Author: Ram

  • Netscape Navigator kya hai?

    नेटस्केप नेविगेटर (Netscape Navigator)

    नेटस्केप नेविगेटर का पहला संस्करण 1994 ई. में बाजार में आया। यह उस समय तक का तथा आज भी सबसे तेज तथा सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वेब ब्राउजर है।

    Netscape Navigator

    यह ब्राउजर कई संस्करणों में तथा विभिन्न प्लेटफॉर्म जैसे- यूनिक्स, विण्डोज तथा मैकिनटॉश के लिए उपलब्ध है। इसमें ई-मेल तथा न्यूजग्रुप की सुविधाएँ इन-बिल्ट (in-built) है। यह नेटस्केप कम्यूनिकेशन्स कॉरपोरेशन (Netscape Communications Corporation) का एक उत्पाद है।

    नेटस्केप नेविगेटर को प्रारम्भ करने के लिए डेस्कटॉप पर नेविगेटर आइकन को दो बार क्लिक करें। परन्तु, यह इंटरनेट इक्स्प्लोरर की तरह विण्डोज के साथ स्वतः नहीं आता। इसे नेटस्केप कम्यूनिकेशन्स कॉरपोरेशन की साइट www.netscape.com से डाउनलोड किया जा सकता है।

  • Microsoft Internet Explorer kya hai?

    माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट इक्सप्लोरर (Microsoft Internet Explorer)

    यह ब्राउजर एन. सी. एस. ए. मॉजैक (NCSA Mosaic) पर आधारित है तथा स्पाइग्लास लिमिटेड (Spyglass Ltd.) के साथ मिलकर वितरित किया जाता है। यह एक शेयरवेयर (Shareware) है तथा इसे इन्टरनेट से डाउनलोड किया जा सकता है। यह विण्डोज के विभिन्न उत्पादों के साथ भी उपलब्ध होता है।

    Microsoft Internet Explorer

    इंटरनेट इक्सप्लोरर ऐसा ब्राउजर है जो अपेक्षाकृत आसानी से प्राप्त हो जाता है क्योंकि विण्डोज परिचालन तंत्र के लोड होने के साथ ही स्वत: उपलब्ध हो जाता है तथा इसका प्रयोग कर इंटरनेट की विभिन्न सुविधाओं का भरपूर उपयोग किया जा सकता है। इंटरनेट इक्सप्लोरर के माध्यम से सूचना को संगृहीत भी किया जा सकता है।

  • Domain Name System kya hai?

    डोमेन नाम प्रणाली (Domain Name System)

    किसी अस्तित्व (entity) की पहचान करने के लिए, TCP/IP प्रोटोकॉल IP पते का प्रयोग करते हैं, जो अनोखे ढंग से (uniquely) इन्टरनेट से एक होस्ट के संयोजन की पहचान करता है। यद्यपि लोग पते के स्थान पर नाम का प्रयोग करना अधि क पसंद करते हैं, इसलिए हमें एक ऐसी प्रणाली की आवश्यकता होती है जो एक नाम को एक पते के साथ तथा पते को नाम के साथ सुव्यवस्थित कर सके। TCP/IP में, यह डोमेन नाम प्रणाली (Domain Name System (DNS)) कहलाती है। DNS एक ऐसा प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग भिन्न-भिन्न प्लेटफॉर्म पर कर सकते हैं। इन्टरनेट में, एक डोमेन नाम जो पूर्ण विराम (.) के साथ समाप्त होता है, पूर्ण क्वालिफाइड डोमेन नेम (Fully Qualified Domain Name) कहा जाता है। डोमेन नाम (वृक्ष) को मुख्य रूप से दो भिन्न खण्डों व्यापक (Generic) डॉमेन और राष्ट्रीय (Country) डॉमेन में बाँट सकते हैं।

    व्यापक (Generic) डॉमेन, होस्ट को उनके सामान्य व्यवहार के आधार पर निबंधित करते हैं। वृक्ष तंत्र (Tree) का प्रत्येक नोड एक डॉमेन को परिभाषित करता है, जो डॉमेन नाम डेटाबेस (Domain Name Database) का सूचक होता है। इस वृक्षतंत्र पर दृष्टि डालते हुए, हम पाते हैं कि व्यापक डॉमेन खंड (Generic Domain System) का पहला स्तर, सात संभव डोमेन लेबल (Domain Labels) को उनके तीन अक्षर के संक्षिप्त रूपों के साथ अनुमति प्रदान करता है।

    .com -वाणिज्यिक संगठनों को समर्पित (dedicated) है।

    .edu -जो शैक्षिक संस्थानों को समर्पित है।

    .mil -जो सैन्य संगठनों को समर्पित है

    .gov -जो सरकारी संस्थानों को समर्पित है।

    .org -जो संगठनों को समर्पित है।

    . Int-जो अर्न्तराष्ट्रीय संगठनों को समर्पित है।

    .net -जो नेटवर्क सपोर्ट केन्द्रों को समर्पित है।

    राष्ट्रीय डॉमेन (Country Domains)

    ये भी व्यापक (Generic) डॉमेन की भाँति उसी फॉरमेट पर अमल करते हैं, पर ये डॉमेन दो अक्षर वाले राष्ट्रीय नामों के संक्षिप्त रूप (Country abbreviations) उदाहरण के लिए “US” for united states) का प्रयोग करते हैं। यह प्रथम स्तर की भाँति तीन अक्षर वाले संगठनों के संक्षिप्त नामों को व्यक्त नहीं करते हैं।

    दूसरे स्तर के लेबल सांगठनिक या आधक निश्चित और सुस्पष्ट, राष्ट्रीय नाम हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य (United States) “us” के उप-प्रभाग के रूप में राज्यों के संक्षिप्त नामों (उदाहरण – ca. us.) का प्रयोग करता है।

  • WWW Browsers kya hai?

    डब्ल्यू. डब्ल्यू. डब्ल्यू. ब्राउजर्स (WWW Browsers)

    वर्ल्ड वाइड वेब ब्राउजर को सामान्यतः वेब ब्राउजर कहा जाता है। ये वैसे सॉफ्टवेयर हैं जिसकी सहायता से आप नेट का भ्रमण करते हैं। ये वस्तुत: क्लाइन्ट प्रोग्राम होते हैं तथा हायपरटेक्स्ट दस्तावेजों (hypertext documents) के साथ संवाद करने और उन्हें प्रदर्शित करने में सक्षम होते हैं।

    (WWW Browsers)

    इन सॉफ्टवेयर को विशेषकर वेब प्रयोग के लिए ही डिजायन किया गया है। वेब ब्राउज़र्स का प्रयोगकर आप नेट पर उपलब्ध विभिन्न सेवाओं का प्रयोग कर सकते हैं। ब्राउजर दो प्रकार के होते हैं- टेक्स्ट आधारित ब्राउजर तथा ग्राफिकल ब्राउजर।

    ग्राफिकल ब्राउजर मल्टीमीडिया जैसे टेक्स्ट, विडियो, एनिमेशन, ऑडियो इत्यादि को सपोर्ट करते हैं। ब्राउजर प्रायः निशुल्क उपलब्ध होते हैं। कुछ लोकप्रिय ब्राउजर की चर्चा आगे की जा रही है।

    माइक्रोसॉफ्ट इन्टरनेट इक्स्प्लोरर (Microsoft Internet Explorer)

    नेटस्केप नेविगेटर (Netscape Navigator) •

    मोज़िला फायरफॉक्स (Mozilla Fire Fox)

    एन. सी. एस. ए. मोजैक (NCSA Mosaic)

    लिंक्स (Lynx)

  • Satellite Services kya hai?

    उपग्रह सेवाएँ (Satellite Services)

    उपग्रह सेवाओं के अन्तर्गत ग्राहक तथा इण्टरनेट के मध्य दोनों ओर से डाटा संचरण की सुविधा उपलब्ध होती है। दुनिया में ऐसी कई जगह हैं जहाँ न तो कोई टेलीफोन नेटवर्क होता है जो ब्रॉडबैण्ड को सपोर्ट कर सके और न ही कोई सेल्यूलर कवरेज होता है। ऐसे ही स्थानों के लिये तथा ऐसे लोगों के लिये जिनको यात्रा के दौरान इण्टरनेट एक्सेस की आवश्यकता होती है, उपग्रह संयोजन (satellite connection) एक मात्र विकल्प है।

    (Satellite Services)

    इस प्रकार के संयोजन अब बहुत अधिक महँगे भी नहीं हैं। लगभग 15 प्रतिशत ISP जो इण्टरनेट बैकबोन (Internet Backbone) तथा ग्राहकों को लिंक करते हैं, इस सेवा का उपयोग कर रहे हैं। एक आकलन के अनुसार वर्तमान में विश्वव्यापी ब्रॉडबैण्ड ट्रैफिक का 10-15 प्रतिशत भाग उपग्रह आधारित संचार व्यवस्था का उपयोग कर रहे हैं।

    उपग्रह आधारित संचार बड़े व्यापारों के साथ-साथ छोटे ऑफिसों, साइबर कैफे, घरों के लिये भी अनुकूल है। इस प्रकार का संयोजन सैन्य बलों, व्यापारों तथा व्यक्तियों को मोबाइल कनेक्शन की सुविधा प्रदान करने हेतु भी प्रयुक्त होता है। डायल-अप कनेक्शन के विपरीत, यह हर समय उपलब्ध रहता है।

  • WLAN Connections kya hai?

    ताररहित लैन संयोजन (WLAN Connections)

    ताररहित लैन संयोजन आज बिल्कुल आम है। यह जिस प्रोद्योगिकी पर आधारित है उसे वाई-फाई (Wi-Fi) के नाम से जानते हैं। इसका पूर्ण रूप वायरलेस फीडिलिटी (Wireless fidelity) है। वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क के दौरान ली गयी दूरी को मीलों (miles) में नापने के बजाय फीट या मीटर में नापा जाता है। अतः यह प्रौद्योगिकी सीधे-सीधे आई. एस. पी. (ISP) से नहीं जुड़ती है जैसा कि वायरलेस वैन अथवा उपग्रह संयोजन में होता है।

    WLAN Connections

    अपितु इसका प्रयोग किसी अन्य लैन या यंत्र से जुड़ने के पश्चात उसके माध्यम से इण्टरनेट एक्सेस प्राप्त किया जाता है। ताररहित वैन में, एक ताररहित एक्सेस प्वाइन्ट (access point) ताररहित हब या स्वीच के रूप में कार्य करता है। ताररहित लैन में मुख्य रुप से एक ताररहित एक्सेस प्वाइण्ट का प्रयोग होता है जो ताररहित कम्प्यूटरों को तारयुक्त (wired) लैन से जोड़ता है तथा इस प्रकार वे लैन के संसाधनों का प्रयोग करने के साथ ही रुटर (router) के माध्यम से इण्टरनेट से भी जुड पाते हैं।

    इन्टरनेट से जुड़ने के लिए ताररहित एक्सेस प्वाइन्ट किसी अन्य डिवाइस की भाँति तारयुक्त लैन से जुड़ता है तथा फिर ताररहित एन. आई. सी. (NICs) वाले कम्प्यूटर लैन को एक्सेस कर पाते हैं। ताररहित एक्सेस प्वाइन्ट फायरवॉल रुटर्स तथा स्वीच जैसे फीचरों के साथ खरीदे जा सकते हैं। ताररहित एक्सेस प्वाइन्ट एक मानक हब के पोर्ट अथवा लैन से संबद्ध स्वीच से जुड़े हो सकते हैं।

    ताररहित लैन का उल्लेख होने के साथ ही हॉट स्पॉट्स (hot spots) का नाम आना स्वाभाविक है। हॉट स्पॉटस सार्वजनिक ताररहित लैनस् (WLANS) होते हैं जो आपको प्रमुख हवाई अड्डों, मनोरंजन स्थलों, रेस्तराओं इत्यादि में इण्टरनेट की सुविध प्रदान करने के उद्देश्य से उपलब्ध होते हैं। ये सार्वजनिक होने के कारण असुरक्षित भी होते हैं तथा इनके साथ अनेक प्रकार के खतरे जुड़े होते हैं।

  • Wireless Wide Area Network Connections kya hai?

    ताररहित वाइड एरिया नेटवर्क संयोजन (Wireless Wide Area Network Connections)

    ताररहित वाइड एरिया नेटवर्क (Wireless Wide Area Network) एक डिजीटल नेटवर्क है जो व्यापक भौगोलिक क्षेत्र तक विस्तृत है। ताररहित वैन सेल्यूलर साइटों तथा उपग्रहों पर रेडियो संकेतों (Signals) की सहायता से डेटा को प्राप्त करते हैं तथा भेजते हैं जो मोबाइल कम्प्यूटर सिस्टम के लिए नेटवर्क को अभिगम्य (accessible) बनाते हैं। स्वीचिंग केन्द्र पर ताररहित वैन टुकड़ों (segments) में विखण्डित होते हैं तथा फिर टेलिफोन अथवा अन्य गति के कम्यूनिकेशन लिंक के माध्यम से विशेषज्ञ सार्वजनिक या निजी नेटवर्क से जुड़ते हैं। डेटा तत्पश्चात् संगठन के विद्यमान लैन/वैन इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ता है।

    Wireless Wide Area Network Connections

    ताररहित वैन (WWAN) के लिए विस्तारण क्षेत्र (cover- age area) सामान्यतः मीलों या किलोमीटरों में नापा जाता है तथा यह इसीलिए वातावरण सम्बन्धित कारकों यथा मौसम के प्रति अतिसंवेदनशील होता है। ताररहित वैन (WWAN) पूर्णत: द्विदिशात्मक (bidirectional) ताररहित नेटवर्क होता है जिसमें डेटा हस्तानांतरण की गति अधि कतर डी. एस. एल. संयोजनों के लागत के अपेक्षाकृत 100 मेगाबिट प्रति सेकण्ड (MBPS) अधिक होती है।

    सामान्यतः मूलभूत ताररहित वैन सेवाएँ संयोजन गति 1 से 10 एम. बी. पी. एस. तक प्रदान करता है। समर्पित यंत्र के साथ इसकी गति 100 एम. बी. पी. एस. तक पहुँच सकती है। ताररहित वैन प्रणाली के लिए उपयुक्त रेडियो आवृत्ति (Frequency) को प्राप्त करने के लिए एन्टीना की आवश्यकता होती है। अच्छे रूटींग (routing) का प्रयोग कर प्रयोक्ता का डेटा इन्टरनट तक तथा फिर गतंव्य वेबसाइटों तथा ई-मेल पतों तक पहुँचता है।

    ताररहित वैन (WWAN) प्रणाली में, कोई संकेत प्रदाता (Provide) से एक केन्द्रीकृत संचरण इकाई (centralized transmission unit) पर शुरु होता है। कम्पनी डिश एंटिना ( antenna) का प्रयोग कर वाहक (carrier) के साथ इंटरफेस करती है। यह डिश एंटिना एक ट्रॉसवर (transeiver) उपकरण से को-एक्सिल केबल (coxial cable) के माध्यम से जुड़ी होती है। ट्रॉसिवर का दूसरा छोर सामान्य कैट्स (CATS) ईथरनेट केबल के लिए एक पोर्ट होता है जो लैन ब्रिज को जोडता है तथा जिसमें एक मल्टीपोर्ट हब होता है। हब लैन पर संयोजन की गति को 100 एम. बी. पी. एस. की गति की अनुमति प्रदान करता है।

  • Cable Modem Service kya hai?

    केबल मोडेम सेवा (Cable Modem Service)

    कई केबल टेलीविजन कम्पनियाँ भी अब अपने नेटवर्क बैण्डविड्थ के हिस्से का प्रयोग कर विद्यमान केबल टेलीविजन संयोजनों के माध्यम से इण्टरनेट एक्सेस प्रदान कर रहे हैं। यह इण्टरनेट संयोजन केबल मोडेम सेवा (Cable Modem Service) कही जाती है क्योंकि इस माध्यम से संयोजित करने के लिए एक विशेष केबल मोडेम की आवश्यकता होती है।

    (Cable Modem Service)

    केबल टेलीविजन प्रणालियाँ डेटा के संचार के लिए को-एक्सिल केबल (Co-axial Cable) का प्रयोग करते हैं, जो डेटा को सामान्य टेलीफोन लाइनों की अपेक्षाकृत 100 गुना अधिक तेजी से संचारित कर सकते हैं। को-एक्सिल केबल के माध्यम से कई चैनलों पर साथ-साथ संचरण (transmission) हो सकता है।

    अर्थात इण्टरनेट डेटा का संचरण एक चैनल पर हो सकत है जबकि ऑडियो, विडियो तथा कन्ट्रोल संकेतों को अलग-अलग संचारित किया जा सकता है। इससे प्रयोक्ता एक तरफ तो इण्टरनेट का प्रयोग कर सकते हैं तथा दूसरी ओर साथ-साथ उसी केबल कनेक्शन पर टेबल टेलीविजन का आनंद ले सकते हैं।

  • Digital Subscriber Line Connection kya hai?

    डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन संयोजन (Digital Subscriber Line Connection)

    डिजीटल सब्सक्राइबर लाइन (Digital Subscriber Line) संयोजन आई. एस. डी. एन. संयोजन की तरह ही टेलीफोन नेटवर्क का प्रयोग करता है। परन्तु इसमें अधिक उन्नत डिजीटल संकेत प्रोसेसिंग तथा अल्गोरिद्म (algorithms) का प्रयोग होता है जो टेलीफोन लाइनों के माध्यम से अधिक संकतों (Signals) को संप्रेषित (Comprss) करते हैं।

    Digital Subscriber Line Connection

    डी. एस. एल. को किसी क्षेत्र में स्थापित करने से पूर्व इस क्षेत्र के टेलीफोन नेटवर्क के घटकों (Components) में कुछ बदलाव भी करने होते हैं। आई. एस. डी. एन. की ही तरह डी. एस. एल. साथ-साथ डेटा, ध्वनि तथा फैक्स ट्रान्समिशन एक ही लाइन पर प्रदान कर सकता है। डी. एस. एल. प्रोद्योगिकी का प्रयोग ग्राहक तथा टेलीफोन कम्पनी के केन्द्रिय कार्यालय के मध्य अंतिम मील के लिए होता है। वहाँ से डी. एस. एल. यातायात जो इन्टरनेट के लिए निर्दिष्ट होते हैं फोन कम्पनी के नेटवर्क पर, इन्टरनेट एक्सचेंज प्वाइंट (Internet Exchange Point) तथा इन्टरनेट पर गमन करते हैं।

    मानकों में सामान्य रूप से बुनियादी डी. एस. एल. गति की दर 128 के. बी. पी. एस. तथा उच्च स्तर सेवा के लिए 8.448 एम. बी. पी. एस. (MBPS) तक होती है। डी. एस. एल. गति से तात्पर्य यातायात के अनुप्रवाह (Down Stream) की गति होती है अर्थात यह इण्टरनेट से आपके कम्प्यूटर की ओर डेटा के प्रवाह की गति को व्यक्त करता है। असीन्क्रोनस डी. एस. एल. (ADSL) का अनुप्रवाह गति इसके धारा-प्रतिकूल गति (Up-Stream Speed) से बहुत अधिक तेज होता है जबकि सीन्क्रोनस डी. एस. एल. में दोनों ही दिशा में गति की दर बराबर होती है। परन्तु एस. डी. एस. एल. मँहगा होता है।

    अधिकतर लोगों को डाउनलोड की ही ज्यादातर आवश्यकता होती है जबकि कुछ लोगों का कार्य विशेषकर अपलोडिंग का होता है अतः सभी अपने कार्यों के अनसार ए. डी. एस. एल. तथा एस. डी. एस. एल. का प्रयोग करते हैं

    जब आप कोई खास डी. एस. एल. सेवा सब्सक्राइब करते हैं तब भी संचार गति भिन्न-भिन्न हो सकती है। संचार गति को प्रभावित करने वाले कई कारक होते हैं जिसमें दूरी, तार, यंत्र के प्रकार, सेवा प्रदाता क्षमताएँ इत्यादि शामिल हैं। यह भी यहाँ उल्लेखनीय है कि विभिन्न प्रकार के प्रदाता डी. एस. एल. शब्दावली का प्रयोग अलग-अलग तरह से कर सकते हैं तथा डी. एस. एल. सेवाओं को देने में अलग व्यवहार के मानक (Usage Standards) को लागू कर सकते हैं। ये विविधताएँ (variations) प्रायः ग्राहकों में भ्रम पैदा करते हैं फलस्वरूप कुछ बाजारों में डी. एस. एल. की स्वीकृति में देरी हो रही है।

  • Integrated Service Digital Network Connections kya hai

    इन्टिग्रेटेड सर्विसेज डिजीटल नेटवर्क संयोजन (Integrated Service Digital Network Connections)

    इन्टिग्रेटेड सर्विसेज डिजीटल नेटवर्क या आई. एस. डी. एन. (ISDN) एक डिजीटल टेलीफोन सेवा है जो एक ही टेलीफोन लाइन पर एक साथ ध्वनि डेटा संचारित करता है तथा संकेतों को नियंत्रित करता है। आई. एस. डी. एन. सेवा मानक टेलीफोन लाइनों पर परिचालित होते हैं परन्तु इसके लिए एक विशेष मॉडेम तथा फोन सेवा की आवश्यकता होती है।

    आई. एस. डी. एन. डेटा संयोजन डेटा को 128 के. बी. पी. एस. (KBPS) की दर से स्थानांतरित कर सकता है। अधिकतर टेलीफोन कम्पनियाँ स्टैण्डर्ड डायल-अप सेवा से थोड़े अधिक मँहगे दर पर आई. एस. डी. एन. देते हैं। आई. एस. डी. एन. के डेटा स्थानांतरण दर (transfer rate) डायल-अप संयोजन से अधिक होता है।

    साथ ही, आई. एस. डी. एन. का मुख्य लाभ यह है कि आप एक ही आई. एस. डी. एन. लाइन से अपने पर्सनल कम्प्यूटर, टेलिफोन तथा फैक्स मशीन को जोड पाते हैं तथा उनका एक साथ प्रयोग करते हैं। कई आई. एस. पी. तथा स्थानीय दूरभाष कम्पनियाँ जो इण्टरनेट एक्सेस देती हैं, आई. एस. डी. एन. संयोजन को सपोर्ट करती हैं।

    किन्तु आई एस. डी. एन. की माँग धीरे-धीरे उच्चतर गति वाले ब्राड बैण्ड जैसे केबल मोडेम तथा डी. एस. एल. के कारण गिर रही है। विश्व के दूरस्थ इलाकों में, अन्य ऐच्छिक ब्रॉड बैण्ड सेवा तथा उपग्रह कम्प्यूनिकेशन, आई. एस. डी. एन. से अधिक व्यवहारिक विकल्प हो सकता है।