Author: Ram

  • How do automated electronic mailing lists work?

    ऑटोमेटेड इलेक्ट्रॉनिक मेलिंग लिस्ट कैसे कार्य करते हैं ? (How do automated electronic mailing lists work?)

    इलेक्ट्रॉनिक मेलिंग लिस्ट को सामान्यतः पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से विशेष मेलिंग लिस्ट सॉफ्टवेयर तथा उस रिफलेक्टर एड्रेस के माध्यम से ऑटोमेट किया जाता है, जिसे ई-मेल प्राप्त करने में सक्षम सर्वर पर स्थापित किया जाता है ।

    आने वाले संदेश (incoming message) सॉफ्टवेयर द्वारा प्रोसेस किये जाते हैं और उनकी विषय-वस्तु के आधार पर आन्तरिक रूप से क्रिया की जाती है (सॉफ्टवेयर को ही निर्देशित निर्देशों को रखने वाले संदेशों की अवस्था में) या मेलिंग लिस्ट में सब्सक्राइब किये गये सभी ई-मेल पतों पर वितरण करती है।

    सॉफ्टवेयर के आधार पर, निर्देशों को भेजने के उद्देश्य हेतु अतिरिक्त एड्रेसों को स्थापित किया जा सकता है। कई इलेक्ट्रानिक मेलिंग लिस्ट सर्वर में विशेष ई-मेल एड्रेस होता है, जिसके माध्यम से सब्सक्राइबर (या वे जो सब्सक्राइबर बनना चाहते हैं) सब्सक्राइबिंग व अनसब्सक्राइबिंग (subscribing and unsubscribing), संदेश भेजने में अस्थायी विराम या उपलब्ध प्रेफ्रेरेन्सेज (Preferences) में परिवर्तन लाने जैसे कार्यों को करने के लिये सर्वर को निर्देश भेज सकता है।

    इन निर्देशों को भेजने का सामान्य फॉर्मेट यह है कि एक ई-मेल भेजा जाये जिसमें मात्र कमाण्ड तथा उसके बाद उस कमाण्ड से संबंधित इलेक्ट्रॉनिक मेलिंग लिस्ट लिखे हुये हों। उदाहरणतः

    Subscribe any list or subscribe anylist John Doe.

    कुछ लिस्ट सर्वर में वेबसाइट के माध्यम से भी सब्सक्राइब, अनसब्सक्राइब, प्रेफ्रेरेन्सेज बदलना आदि संभव है। इलेक्ट्रॉनिक मेलिंग लिस्ट सर्वरों को किसी विशेष मेलिंग लिस्ट के सब्सक्राइबरों के लिये संदेशों को फारवर्ड (forward) करने

    हेतु सेट किया जा सकता है। सर्वर उन्हें प्राप्त करता है या फिर डाइजेस्ट रूप में भेजे जा सकते हैं, जिसमें किसी दिन विशेष में प्राप्त किये गये सभी संदेशों को लिस्ट सर्वर द्वारा एक ही ई-मेल में संयोजित (combined) कर दिया जाता है, जिसे प्रत्येक दिन में एक बार सब्सक्राइबर को भेज दिया जाता है। कुछ मेलिंग लिस्टों में प्रत्येक सब्सक्राइबर के लिये यह निर्णय ले पाना संभव हो जाता है कि वे लिस्ट सर्वर द्वारा किस प्रकार से संदेश प्राप्त करने की अपेक्षा रखते हैं (स्वतंत्र या डाइजेस्ट रूप में)।

    मेलिंग लिस्टों के प्रकार (Types of mailing lists)

    इलेक्ट्रॉनिक मेलिंग लिस्ट का एक प्रकार, एनाउन्समेंट लिस्ट (announcement list) है, जिसे मुख्य रूप से सूचना के एकल मार्गी प्रवाह (one-way-conduit) के रूप में उपयोग किया जाता है तथा जिसे मात्र चयनित लोगों द्वारा ही पोस्ट किया जा सकता है ।

    एक अन्य प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक लिस्ट, डिस्कशन लिस्ट (discussion list) है, जिसमें कोई भी सब्सक्राइबर पोस्ट कर सकता है। डिस्कशन लिस्ट में, सब्सक्राइबर मेलिंग लिस्ट का उपयोग अन्य सभी सब्सक्राइबरों को संदेश भेजने में करती है, जो फिर इसी अन्दाज में उत्तर दे सकते हैं।

    इस प्रकार, वास्तविक डिस्कशन तथा सूचना का आदान-प्रदान संभव हो पाता है। इस प्रकार के मेलिंग लिस्ट सामान्यतः टॉपिक ओरियेन्टेड (topic-oriented) होते हैं। (उदाहरण के लिये, राजनीति विज्ञान संबंधी चर्चा, चुटकुला प्रतियोगिता) तथा ये टॉपिक अत्यन्त संकीर्ण से लेकर रूचि के अनुसार भी हो सकती है।

    इस मामले में, ये यूजनेट न्यूजग्रुप (usenet newsgroups) के समान होते हैं, तथा उसी के समान ऑफ-टॉपिक (off-topic) संदेशों से विमुखता प्रदर्शित करते हैं। शब्द डिस्कशन ग्रुप (discussion group) के अन्तर्गत लिस्टों के ये दोनों प्रकार तथा न्यूजग्रुप (newsgroups ) सम्मिलित होते हैं।

    कुछ डिस्कशन लिस्टों में, प्रत्येक संदेश को शेष सब्सक्राइबरों के लिये भेजने के पूर्व एक मॉडरेटर (moderator) द्वारा अनुमोदित किया जाना आवश्यक होता है। मॉडरेटर का अनुमोदन सामान्यतः पोस्टों के उच्च औसत गुणवत्ता को बनाये रखने के लिये तथा स्पैम (spam) को समाप्त करने के लिये किया जाता है।

    कुछ मेलिंग लिस्ट उन सभी के लिये खुले होते हैं, जो इनमें सम्मिलित होना चाहते हैं, जबकि अन्य में, सम्मिलित होने के पूर्व लिस्ट के मालिक से अनुमोदन प्राप्त करना आवश्यक होता है। किसी मेलिंग लिस्ट में सम्मिलित हो जाने को सब्सक्राइविंग (subscribing) तथा छोड़ देने को अनसब्सक्राइविंग (unsubscribing) कहते हैं।

  • Maling list kya hai?

    मेलिंग लिस्ट (Maling list)

    मेलिंग लिस्ट या वास्तव में, इलेक्ट्रॉनिक मेलिंग लिस्ट एक प्रकार का इन्टरनेट फोरम है तथा एक विशेष व्यवहार वाला ई-मेल है जो कई इण्टरनेट प्रयोक्ताओं हेतु सूचना के व्यापक वितरण को संभव बनाता है।

    यह परम्परागत मेलिंग लिस्ट के समान ही होता है— नामों एवं पतों की एक सूची- जिसे एक संगठन अपने सदस्यों या ग्राहकों को प्रकाशन भेजने के लिये रखती है,

    परन्तु सामान्यतः इसका सम्बन्ध चार वस्तुओं से होता है, ई-मेल एड्रेसों की एक सूची, इन पतों पर मेल को प्राप्त करने वाले लोग अर्थात सब्सक्राइबर (subscribers), इन पतों पर भेजे गये प्रकाशन (ई-मेल संदेश) तथा एक रिफलेक्टर (reflector), जो एक एकल ई-मेल एड्रेस है,

    जिसे जब संदेश के प्राप्तकर्त्ता के रूप में डिजाइन किया जाता है, तो सभी सब्सक्राइबरों को उस संदेश की एक प्रतिलिपि भेजता है।

  • U.U.C.P.(Unix-to-Unix Copy) kya hai?

    यू.यू.सी.पी. (U.U.C.P.)

    U.U.C.P. का पूर्ण रूप यूनिक्स टू यूनिक्स कॉपी (Unix-to-Unix Copy) है। यह एक यूनिक्स प्रोग्राम (Utility) है जो यूनिक्स के सिस्टम के मध्य संचार को व्यवस्थित करता है। UUCP अपने कई संस्करण Honey Bar UUCP तथा Taylor UUCP के नाम से जाना जाता है। यह

    दो होस्ट के मध्य फाइल ट्रांसफर करता है।

    ई-मेल तथा यूजनेट ग्रुप के लिए संचार प्रोटोकॉल प्रदान करता है।

    संचार डिवाइसेज का नियंत्रण करता है।

    यू.यू.सी.पी. पैकेज के व्यवस्था के लिए यूटिलिटिज (Utilities) का एक संकलन प्रदान करता है।

  • MIME kya hai?

    माइम (MIME)

    माइम का पूर्ण रूप बहुउद्देशीय इन्टरनेट मेल विस्तारक (Multipurpose Internet Mail Extensions) है। माइम (MIME) ऐसा प्रोटोकॉल है जो असमान अक्षर समूहों (character sets) वाले भाषाओं में टैक्स्ट का विनिमय (interchange) करता है । साथ ही कई भिन्न कम्प्यूटर प्रणालियों के मध्य मल्टीमीडिया ई-मेल को भी स्थानांतरित (interchange) करता है। माइम प्रयोक्ता को निम्नलिखित सुविधाओं के साथ ई-मेल संदेशों को बनाने तथा पढ़ने की सुविधा प्रदान करता है-

    • एस-की के अतिरिक्त अरबी (Arabic), कन्जी (Kanji) के अक्षर-समूह (character sets)

    • ग्राफिक्स इमेज

    • विशेष चिन्हों पर आधारित समृद्ध टैक्स्ट जैसे गणित

    • ऑडियो फाइल तथा ध्वनि (sound)

    ● द्विआधारी (binary) फाइलें, पोस्टस्क्रीप्ट तथा संकुचित (compressed) फाइलें जैसे tar तथा zip माइम नॉन-टेक्स्युअल संदेश विषयवस्तुओं के कई पूर्व-परिभाषित रूपों जैसे GIF फाइलो को सपोर्ट (Support) करने के अतिरिक्त प्रयोक्ता को उन्हें अपने द्वारा संदेश को परिभाषित करने की अनुमति देता है।

  • 400 (X.400) protocol kya hai?

    एक्स 400 (X.400) protocol

    X.400 प्रोटोकॉल के निर्माण का उद्देश्य ई-मेल संयोजन (connectivity) का सर्वमान्य हल था। इसके विकास की आवश्यकता का कारण एकल सामंजस्य पता योजना (Single consistent addressing scheme) बनाना था तथा द्विआधारी फाइल ट्रान्सफर (Binary File Transfer) जैसी समस्याओं का समाधान करना था।

    X.400 का कार्य 1980 में शुरू हुआ था जब संस्थानों ने यह पता लगाया कि असमान कम्प्यूटर प्रणाली के मध्य संदेश प्रसारण (message transmission) के लिए प्रत्येक कम्प्यूटर के इलेक्ट्रॉनिक मेल प्रणाली के मध्य एक अनुवादक या गेटवे की आवश्यकता थी।

    उदाहरणार्थ लोटस सीसी मेल (Lotus CC:Mail ), आई.बी.एम. का व्यावसायिक ऑफिस प्रणाली (IBM’s Professional Office System), डी.ई.सी. का ऑल इन वन (DEC’s All-In-One) तथा हेवलेट पैकर्ड के एच.पी.मेल (Hewlett-Packard’s HP Mail) को उनके सिस्टम को परस्पर जोड़ने के लिए चार प्रकार गेटवे को स्थापित (install) करने की आवश्यकता पड़ती। X 400 का उद्देश्य सभी कम्पनियों के इलेक्ट्रॉनिक मेल प्रणाली को एक गेटवे से जोड़ना था।

    X400 इस प्रकार का ई-मेल आदान-प्रदान करने के लिए एक मानक है जिसे ISO तथा CCITT जैसी मानक स्थापित करने वाली कम्पनियों का मान्यता प्राप्त है।

    यह प्रोटोकॉल तीन संस्करणों में उपलब्ध है- 1984, 1988 तथा 1992. 84 संस्करण संदेश को संगृहीत तथा भेजने के लिए एक बुनियादी संदेश स्थानांतरण प्रणाली ( message transfer system) है।

    92 संस्करण में संदेश के और भी दूसरे रूपों का विस्तार किया गया जो संग्रहण तथा फारवर्ड सेवाओं के अतिरिक्त स्थानांतरित भी किया जा सकता है, जो कि असमान कम्प्यूटरों के मध्य संवाद के लिए महत्वपूर्ण है।

  • Post Office Protocol (pop) kya hai?

    पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल (Post Office Protocol)

    पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल का प्रयोग मेलबॉक्स को एक्सेस करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग ई-मेल को डाउनलोड करने के लिए भी किया जाता है।

    अक्सर इन्टरनेट सेवा प्रदाता जो डायल-अप एक्सेस की सेवा प्रदान करते हैं, इस प्रोटोकॉल का प्रयोग करते हैं।

  • SMTP Protocol kya hai?

    एस.एम.टी.पी. (SMTP) Protocol

    एस.एम.टी.पी. का आशय सिम्पल मेल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल (Simple Mail Transfer Protocol) है। ई-मेल सिस्टम के लिए यह एक मुख्य प्रोटोकॉल है।

    इस प्रोटोकॉल की सहायता से ही इलेक्ट्रॉनिक मेल एक कम्प्यूटर से दूसरे कम्प्यूटर तक पहुँचती है। यह TCP/IP परिवार का प्रोटोकॉल है।

    SMTP, किसी मेल को एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक पहुँचने का विवरण देता है। इंटरनेट पर हजारों-लाखों सिस्टम SMTP की सहायता से ई-मेल भेजते व प्राप्त करते हैं।

  • E-mail Protocols kya hai?

    ई-मेल प्रोटोकॉल्स (E-mail Protocols)

    प्रयोक्ता ई-मेल भेजने के लिए अलग-अलग प्रकार के संदेश प्रणाली (messaging system) का प्रयोग करते हैं,

    जो दो अलग-अलग पद्धति का प्रयोग करने के फलस्वरूप संदेश के संचार करने में कठिनाई उत्पन्न करते हैं।

    इस प्रकार की विषमताओं के कारण उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों का निदान करने के उद्देश्य से विश्व स्तर पर सेवा प्रदाता समान पद्धति अपनाने पर सहमत हुए।

    इस समान पद्धति वाले निर्देशों के समूह को प्रोटोकॉल (Protocols) कहते हैं।

  • Yahoo new account kaise banaen

    नया अकाउण्ट बनाना (Signing Up A New Account)

    यदि आपका याहू या किसी अन्य वेबसाइट तो आप ई-मेल की सुविधा का उपयोग नहीं कर सकते हैं। इस खण्ड में हम याहू या नया अकाउण्ट बनाने की प्रक्रिया का विस्तृत विवरण दे रहे हैं।

    इसकी सहायता से आप याहू के साथ ही अन्य साइटों पर भी अकाउण्ट बना सकते हैं। यद्यपि साइट के अनुसार नये अकाउण्ट के बनाने की प्रक्रिया में थोड़ा बहुत बदलाव होता है जो चिंताजनक नहीं होता है।

    आप किसी एक साइट पर इस प्रक्रिया को जानने के पश्चात उसकी सहायता से अन्य साइट पर भी ई-मेल बना सकते हैं। यहाँ यह भी ज्ञान होपना चाहिए कि सभी साइट अपने इन्टरफेस तथा प्रक्रिया में बदलाव करते रहते हैं।

    अतः इस खण्ड में बताये जा रहे प्रक्रिया में थोडी बहुत असमानता स्वाभाविक है। इसी प्रक्रिया को समझाने के लिए निम्न पदों का अनुसरण करें-

    ब्राउजर को प्रारम्भ करें।

    http://www.yahoo.com एड्रेस बार में टाइप करें।

    → याहू का होम पेज (home page) प्रदर्शित होगा।

    → Sign Up को क्लिक करें। (Sign Up का अर्थ नये अकाउण्ट के लिए साइन करना जबकि Sign in से तात्पर्य पहले से अपने अकाउण्ट को साइन करना होता है।)

    जब आप Sign Up को क्लिक करते हैं तो आपको एक फॉर्म प्रतीत होगा जिसे आपको भरना है।

    निर्देशों को सावधानीपूर्वक पढते हुए पूछे गये अनुसार फॉर्म को भरें।

    → फॉर्म को भर लेने के पश्चात I Agree को क्लिक करें।

    यदि आपने जो आई. डी. के लिए साइट को आग्रह किया है वह पहले से किसी को आवंटित नहीं है तो आपका अकाउण्ट यहीं पूरा हो जायगा। यदि आपके द्वारा माँगा गया आई. डी. पहले से बना हुआ है तो याहू एक संदेश प्रकट करता है कि आई. डी. पहले से बना है तथा आप अन्य आई. डी. चुन लें।

    कभी-कभी, कुछ साइट आपको उनमें से एक चयन करने को कहते हैं। यदि आपको विकल्प दिया जाय तो उनमें किसी का चयन कर लें या फिर से फॉर्म को भर लें जिसमें आपको दोबारा केवल कुछ ही फील्डों यथा प्रयोक्ता आई. डी. (User ID), पासवर्ड (Password) इत्यादि भरना होता है

    जब आपने सफलतापूर्वक फॉर्म को पूरा कर लिया हो तो आप एक पृष्ठ देखेंगे जिसमें Registration Completed लिखा होगा । Continue with yahoo Mail को क्लिक करें।

  • Creating Addresses kya hai?

    पतों का निर्माण करना (Creating Addresses)

    आप पतों का निर्माण कर सकते हैं तथा अपने पता पुस्तिका (Address Book) में इसे संग्रहित कर सकते हैं ताकि आप ई-मेल लिखते समय उन्हें प्रयोग कर सकें। पतों का निर्माण उपयोगी होता है जब आप ठीक-ठीक ई-मेल आई डी. भूल ज हैं तथा गलत पता लिखने की संभावना बनी रहती है। पता बनाने के लिए

    → Address बटन के डाउन ऐरो को क्लिक करें तथा Add Contact का चयन करें जब आप याहू में साइन इन कर चुके हों

    → फॉर्म को भरने के बाद फॉर्म के नीचे स्थित Save को क्लिक करें। यदि आप दूसरा पता बनाना चाहते हैं तो Save and Add Another बटन को क्लिक करें।

    आपको तत्काल यह सूचना दी जायगी कि आपका पता बन गया है तथा इसे सुरक्षित कर दिया गया है।