Author: Twinkle

  • Computer soochana praudyogikee mein ( computers in information technology)

    कम्प्यूटर के क्षेत्र के विस्तार होने से एक नई प्रौद्योगिकी (technology) का जन्म हुआ है जिसे ‘सूचना प्रौद्योगिकी (Information Techmology) कहते हैं। कंप्यूटर सूचना प्रौद्योगिकी में किस तरह उपयोगी है इस सेक्शन में संक्षेप में बताया जा रहा है

    1) इण्टरनेट (Internet) – इण्टरनेट (Internet) कम्प्यूटर का अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क (Network) है। दुनिया भर के कम्प्यूटर नेटवर्क इण्टरनेट से जुड़ होते हैं और हम कहीं से भी घर बैठे अपने कम्प्यूटर से सहित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

    राजनीति, खेल, सिनेमा, संगीत, स्वास्थ्य, चिकित्सा विज्ञान, कला, संस्कृति आदि लगभग सभी विषय पर विविध सामग्री इण्टरनेट पर उपलब्ध है। अपना मनपसंद चुनने के लिए सर्व जन (Search Engine) सॉफ्टवेयर इन्टरनेट पर होते हैं।

    यह (Yahoo), खोज (Khoj) आदि कुछ सर्च इंजिनों के उदाहरण है। यह सर्च इंजन बेवसाइट (Website) का पता लगाते हैं। लगभग सभी को शुरुआत अंग्रेजी के अक्षरों ‘www’ से होती है, जिसका आशय ‘वर्ल्ड ‘वाइस’ (World Wide Web www) होता है।

    2) ई-बिजनेस (e-Business) – कम्प्यूटर में ऑपरेशन इलेक्ट्रॉनिक विधि (electronically) में होते है, अत: आध निक बिजनेस जो कम्प्यूटर और इण्टरनेट के सहयोग से किया जाता है

    ‘विजन’ (e-Business) या ‘इलेक्ट्रॉनिक बिजनेस’ (Electronic Business) कहलाता है। यह बिजनेस एक विषय ‘ई-कॉमर्स’ (c- Commerce) के अन्तर्गत आता है।

  • Chikitseey Jaanch Mein Computer (Computers in Medical Treatment)

    कम्प्यूटर हमें स्वस्थ और दीर्घायु बनाने के लिए अथक प्रयासरत है। कम्प्यूटर के चिकित्सा के क्षेत्र में क्या योगदान हैं इन सेक्शन में चर्चा की गई है।

    1)कम्प्यूटर असिस्टेड डाइग्नोसिस (Computer Assisted Diagnosis) – यह एक ऐसी सुविधा है जिसमें हार्डवयर अथवा सॉफ्टवेयर, चिकित्सकों को रोगियों के परीक्षण में सहायता करते हैं। रोगी के लक्षणों को कम्प्युटर में इनपुट (Input) किया जाता है

    सॉफ्टवेयर इस रोगी के लक्षणों का तुलना अब तक के पिछले रोगिया के कम्प्यूटर में स्टार लक्षणों व रोगों से करते हैं और रोग का पता लगाते हैं।

    2) कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (Computed Tomography) – यह एक ऐसा सुविधा है जिसमें कैट स्कैनिंग (CAT Scanning) की जाती है| इसमें x-ray, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर मिलकर रोगी के आन्तरिक अंगों त्रिविमीय ( Three Dimensional) चित्र प्रस्तुत करते हैं। चिकित्सक इस चित्र से रोगी के रोग को अधिक शुद्धता से जाँच सकते हैं।

    3) कम्प्यूटराइज्ड लाइफ सपोर्ट सिस्टम (Computerized Life Support System) – यह नसिंग (Nursing aid) सहायता है, जिससे गम्भीर अवस्था के रोगों का लगातार प्रेक्षण (monitor) किया जाता है और रोगी को हृदयगति, तापमान और रक्तचाप में प्राणघातक बदलाव को अलार्म (Alarm) से सूचित किया जाता है।

    यह सिस्टम कम्प्यूटर द्वारा ही संचालित होता है। आजकल कम्प्यूटरों का उपयोग विकलांगों के लिये भी बढ़ रहा है। ऐसे पोर्टेबल कम्प्यूटर ( Portable Computers) तैयार किये गये हैं

    जो मानव की आवाज से निर्देश प्राप्त करते हैं। यहाँ तक कि नेत्रहीनों के लिए भी कम्प्यूटर तैयार कर लिये गये हैं।

  • Vaigyaanik Shodh Mein Computer ka Kya Yogadaan hai? (Computers in Scientific Research)

    कम्प्यूटर का मौसम की भविष्यवाणी (Weather forecasting) में प्रमुख उपसंग है। मौसम का अनुमान लगाने के लिए, वर्तमान मौसम की स्थिति के डाटा (Data) मटर में इनपुट (Input) किये जाते है,

    जिसकी भूतकाल के मीराम की स्थितियों से कम्प्यूटर तुलना करता है। मौसम की भविष्यवाणी को प्रक्रियण बाबासों घट चलती है। इसमें डाटा (Data) की संख्या अधिक होती है|

    इसलिए इस कार्य के लिए सुपर कम्प्यूटर का राष्ट्रीय स्तर पर उपयोग किया जाता है। अन्तरिक्ष यात्रियों का अन्तरिक्ष यानों में संचार कराके हम कम्प्यूटर को सहायता से उन्हें अन्तरिक्ष यात्री करवाते हैं।

    इस कार्य में जटिल खगोलीय गणनाएँ होती है और खगोलीय पिण्डों की दूरियों का आकलन आदि कम्प्यूटर हो शुद्धता (Accuracy) से कर सकता है। Simulation एक ऐसी तकनीक है जिसमें कम्प्यूटर किसी वास्तविक वस्तु का वशाल मंदिर (virtual models) बना देत और उसका परीक्षण किया जाता है।

    इस प्रकार भवनों, कारों वायुयानों, प्रज्ञास्त्र अन्तरिक्षयानों के मॉडल Simulation तकनीक से बनाकर उनका परीक्षण किया जाता है। Simulation की यह क्रिया कम्प्यूटर एडेड डिजाइनिंग (Computer Aided Designing) भी कहलाता है।

  • Manoranjan Mein Computer ka Kya Yogadaan hai? (Computers in Entertainment)

    कंप्यूटर आज सबसे अधिक मनोरंजन करने वाले यंत्रों में एक है। यदि शिक्षित वर्ग में वोटिंग करवायी जाए, तो मैं समझती हूँ कि लोगों का बहुमत बोट कंप्यूटर को मनोरंजन के मुख्य साधन के रूप में जाएगा ।

    प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कंप्यूटर आज का एक बड़ा मनोरंजनकर्ता है । मैं तब बिल्कुल चकित रह गया जब मैंन कुछ महीने पहले youtube.com को लॉग किया। वहाँ मुझे वो तमाम गाने और विडियों सुनने को मिले जो मैंने चाहा था

    और में यकीन के साथ कह सकता हूँ कि इतना बड़ा म्यूजिकल स्टोर संसार के किसी भी कोने में नहीं होगा । इस सेक्शन में मनोरंजन के अन्य मुख्य क्षेत्रों का वर्णन किया जा रहा है जहाँ कंप्यूटर बिल्कुल जरूरी बन गया है।

    1) खेल (Games) – कम्प्यूटर में हम मनोरंजक और बौद्धिक क्षमता बढ़ाने वाले खेलों का आनंद ले सकते हैं।

    2) चलचित्र (Movies) – फिल्म उद्योग में कम्प्यूटर से चलचित्रों में अनेक फाटोग्राफिक प्रभाव, संगीत प्रभाव, एक्शन प्रभाव आदि का उत्पन्न किया जाता है। कम्प्यूटर में मल्टीमीडिया (Multimedia) तकनीक का सुविधा से काल्पनिक दृश्य भी जीवंत से लगते हैं।

    आपको याद होगा. पिछले दशक में एक फिल्म ‘जुरासिक पार्क (Jurassik Park)’ आयी थी, जिसमें एक विलुप्त प्रजाति के जीव डायनासोर का फिल्मांकन कम्प्यूटर और मल्टीमीडिया के कुछ सॉफ्टवेयर, जैसे- 3D स्टूडियो मैक्स (3D Studio Max) आदि की मदद से किया गया था।

    3) संगीत Music – संगीतकार ( Musicians) एक कम्प्यूटर, जिसे इलेक्ट्रॉनिक सिंथेसाइजर (Electrome Synthesizer) कहते हैं, को काम में लेते हैं। यह आवाज रिकॉर्ड करता है तथा पुरानी धुनों को मेमोरी (Memory) में से देता है। कम्प्यूटर की सहायता से विभिन्न वाद्ययंत्रा की धुन कृत्रिम रूप से तैयार की जा सकती हैं।

    4) कला (Art) – कम्प्यूटर के द्वारा हम आकृतियों का विभिन्न रूप आकार तथा रंग आदि दे सकते हैं। चित्रकला जैसे कार्य करने वाले अनेक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम कम्प्यूटर में उपलब्ध होते हैं। फोटोशॉप (Photoshop ) इसी प्रकार का एक सॉफ्टवेयर है।

    कम्प्यूटर सिम्युलेशन (Computer simulation)

    कम्प्यूटर सिम्युलेशन वास्तविक तथा सैद्धांतिक भौतिक प्रणाली (Theoretical Physical System) को डिजाइन करने की एक विद्या है।

    सिम्युलेशन के माध्यम से किसी डिजिटल कम्प्यूटर पर मॉडलों का एक्जिक्यूशन किया जा सकता है तथा एक्जिक्यूशन उपरान्त इसके आउटपुट का विश्लेषण भी हो सकता है।

    सिम्युलेशन ‘करते हुए सोखने’ के सिद्धान्त को मूर्त रूप देता है। सिम्युलेशन का प्रयोग एक गतिविधि होता है जो उतना ही प्राकृतिक है जितना कोई बच्चा किसी भूमिका को निभाता है।

    बच्चे अपने चारों ओर की दुनिया का जैसे अन्य लोगों, जानवरों तथा वस्तुओं के साथ अन्योन्यक्रिया (interaction) सिम्युलेशन के माध्यम से समझते हैं। सिम्युलेशन का प्रयोग प्रायः असैनिक तथा सैनिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने में होता है।

    यह आमतौर पर तब होता है। जब यह निषेधात्मक रूप से महंगा तथा प्रशिक्षुओं के लिए वास्तविक यंत्रों का प्रयोग करवाना अत्यंत घातक हो। ऐसी परिस्थितियों में वे एक सुरक्षित काल्पनिक वातावरण के बहुमूल्य पाठों को सीखते हैं।

    इसका प्रायः एक और लाभ यह है कि इसमें प्रशिक्षण के दौरान होने वाली गलतियों से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है तथा इसमें आपको सीखने की भावना से गलतियाँ करने की छूट होती है।

  • Shiksha Mein Computer ka kya Yogdan hai

    Computers in education

    1940 और 1950 के दशक में कम्प्यूटर को तेजी गणना करने के लिए स्थापित किया गया था। कम्प्यूटर का शिक्षा में उपयोग बढ़ाने के लिए सबसे पहला प्रयास जॉन कैमेनी (John Kemeny) ने 1960 के दशक में किया

    जब उन्होंने बेसिक (BASIC) कम्प्यूटर भाषा ( language) का विकास किया। यह भाषा जल्दी हो डार्ट माउथ महाविद्यालय के विद्यार्थियों के जीवन का अंग बन गई। आज कम्प्यूटर और शिक्षा एक दूसरे के पूरक हैं। शिक्षा में कम्प्यूटर के उपयोग निम्नलिखित हैं

    1) कम्प्यूटर सीखना (Learning about Computer) – कंप्यूटर आज जनसाधारण का यंत्र है। अतः यह अब एक उपकरण मात्र से एक सम्पूर्ण विद्या में परिवर्तित हो गया है।

    हर व्यक्ति कंप्यूटर जानने को आतुर है । फलस्वरूप विश्वविद्यालय नये नये ट्रेड्स और पाठ्यक्रमों को लागू कर रहे हैं। कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, Computerised Information System सब कुछ कंप्यूटर के सिखने से ही संबंधित हैं। छोटे गाँव में भी लोगों को प्रशिक्षण देने हेतु 19. संस्थानों की संख्या दिन व दिन बढ़ रही है।

    2) कम्प्यूटर एक शिक्षक के रूप में (Computer as a Teacher) – कम्प्यूटर असिस्टेड इंस्ट्रक्शन (Computer Assisted Instruction) कम्प्यूटर का एक सॉफ्टवेयर है जो कम्प्यूटर को एक शिक्षक का रूप दे देता है। उदाहरण के लिए माध्यमिक स्तर का विद्यार्थी कम्प्यूटर में चल रहे सी. ए.आई. (CAI) में बीजगणित का अध्ययन करे तो सी. ए.आई. (CAI) विद्यार्थी को कम्प्यूटर की स्क्रीन पर बीजगणित का एक सवाल हल करने के लिए देगा|

    विद्यार्थी उसे यदि सही हल करता है तो सी.ए.आई. (CAI) अगला सवाल हल करने का देगा और यदि सवाल का हल गलत है तो यह सॉफ्टवयर स्क्रीन पर उस सवाल का मही हल दिखाएगा और साथ हो पुनः हल करने के लिए वैसा ही नया सवाल विद्यार्थी को दिया जायेगा।

    बाद में प्रश्नावली के पूर्ण होने पर कम्प्यूटर विद्यार्थी को प्रगतिपत्र (marksheet) छापकर उसके प्राप्तांक भी दे सकता है।कम्प्यूटर मैनेज्ड इंस्ट्रक्शन (Computer Managed Instruction) जिसे संक्षेप में सी.एम. आई. (CMI) कहा जाता है.

    एक और सॉफ्टवेयर है जो कम्प्यूटर पर पुस्तक पड़ने की सुविधा देता है। इसके साथ ही विद्यार्थी इसकी सहायता से अपने- लेख परस्पर जुड़ (Connected) कम्प्यूटरों में भेज सकते हैं। इस प्रकार विषय-वस्तु एक कम्प्यूटर में सीमित नहीं रहती। इसलिए CMI को बड़े स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक विश्वविद्यालय (Electrome University) भी कहते हैं।

    कम्प्यूटर में वीडियो सी. डी. (Video CD.) के उपयोग से हम किसी भी विषय के बिन्दुओं का फिल्म के रूप में अध्ययन कर सकते हैं।

    3) समस्या समाधान (Problem Solving) – अध्ययन में कठिन समस्याओं को कम्प्यूटर सरल कर देता है। कम्प्यूटर एक समस्या के हल के लिए अनेक व्यक्तियों के तकों का उपयोग तेजी से कर लेता है जिससे समस्या शीघ्र हल हो जाती है।

    4) प्रशिक्षण तथा परीक्षा में कंप्यूटर (Computers in Training and Examinations) – आज प्रतिष्ठित संगठनों द्वारा कई ऑनलाइन पाठ्यक्रम चालाए जा रहे हैं। आप माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन, सन कॉरपोरेशन द्वारा उनके उत्पादों पर प्रशिक्षित किये जा सकते हैं।

    आप ऑनलाइन उनके द्वारा लिये जाने वाली परीक्षाओं में बैठ सकते हैं और उसमें सफल होने पर उनसे डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं। मैग्नेटिक इक रिकॉगनिशन (MIR) एक ऐसी टेक्नॉलॉजी है

    जो बँकिंग तथा अन्य वस्तुनिष्ठ परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं को अद्भुत गति और शुद्धता के साथ जाँचने में सहायक होती है |

  • Ghar mein aur Vyaktigat kaaryon mein computer ke prayog

    Computer in Household and Personal uses

    सन् 1970 में जब माइको कम्प्यूटर का विकास हुआ तो कम्प्यूटर को घर के उपयोग में लाने को केवल कल्पना ही की जा सक थी। आज यह कल्पना साकार होता जा रही है।

    माइको कम्प्यूटर के विभिन्न छोटे आकार के और सुविधाजनक मंडल हम अम व्यक्तिगत कार्यों के लिए घरों में स्थापित कर सकते हैं। यह एक डेस्क (Desk) पर या एक ब्रीफकेस रखा जा सकता है। निम्नलिखित रूपों में घरों में या व्यक्तिगत कार्यों में प्रयोग किया जाता है-

    1) रसोईघर में (In Kitchen ) – इलेक्ट्रॉनिक प्रोससर और मेमोरी का रसोई सम्बन्धी यन्त्रों जैसे माइक्रोवेव ओवन (Microwave Oven) में प्रयोग होता है।

    2) कम्प्यूटरीकृत कार (computer ized) – आधुनिक कारों में कम्प्यूटर के द्वारा सभी नियन्त्रण जैसे कार मालिक को आवाज पहचानकर दरवाजा खुल जाना,

    पेट्रोल को उचित मात्रा को चेतावनी, कार की सतह को इच्छानुसार परिवर्तित करना, सड़क व शहर का मानचित्र उपलब्ध कराना आदि संचालित होते हैं।

    3) कम्प्यूटरीकृत घर (Computerized Homes) – आजकल घरों की कम्प्यूटर नियंत्रित बनाया जा रहा है। कम्प्यूटर मेहमानों का स्वागत व उनकी पहचान करते हैं,

    लॉन (Lawn) में पानी देने का काम करत है, जबकि हम घर से अनुपस्थित हो। ये पर के तापमान को भी स्वतः नियन्त्रित करते हैं।

    4) व्यक्तिगत रोबोट नौकर (Personal Robot Servants) – रोबोट (Robot) का केवल फैक्ट्रियों (Factories) में खतरनाक कार्यों को करने वाला ही नहीं समझना चाहिए।

    इसे व्यक्तिगत कार्यों के लिए नौकर भी बनाया जा सकता है। रोबोट कम्प्यूटर द्वारा संचालित एक ‘यान्त्रिक मानव’ (computerised machine man) होता है।

    5) घर से बैंकिंग और खरीदारी (Home Banking and Shopping) – इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रांसफर (EFT) Electronic Fund Transfer) सिस्टम बैंक की एक ऐसी सुविधा है जिससे हम बैंकों यातायात एजेन्सियों और दुकानों से रुपयों का लेन-देन घर में लगे कम्प्यूटर को सहायता से कर सकते हैं। घर में लगा कम्प्यूटर टेलीफोन लाइन में जुड़ा रहता है जिसका सम्पर्क इण्टरनेट (Internet) से होता है।

    6) आधुनिक कुटीर उद्योग (Modern Cottage Industries) – आजकल कम्प्यूटर ने सूचना को विक्रय योग्य एवंउपयोगी वस्तु बना दिया है जिससे घर में चलाये जा सकने वाले व्यवसायों का उदय हुआ है।

    डी. टी. पी. (DTP-Desk Top Publishing) एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें कम्प्यूटर से प्रकाशन के कार्य घर ही किये जा सकते हैं। डिश एटिना लगाकर उपग्रह से संपर्क स्थापित करने वाला केन्द्र हम कम्प्यूटर की मदद से घर में ही बना सकते हैं।

  • Super Computer kya hai?

    सुपर कम्प्यूटर, कम्प्यूटर की सभी श्रेणियों में सबसे बड़े सबसे अधिक स्टोरेज क्षमता वाले तथा सबसे अधिक (speed) वाले होते हैं। इनमें अनेक सौ. पी. यू. (CPU) समान्तर क्रम में कार्य (processing) करते हैं।

    इस क्रिया समान्तर प्रक्रिया (Parallel Processing) कहते हैं। एक सी. पी. यू. (CPU) द्वारा डाटा (Data) और प्रोग्राम (Program) एक स्ट्रीम (Stream) में एक्ज़िक्यूट करने की पारम्परिक विचारधारा ‘वॉन न्यूमान ‘सिद्धान्त’ (von Neumann Concept) कहलाती है।

    लेकिन सुपर कम्प्यूटर ‘नॉन वनि न्यूमान सिद्धान्त’ (Non-Von Neumann Concept) के आधार पर तैयार किया जाता है। सुपर कम्प्यूटर में अनेक ए. एल यू. (ALU) सी. पी. यू. के एक भाग होते हैं।

    प्रत्येक ए. एल. यू. (ALU) एक निश्चित क्रिया के लिए होता है और सभी ए. एल. यू. (ALU) एक साथ समान्तर प्रक्रिया (parallel processing) करते हैं। सुपर कम्प्यूटर का उपयोग निम्नलिखित कार्यों में होता है :

    1) बड़ी वैज्ञानिक और शोध (research) प्रयोगशालाओं में शोध व खोज करना।

    2) अन्तरिक्ष यात्रा के लिये अन्तरिक्ष यात्रियों को अन्तरिक्ष में भेजना।

    3) मौसम की भविष्यवाणी।

    4) उच्च गुणवत्ता के एनीमेशन (animation) वाले चलचित्र (movie) का निर्माण|

    उपरोक्त सभी कार्यों में को जाने वाली गणनाएँ व प्रक्रिया (processing) जटिल व उच्चकोटि की शुद्धता वाली होती हैं जिन्हें केवल सुपर कम्प्यूटर ( Super Computer) ही कर सकता है।

    सुपर कम्प्यूटर सबसे महँगे कम्प्यूटर होते हैं। इनकी कीमत अरबों रुपयों में होती है। भारत में C-DAC द्वारा “PARAM” नामक सुपर कम्प्यूटर विकसित किया गया है।

    इसका विकसित रूप परम-10000 भी तैयार कर लिया गया है।CRAY-2, CRAY XMP-24 और NEC-500 सुपर कम्प्यूटर के अन्य उदाहरण हैं।

    इम्बेडेड कम्प्यूटर (Embedded Computer)

    इम्बेडेड कम्प्यूटर एक विशेष उद्देशीय कम्प्यूटर सिस्टम है, जिसे किसी dedicated function को सम्पन्न करने के लिए डिजाइन किया जाता है।

    एक सामान्य उद्देशीय कम्प्यूटर जैसे कि एक पर्सनल कम्प्यूटर से भिन्न एक इम्बेडेड कम्प्यूटर सिस्टम एक या कुछ पूर्व निर्धारित (pre-defined) कार्यों को सम्पन्न करती है

    जिनकी प्रायः बहुत विशिष्ट आवश्यकताएँ होती हैं तथा प्रायः ऐसे विशेष कार्य वाले हार्डवेयर एवं मेकॅनिकल पार्ट्स को सम्मिलित करता है जो प्रायः सामान्य उद्देशीय कम्प्यूटर में नहीं पाये जाते हैं।

    यद्यपि यह सिस्टम चित्र ट्रेफिक कन्ट्रोल प्रणाली में इम्बेडेड विशिष्ट कार्यों के लिए निर्धारित है, तथापि डिजाइन इन्जीनियर इस उत्पाद के आकार तथा लागत के घटने से इसके प्रति आशान्वित हैं।

    आर्थिक दृष्टि से लाभप्रद होने से इम्बेडेड सिस्टम प्रायः बड़े पैमाने पर उत्पादित हो रहे हैं। भौतिक रूप से, इम्बेडेड कम्प्यूटर पोर्टेबल (portable) कम्प्यूटरों, जैसे डिजिटल घड़ियाँ तथा एम.पी. श्री (MP3) प्लेयर्स से लेकर बड़े स्टेशनरी इन्स्टॉलेशन traffic lights फैक्ट्री कंट्रोलर अथवा परमाणु शक्ति इकाइयों तक को नियंत्रित करने में पाया जा सकता है।

    जटिलता (कॉम्पलेक्सटी) के मामले में इम्बेडेड सिस्टम्स साधारण से एक माइक्रोकन्ट्रोलर चिप से लेकर मल्टीपल यूनिट, पेरिफेरल्स तथा नेटवर्क जो एक बड़े चेसिस (chassis) या आवरण जैसे कॉम्पलेक्स सिस्टम्स में भी हो सकते हैं।

    मोबाइल फोन अथवा हैण्ड-हेल्ड कम्प्यूटर कुछ ऐलिमेन्ट्स (elements) इम्बेडेड सिस्टम के साथ शेयर (share) करते हैं, जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम तथा माइक्रोप्रोसेसर्स जो उन्हें पॉवर (power) देते हैं|

    परन्तु ये वस्तुतः इम्बेडेड सिस्टम नहीं होते हैं क्योंकि इन्हें सामान्य उद्देशीय होने के साथ विभिन्न एप्लिकेशन्स को तथा पेरिफेरल्स को संयोजित (reservation system) होने की अनुमति प्रदान करनी होती है।

  • Mainframe computer kya hai?

    ये कम्प्यूटर आकार में बहुत बड़े होते हैं साथ ही इनकी स्टोरेज क्षमता भी अधिक होती है। इनमें अधिक मात्रा के डाटा (Data) पर तीव्रता से प्रोसेस (Process) करने की क्षमता होती है,

    इसलिए इनका उपयोग बड़ी कम्पनियों, बैंक तथा सरकारी विभाग एक centralised computer system के रूप में करते हैं। ये चौबीसों घंटे कार्य कर सकते हैं और इन पर सैकड़ों उपयोगकर्त्ता (Users) एक साथ काम कर सकते हैं।

    मेनफ्रेम कम्प्यूटर को एक नेटवर्क (network) या माइक्रो कम्प्यूटरों से परस्पर जोड़ा जा सकता है। अधिकतर कम्पनियाँ या संस्थाएँ मेनफ्रेम कम्प्यूटर का उपयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए करती हैं।

    1) उपभोक्ताओं द्वारा खरीद का ब्यौरा रखना

    2) भुगतानों का ब्यौरा रखना

    3) बिलों को भेजना, रखना

    4) नोटिस (Notice) भेजना

    5) कर्मचारियों के भुगतान करना

    6) कर (Tax) का विस्तृत ब्यौरा रखना आदि।

    IBM 4381, ICL 39 श्रृंखला (series) और (CDC Cyber) श्रृंखला मेनफ्रेम कम्प्यूटरों के उदाहरण हैं।

  • Mini Computer kya hai?

    ये कम्प्यूटर मध्यम आकार के कम्प्यूटर होते हैं। ये माइको कम्प्यूटर (Micro Computer) को तुलना में अधिक कार्यक्षमता वाले होते हैं। मिनी कम्प्यूटरों की कीमत माइको कम्प्यूटर से अधिक होती है और ये व्यक्तिगत रूप से नहीं खरीदे जा सकते हैं।

    इन्हें छोटी या मध्यम स्तर की कम्पनियों काम में होती है। इस कम्प्यूटर पर एक से अधिक व्यक्ति काम कर सकते हैं। मिनी कम्प्यूटर में एक से अधिक सी. पी. यू. (CPU) होते हैं। इनकी मेमारी (Memory) औरत (Speed) माइका कम्प्यूटर से अधिक और मेनफ्रेम कम्प्यूटर से कम होती है। में सेनफ्रेम कम्प्यूटर से सम्त होते हैं। मध्यम स्तर को कम्पनियों में मिनी कम्प्यूटर ही उपयोगी माने जाते हैं।

    यद्यपि अनेक व्यक्तियों के लिए अलग-अलग माइका कम्प्यूटर लगाना भी सम्भव है, परन्तु यह महँगा पड़ता है। प्रति व्यक्ति का कम्प्यूटर की अपेक्षा मिनी कम्प्यूटर कम्पन में केन्द्रीय कम्प्यूटर के रूप में कार्य करता है और इससे कम्प्यूटर के संसाधनका साझा हो जाता है।

    इसके अलावा अनेक माइको कम्प्यूटर होने पर उनके रख-रखाव व मरम्मत की समस्या बढ़ जाती है। एक मध्यम स्तर को कम्पनी मिनी कम्प्यूटर का उपयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए कर सकती है।

    1) कर्मचारियों के वेतनपत्र (Payroll) तैयार करना

    2) वित्तीय खातों का रख-रखाव

    3) लागत-विश्लेषण

    4) बिक्री-विश्लेषण

    5) उत्पादन योजना।

    मिनी कम्प्यूटरों के अन्य उपयोग में यात्रियों के लिए आरक्षण का संचालन और बैंकों में बैंकिंग (Banking) के कार्य है।

    सबसे पहला मिनी कम्प्यूटर PDP 8 एक रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) के आकार का 18000 डॉलर कीमत का था जिसे डिजीटल इक्विपमेण्ट कॉरपोरेशन (Digital Equipment Corporation) न सन् 1965 में तैयार किया था।

  • Computer ke fundamental uses kya hai (Fundamentals uses of computer)

    कम्प्यूटर आधुनिक जीवन का एक महत्त्वपूर्ण अंग बन गया है। देश के राष्ट्रपति से लेकर एक लिपिक या आम आदमी तक कम्प्यूटर के प्रभाव से अछूता नहीं है।

    यदि देश को सरकार जनगणना के कार्य को कम्प्यूटर के बिना नहीं कर सकती है तो भारतीय रेलवे अपनी आरक्षण प्रणाली (reservation system) को इसके बिना इतने प्रभावशाली रूप से नहीं चला सकती।

    विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान कम्प्यूटर को सहायता से हजारों अंकतालिकाएँ बहुत कम समय में ही तैयार कर लेते हैं। कई संगठन अपने कार्यकका संचालन कम्प्यूटर के द्वारा जो कर रहे हैं। बैंकों में किये जाने वाले लेन-देन को कम्प्यूटर हो आज सुचारु रूप से कर रहा है।

    आज की प्रभावशाली टेलीफोन व्यवस्था सम्पूर्ण रूप से हो गई है। हम पर में बैठकर दी वो (TV) के कार्यक्रम देखते हैं, वे सभी आज कम्प्यूटर द्वारा ही संपादित (edited) किये जाते है और उन्हें हम तक पहुंचाने में भी कम्प्यूटर अपनी भूमिका उपाय के साथ मिलकर निभाता है। भारतवर्ष एक विकासशील देश है

    इसकी एक प्रमुख समस्या बरोजगारी है। इसे दूर करने के लिए भी कम्प्यूटर ने रोजगार ये द्वार खाते हैं। आज भारत दुनिया में सॉफ्टवेयर (Software) के नियतिकों से एक है, अत: इस क्षेत्र में रोजगार बढा है।