोग आप विण्डोजर में कॉपी करने तथा मूव करने जैसे कार्यों के शॉट कट के रूप में कर सकते हैं।

आप इसका प्रयोग किसी ऑफिस एलोकेशन जैसे यई अथवा एक्सेल (excel) में ब्लॉक (block) अर्थात् विषय-वस्तु (contents) के चयनित क्षेत्र को कॉपी तथा मूव कराने में कर सकते हैं।

इसका प्रयोग करने के लिए आप ऑब्जेक्ट को गित (point) करें तथा बायें बटन को क्लिक करें। फिर बटन को पकड़े हुए इच्छित स्थान पर ले जाकर छोड़ दें (अर्थात् बटन को छोड़ दें)

जहाँ इंगिंग (dragging) होती है वहीं ड्रॉपिंग (dropping) होती है, इसलिए इस विधि को ड्रैग तथा ड्रॉप।(drag and drop method) कहा जाता है।

स्क्रॉलिंग (Scrolling)

माउस में दोनों बटन के मध्य एक स्क्रॉल बटन होता है। इसका प्रयोग स्क्रीन की सामग्री (matter) को ऊपर नीचे करने में किया जाता है। यह बटन आमतौर पर सभी प्रोग्राम्स (programs) में उपयोगी नहीं होता है।

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