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  • PowerPoint क्या है? इसके प्रमुख अवयव कौन-कौन से हैं

    PowerPoint क्या है? इसके प्रमुख अवयव कौन-कौन से हैं

    आज हम सीखने जा रहे हैं कि PowerPoint क्या है और इसके प्रमुख अवयव कौन कौन से हैं इस Site की मदद से आप बहुत आसान भाषा में सीख सकते हो कंप्यूटर के बारे में, तो पढ़ते रहे आप इस आर्टिकल को.

    PowerPoint के द्वारा विभिन्न सभाओं और प्रशिक्षणों आदि में प्रस्तुत करने के लिये सामग्री तैयार की जाती है। इसके बहुत से टूलबार, मेन्यू आदि एमएस ऑफिस के अन्य प्रोग्राम से सुमेलित होते हैं, जिससे इस पर कार्य करना आसान होता है। पॉवर प्वाइंट के प्रस्तुतीकरण में हम एमएस-वर्ड, एमएस एक्सेल आदि दूसरे प्रोग्रामों से भी सामग्री ला सकते है। इसमें ध्वनि को प्रस्तुत करने की भी सुविधा रहती हैं.

    प्रस्तुतिकरण के प्रमुख अवयव 

    (A) स्लाइड्स– स्लाइड्स प्रस्तुतिकरण में उपयोग किये जाने वाले पृष्ठ हैं। स्लाइड्स में शीर्षक, टैक्स्ट, ग्राफ्स, आकृतियाँ, क्लिपआर्ट हो सकते हैं। उसको कागज एवं पारदर्शिताओं पर छाप भी सकते हैं।

    (B) हैण्डआउट्स– हैण्ड हाउट्स प्रस्तुतिकरण को सहारा प्रदान करते हैं। प्रस्तुतिकरण से पूर्व आप अपने श्रोतागण में हैण्डआउट्स वितरित कर सकते हैं। इनमें स्लाइड के ही छोटे प्रिन्ट, एक पृष्ठ पर दो, तीन, छः या नौ की संख्या होती है। कम्पनी का नाम, पृष्ठ संख्या एवं तिथि इत्यादि भी इस पर पिन्ट की जा सकती है।

    (C) वक्ता नोट्स- प्रस्तुतिकरण के समय वक्ता या प्रस्तुतकर्ता के स्पष्टीकरण के लिये स्लाइड्स के नीचे वक्ता नोट्स लिखे जाते हैं। वक्ता या प्रस्तुतकर्ता प्रस्तुतिकरण के समय स्लाइड शो करते हुये अपने शो इन नोट्स से सहायता लेता है।

    PowerPoint को प्रारम्भ करने तथा प्रस्तुति बनाने के विभिन्न चरण

    powerpoint hindi

    एमएस-पॉवर प्वाइंट का आरम्भ- एमएस-पॉवर प्वाइंट का आरम्भ निम्न तीन विधियो में से किसी भी एक विधि द्वारा किया जा सकता है

    (1) डेस्कटॉप पर एमएस-पॉवर प्वाइंट के आइकॉन को माउस के बायें बटन द्वारा दो बार क्लिक करके।

    (2)(a) स्टार्ट बटन पर माउस के बायें बटन से एक बार क्लिक करें। ऊपर की ओर खुलती हुई एक सूची मिलेगी। 

    (b) इस सूची में माउस के बायें बटन द्वारा प्रोग्राम्स पर एक बार क्लिक करें। दायीं ओर एक सूची खुल जायेगी।

     (c) दायीं ओर खुली हुई इस सूची में माउस के बायें बटन द्वारा माइक्रोपॉवर प्वाइन्ट पर एक बार क्लिक करें। एमएस-पाँवर प्वाइंट आरम्भ हो जायेगा।

    (3)(a) डेस्कटॉप पर एमएस पॉवर प्वाइंट के आइकॉन को माउस के बायें बटन द्वारा एक बार क्लिक करें। एमएस पॉवर प्वाइंट के आइकॉन का रंग बदल जायेगा। 

    (b) इस आइकॉन पर माउस के दायें बटन द्वारा एक बार क्लिक करें। बायीं ओर एक सूची खुल जायेगी। 

    (c) बायीं ओर खुली हुई इस सूची में माउस के बायें बटन द्वारा ओपन पर एक बार क्लिक करें। एमएस पॉवर प्वाइंट आरम्भ हो जायेगा।

    एमएस-पॉवर प्वाइंट का आरम्भ होते ही Window कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देगी।


     इस Window में निम्न विभाग होते हैं

    (1) मेन्यू बार-

    Window का सबसे ऊपरी भाग मेन्यू बार कहलाता है। इस मेन्यू बार में कई पुल डाउन मेन्यू होते हैं। जैसे- File, Edit, View, Insert, Format, Tools, Slide Show, Window और Help/ किसी भी मेन्यू को खोलने के लिये उस पर माउस के बायें बटन द्वारा एक बार क्लिक कर वांछित कार्य कर सकते हैं।

    (2) टूल बार-

    यह मेन्यू बार के ठीक नीचे होता है। टूल बार की संख्या अधिक होती है। एमएस पॉवर प्वाइंट की Window में आवश्यक टूल बार को रखते हैं शेष को आवश्यकतानुसार लाया जा सकता है। कुछ मुख्य टूल बार हैं- Standard, Fomating, Table and Borders, Drawing, Animation Effects और Picture आदि।

    (3) स्टेटस एरिया-

    यह पाठ्य-क्षेत्र के नीचे होता है। इस क्षेत्र में हमारे प्रस्तुतीकरण के बारे में जानकारी उपलब्ध होती है। जैसे-Slide number आदि।


    स्लाइड मास्टर और टैम्पलेट का प्रयोग कर विभिन्न कलर स्कीम में प्रस्तुतीकरण का निर्माणटैम्पलेट का प्रयोग कर प्रस्तुतीकरण का निर्माण करने के लिये निम्न कार्य किये जाते हैं

    (1) पॉवर प्वाइंट का आरम्भ करते हैं।पॉवर प्वाइंट डायलॉग बॉक्स खुल जायेगा। 

    (2) इस डॉयलॉग बॉक्स में डिजायन टेम्पलेट विकल्प का चुनाव कर ओके बटन पर क्लिक करें।

    New Presentation डायलॉग बॉक्स खुल जायेगा। 

    (3) इस डायलॉग बॉक्स में तीन विकल्प होते हैं और प्रत्येक विकल्प में एक सूची उपस्थित रहती है। उनमें से किसी भी विकल्प का चुनाव कर ओके बटन पर क्लिक करें। New Slide डायलॉग बॉक्स खुल जायेगा। 

    (4) इस डायलॉग बॉक्स में वांछित विकल्प का चुनाव कर ओके बटन पर क्लिक करें।

    उदाहरण के लिये यदि हम ब्लेंक प्रस्तुतीकरण का चुनाव करते है, तो हमें एक स्लाइड दिखाई देती है। स्लाइड मास्टर का प्रयोग करने के लिये निम्न कार्य करते हैं.

    (1) रिक्त प्रस्तुतीकरण का निर्माण करते हैं। 

    (2) मेन्यू बार के व्यू मेन्यू को क्लिक करते हैं।

    एक ड्रॉप डाउन लिस्ट खुल जायेगी। . 

    (3) इस ड्रॉप डाउन लिस्ट में मास्टर विकल्प पर माउस प्वाइंटर ले जाते हैं। दायीं ओर एक Window खुल जायेगी।

    (4) स्लाइड मास्टर पर क्लिक करते ही निम्न स्लाइड हमारे सामने आती हैंइस स्लाइड में हम अपना प्रस्तुतीकरण तैयार कर सकते हैं।

    कुछ महत्वपूर्ण आर्टिकल

    हम आशा करते हैं कि आपको हमारी वेबसाइट से जानकारी प्राप्त हुई होगी और आप जान चुके होंगे कि PowerPoint Kya he और यह किस प्रकार कार्य करता है. अगर हमसे किसी भी प्रकार की कोई जानकारी छूट गई हो तो उसकी सूचना आप कृपया कर हमें कमेंट के जरिए दें

  • What is VSAT? और यह कैसे काम करता है

    What is VSAT? और यह कैसे काम करता है

    what is vsat

    आपका बहुत-बहुत स्वागत है, हमारे इस Blog पर और आज हम सीखने वाले हैं, VSAT? के बारे में जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है, अगर आप कंप्यूटर अथवा वेबसाइट सीखना चाहते हैं.

    आज के इस Article में आपको बहुत ही आसान भाषा में  VSAT के बारे में जानने को मिलेगा और कैसे काम करते हैं आपको सभी जानकारी आज पढ़ने को मिलेगी.

    What is VSAT?

    Very Small Aperture Terminal (VSAT) : VSAT वैरी स्मॉल पचर टर्मिनल (Very small Aperture Teminal) का संक्षिप्त रूप है। इसको एक उधमान भू-स्टेशन के रूप में वर्णन किया जा सकता है जो जियो सिन्क्रोनस उपग्रह (geo synchronous satellite) से जुड़ा होता है तथा द्वि-मार्गी दूर संचार (two-wal telecommunication) तथा सूचना सेवाओं जैसे- ध्वनि, डाटा तथा वीडियो को सपोर्ट करने के लिए उपयुक्त होता है।

    यह छोटे टर्मिनल एक मीटर के एंटिना रखते हैं तथा लगभग एक वाट के होते हैं। अपलिक सामान्यतः 19.2 kilo bite per second के लिये बढ़िया होता है। लेकिन डाउन GNK प्रायः 512 किलो बाइट प्रति सेकण्ड (kbps) से अधिक होता है। बहुत से VSAT प्रणाली के अन्तर्गत माइक्रो-स्टेशन किसी और स्टेशन से (satellite) के द्वारा सीधे जुड़ने की क्षमता नहीं रखते हैं।

    वह एक विशेष प्रकार ग्राउण्ड स्टेशन जो कि बहुत बड़े एंटीना रखते हैं, जिनके द्वारा VSAT, के मध्य सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है। इस प्रकार की क्रियाओं में सूचना भेजने वाले (sender) और प्राप्त करने वाले (receiver) के पास बहुत बड़े एंटीना तथा अत्यधिक क्षमता वाले एम्पलीफायर (Amplifier) होते हैं। इन प्रक्रियाओं में user तक सूचना पहुँचने में अधिक समय लगता है।

    FQA:-

    Vsat full form

    इस का फुल फॉर्म (Very Small Aperture Terminal) (VSAT) : VSAT वैरी स्मॉल पचर टर्मिनल (Very small Aperture
    Teminal) का संक्षिप्त रूप है

    कुछ महत्वपूर्ण आर्टिकल

    हम आशा करते हैं, कि आपको यह Article पढ़ के मजा आया होगा, इस आर्टिकल में हमने VSAT? के बारे में आपको जानकारी दी है, अगर आपको लगता है कि कोई जानकारी हमसे छूट गई हो तो कृपया कर उसे Comment में हमसे साझा करें.

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  • Data Transmission Protocol क्या है? DTP Hindi

    Data Transmission Protocol क्या है? DTP Hindi

    Data transmission protocol होते हैं जो कि सूचनाए, संदेशों को data के रूप में computer या network के बादान-प्रदान करने का कार्य करते हैं। data transmission protocol निम्न हैं.

    Data Transmission Protocol

    आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारे इस Blog पर और आज हम सीखने वाले हैं, Data transmission protocol के बारे में जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है, अगर आप कंप्यूटर सीखना चाहते हैं.

    आज के इस Article में आपको बहुत ही आसान भाषा में  Data transmission protocol  के बारे में जानने को मिलेगा और कैसे काम करते हैं आपको सभी जानकारी आज पढ़ने को मिलेगी.

    Data Transmission Protocol क्या है

    Data transmission protocol होते हैं जो कि सूचनाए, संदेशों को data के रूप में computer या network के बादान-प्रदान करने का कार्य करते हैं। data transmission protocol निम्न हैं.

    TCP/IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol)DIporotocol 1980 में बनाया गया था, इसे TCP/IP सूईट भी कहते हैं, क्योंकि यह Protocol से मिलकर बना होता है। जैसा कि हम जानते हैं कि प्रत्येक protocol की प्रत्येक परत में एक या एक से अधिक protocol होते हैं। TCP/IP protocol को चार परतों में बांटा गया है। TCP/IP एक इंटरनेट protocol है.

    इसके बारे में कुछ खास बातें निम्न हैं.

    (i). यह वेन्डर स्पेसिफिक नहीं होता है।

    (ii) यह किसी भी computer जैसे- Personal computer से लेकर super computer में इस्तेमाल किया जा सकता है।

    (ii) इसका प्रयोग local Area Network तथा Wide Area Network दोनों में होता

    (iv) इसका प्रयोग कई सरकारी तथा व्यावसायिक साइटें कर रही हैं।

    (v) यदि दो computer एक कमरे से internet के माध्यम से जुड़े हैं तो वे दोनों computer भी TCP/IP protocol का प्रयोग करके ही सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकते हैं।

    संचार नियंत्रण प्रोटोकॉल (TCP – Transmission Control Protocol)-

    यह Protocol Connection ओरिऐन्ट प्रोटोकॉल हो जो यूजर process के लिए विश्वसनीय, full duplex तथा data को साइट stream में ट्रांसमिट करता है। अधिकतर इंटरनेट Application program TCP protocol का प्रयोग करते हैं। क्योंकि TCP protocol IP protocol का प्रयोग करते हैं। अतः इस protocol सूट को TCP/IP protocol कहते हैं।

    कुछ महत्वपूर्ण Post:

    हम आशा करते हैं कि आपको यह Article पढ़ के मजा आया होगा इस आर्टिकल में हमने Data Transmission Protocol क्या है? के बारे में आपको जानकारी दी है, अगर आपको लगता है कि कोई जानकारी हमसे छूट गई हो तो कृपया कर उसे Comment में हमसे साझा करें.

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  • Smartphone क्या है | What is SmartPhone?

    Smartphone क्या है | What is SmartPhone?

    स्मार्टफोन– What is Smartphone? एक प्रकार का Mobile कम्प्यटिंग उपकरण करने जैसी बुनियादी सुविधा के साथ-साथ E-Mail के लेनदेन ऑफिस दस्ताव करना Films देखना, Books पडना. गाने सनना तथा चैट करने जैसी आधुनिक भी होती हैं। यह एक प्रकार का Mobile Phone ही है परन्तु साधारण Mobile का इसमें मोबाइल Operating System के साथ-साथ अनेक अत्याधुनिक कम कनेक्टिविटी वाली सुविधाएँ भी होती हैं।

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    आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारे इस Blog पर और आज हम सीखने वाले हैं Smartphone के बारे में जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है, अगर आप कंप्यूटर सीखना चाहते हैं. क्योंकि मोबाइल फोन में जो Software Install किया जाता है वह Computer or Laptop की मदद से ही किया जाता है, बिना इसकी कोई जानकारी आप स्मार्ट फोन पर Software को Install नहीं कर सकते हैं.

    आज के इस Article में आपको बहुत ही आसान भाषा में  Smartphone के बारे में जानने को मिलेगा और कैसे काम करते हैं आपको सभी जानकारी आज पढ़ने को मिलेगी.

    Smartphone क्या है और यह कैसे काम करता है?

    टैबलेट– टैबलेट एक प्रकार का छोटा कम्प्यूटर होता है। इस उपकरण में उपभोक्ता टच स्क्रीन या फिर स्टाइलस द्वारा कम्प्यूटर को संचालित करता है। इसके साथ-साथ इसमें ऑनस्क्रीन आभासी की-बोर्ड होता है जोकि आवश्यकता पड़ने पर स्क्रीन पर दिखाई देता है। टैबलेट आकर में स्मार्टफोन से बड़े होने के कारण ही इसे अलग वर्ग में रखा गया है।

    (1) मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम- (Mobile Operating System)

    इसे Mobile ओ.एस. भी कहते हैं। यह एक DATA एवं Program का सेट होता है क्योंकि Smartphone, Tablet या अन्य Mobile उपकरणों को नियंत्रित करता है। यह मोबाइल के Hardware तथा Application Software को नियंत्रित करके मोबाइल उपकरण की क्षमता को बढ़ाता है।

    कुछ प्रचलित ऑपरेटिंग सिस्टम निम्नलिखित हैं

    • एंड्राइड (गूगल) (Android Google)
    • आई.ओ.एस. (एप्पल) (iOS Apple)
    • विंडोज (माइक्रोसॉफ्ट) (Windows Microsoft)
    • ब्लैकबेरी (आर.आई.एम) (BlackBerry IIM)

    (2) एप्प- (App)

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    App अथवा Application एक सरल, छोटा एवं किसी विशिष्ट कार्य को करने वाला Software होता है। हर छोटे-से-छोटे कार्य को करने के लिए एक एप्प होता है। Chating के लिए, Games खेलने के लिए, पुस्तक पढ़ने के लिए, गाना चुनने के लिए हर किसी कार्य के लिए एप्प उपलब्ध है।

    (3) इंटरनेट कनेक्शन- (Internet Connection)

    आज के युग में Tablet और Smartphone उपकरणों में (3G/4G अथवा WIFI-जैसी तकनीकों द्वारा) Internet Signal प्राप्त करने की सुविधा होना अनिवार्य है। परन्तु इंटरनेट एक्सेस की सुविधा मुफ्त नहीं होती।

    (4) QWERTY की-बोर्ड-

    Smartphone अथवा Tablet में टाइप करते समय उपभोक्ता को अलग सा महसूस न हो इसलिए इन उपकरणों में भी एक साधारण Keyboard के समान Qwerty की-बोर्ड दिया जाता है जिसमें ‘की’ एक पूर्व निर्धारित रूप से लगी होती हैं। या तो वह की-बोर्ड टच स्क्रीन पर प्रकाशित होता है या फिर फोन के नम्बर वाले बटनों पर ही दिखाई देता है।


    Smartphone और Tablet के मुख्य घटक

    smartphone features

    (1) टच स्क्रीन- (Touchscreen)

    Tablet या Smartphone पतले, वजन में हलके एवं कीमत में कम होते हैं, इसलिए इनमें Keyboard, TouchScreen पर ही प्रकाशित होते हैं। इन टच-स्क्रीनों की यह भी विशेषता होती है कि यह बहुरंगी तस्वीरों तथा H.D. गुणवत्ता वाले वीडियो को बहुत सुन्दरता से दिखाते हैं।

    (A) टच स्क्रीन के प्रकारMobile उपकरणों में मुख्य रूप से दो प्रकार की टच स्क्रीन तकनीकों का प्रयोग होता है- रेजिसटिव और कैपेसिटिव। – रेजिसटिव- इस प्रकार की स्क्रीन में कई परतें होती हैं। जब उपभोक्ता इसके किसी हिस्से को दबाता है तो प्रत्येक परत अपने नीचे वाली परत को ठीक उसी जगह पर दबाती है जिससे एक Electronic सर्किट पूरा होता है और उपकरण को यह पता चल जाता है कि स्क्रीन के कौन से हिस्से को छुआ गया है और उसे क्या कार्य करना है?

    कैपेसिटिव– इस प्रकार की स्क्रीन में उपभोक्ता के स्पर्श का पता लगाने के लिए एलेक्ट्रोड का प्रयोग होता है जो कि अपनी प्रवाहकीय गुणों की वजह से उपभोक्ता की उंगलियों के स्पर्श को पता लगा लेता है। कैपेसिटिव स्क्रीन रेजिसटिव स्क्रीन से बेहतर होती है, यह स्क्रीन पर एक ही समय में एक से अधिक जगह पर छुए जाने का भी पता लगा लेती है, टच के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होती है। इसी कारण कैपेसिटिव स्क्रीन-युक्त उपकरण महंगा भी होता है। आजकल लगभग सभी उपकरणों में कैपेसिटिव स्क्रीन पाई जाती है।

    (B) टच स्क्रीन के आकार- (Touchscreen Sizes)

    Tablet में मुख्य रूप से दो प्रकार के आकार वाली स्क्रीन का प्रयोग होता है-7 इंच एवं 10 टच। 7 इंच का टैबलेट 10 इंच वाले टैबलेट की तुलना में अधिक सुविधाजनक है मगर 10 इंच वाले Tablet में EBook पड़ना, Films देखना, Games खेलना, आदि अधिक मनोरंजनीय है।

    सारणी- मुख्य रूप से प्रयोग होने वाली स्क्रीनों के आकार टैबलेट ब्राण्ड स्क्रीन साइज स्मार्टफोन ब्राण्ड

    स्मार्टफोन में कई प्रकार की स्क्रीन के आकर का प्रयोग किया जाता है। यह 3 इंच से लेकर 6 इंच तक की हो सकती हैं। स्क्रीन के बड़े होने के कारण इसके लिए बड़ा प्रोसेसर एवं बड़ी बैटरी भी चाहिये जिसकी वजह से यह महंगा होता है और अधिक जगह घेरता है।

    (2) प्रोसेसर चिप- (Processor Chip)

    Processor एक प्रकार का Electronic Chip होता है जोकि मोबाइल उपकरण के अन्दर लगा होता है जैसे किसी Desktop Computer के CPU में लगा होता है। यह सैकड़ों गणनाएँ प्रत्येक मिनट करके सभी कार्य को पूरा करता है। प्रोसेसर की कार्यक्षमता दो गुणों पर निर्भर करती है-

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    प्रोसेसिंग की गति और प्रोसेसर को कितने कोर्स में विभाजित किया है ?

    एक से अधिक कोरं के होने से सैंकड़ों कार्यों को बाँटा जा सकता है जिससे कार्य और गतिमय हो जाता है। इस हिसाब से एक ड्यूल कोर प्रोसेसर सिंगल कोर प्रोसेसर से अच्छा होता है और क्वैड कोर प्रोसेसर ड्यूल कोर Processor से अच्छा होता है। परन्तु बैटरी भी जल्दी खर्च होती है।

    (3) बैटरी पॉवर- (Battery Power)

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    Tablet या Smartphone खरीदते समय हमें Battery की क्षमता का विशेष ध्यान रखना चाहिये। बैटरी की क्षमता उपकरण के भार तथा उसकी कार्यक्षमता पर निर्भर करती है, जैसे कि किसी बहुत पतले उपकरण वाली बैटरी में कम क्षमता और किसी बड़े एवं भारी उपकरण की बैटरी में अधिक क्षमता हो सकती है।

    अनेक वर्षों से निकिल-कैडियम बैटरियों का प्रयोग हो रहा है। निकिल-कैडमियम बैटरियों को केवल पूरी तरह से डिस्चार्ज होने के बाद ही चार्ज किया जा सकता है जबकि लिथियम-इओन बैटरियों को किसी भी समज चार्ज किया जा सकता है। लिथियम-इओन बैटरियाँ, निकिल-कैडमियम बैटरियों की तुलना में महंगी होती हैं।

    (4) आन्तरिक स्टोरेज- (Internal Storage)

    किसी भी उपकरण में आज के समय में कम से कम 2GB Internal Memory होनी चाहिए क्योंकि सभी App स्थापित होने के लिए जगह घेरती हैं।

    (5) रैम- (RAM)

    Desktop और Laptop के समान Mobile उपकरणों में भी RAM उपस्थित होती है। मोबाइल उपकरण मे कितनी एप्प और प्रोग्राम पर एक साथ पावेंगे ये रैम की कार्यक्षमता पर निर्भर करता है। रैम कम से कम 1GB की होनी चाहिए।

    (6) डिस्प्ले पैनेल- (Display Panel)

    Mobile उपकरण पर छपने वाली तस्वीर अथवा चित्र या Video की क्वालिटी (रंगों की तीव्रता, स्पष्टता, गहराई) Display Panel के गुणों पर निर्भर करती है। डिस्प्ले पैनल के दो मुख्य गुण हैं.

    Display Panel hindi

    (क) स्क्रीन की सघनता (Screen)– यह Screen की चौड़ाई और ऊँचाई में कितने पिक्सल हैं, जैसे800 x 600, 1386×768, 1280 x 800, 2048 x 1536 आदि। ज्यादा सघनता स बेहतर चित्र आते हैं.

    (ख) डिस्प्ले तकनीक (Display)- Display तकनीक डिस्प्ले पैनेल का दूसरा मुख्य घटक है। स्क्रीन पर डिस्प्ले होने वाली तस्वीर की quality इस बात पर भी निर्भर करती है कि वह LCD (क्वालिटी क्रिस्टल डिस्प्ले) या OLED (आर्गेनिक लाइट एमीटिंग डायोड) पर डिस्प्ले की जा रही है। LCD स्क्रीन सस्ती होती है परन्तु इसकी पिक्चर क्वालिटी OLED की तुलना में। अच्छी नहीं होती.

    (7) रिमूवेबल स्टोरेज- (Removal Storage)

    सिक्योर डिजिटल काई-2GB की Internal Memory उपभोक्ता की सारी आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ होती है, इसलिए अधिकांश उपकरणों में एक्सटर्नल मेमोरी (SD कार्ड) को लगाने के लिए ‘रिमूवेबल स्लॉट’ दिया जाता है। सामान्यतः पर SD Card की Memory 4GB से 32GB तक की हो सकती है.


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    यदि आप एक Smartphone का उपयोग करते हैं और आप इन Features के बारे में नहीं जानते हैं, तो कृपया Comment दें.

    आप हमारे Blog से Computer के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं एस Blog पर कंप्यूटर की सभी जानकारी के बारे में बताया जाता है वह भी बहुत आसान भाषा में धन्यवाद आपका इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए.

  • Personal Computer क्या है? और यह किस प्रकार काम करता है

    Personal Computer क्या है? और यह किस प्रकार काम करता है

    Personal Computer का वर्गीकरण- पर्सनल कम्प्यूटर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं- Desktop और पोर्टेबल।

    what is personal computer

    आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारे इस Blog पर और आज हम सीखने वाले हैं Personal Computer के  प्रकार के बारे में जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है, अगर आप Computer सीखना चाहते हैं.

    आज के इस Article में आपको बहुत ही आसान भाषा में  Personal Computer के बारे में जानने को मिलेगा और कैसे काम करते हैं आपको सभी जानकारी आज पढ़ने को मिलेगी.

    Personal Computer के प्रकार

    (1) डेस्क टॉप पी.सी.-

    अधिकतर विद्यालयों, घरों और व्यवसायों में उपयोग किये जाने वाले PC. डेस्क Desktop पी.सी. होते हैं। डेस्क टॉप पी.सी. के बाजार में उपलब्ध मॉडल हैं- IBM PC, IBM PS/2; Apple II Ile, IIc और Macintosh Line; Tandy 1000, 2000, 3000, 4000, Compaq Deskpro 286 और 386 Pentium, Pentium PII, Pentium PIII आदि। डेस्क टॉप पी.सी. को हम दो श्रेणियों में बाँट सकते हैं- सिंगल यूजर सिस्टम और मल्टी यूजर सिस्टम। सिंगल यूजर सिस्टम एक बार में एक व्यक्ति द्वारा उपयोग किये जाने वाला पी.सी. होता है.

    Desktop pc in hindi

    Multiuser System पी.सी. हैं, जिन्हें अनेक व्यक्ति एक बार में काम ले सकते हैं, ऐसे पी.सी. नेटवर्क पर लगाये जाते हैं। प्रत्येक व्यक्ति अलग-अलग Computer पर कार्य करता है। लेकिन ये सभी कम्प्यूटर परस्पर जुड़े रहते हैं.

    (2) पोर्टेबल पी.सी.-

    इसके अन्तर्गत वैसे PCs आते हैं जो सुविधाजनक तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान तक स्थानांतरित किये जा सकते हैं। मुख्यतः दो प्रकार के Portable पी.सी. होते हैं जो निम्नलिखित हैं

    (i) लैप टॉप पी.सी.-

    Laptop pc hindi

    ऐसे PC. जिनका वजन लगभग 1 से 4 किलोग्राम के बीच होता है और एक व्यक्ति इन्हें अपनी गोद में रखकर इन पर कार्य कर सकता है, Laptop पी.सी. कहलाते हैं। इनकी संरचना इतनी सरल होती है कि वे ब्रीफकेस की तरह एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाये तथा ले जाए जा सकते हैं.

    इनकी Screen चपटी होती है, Keyboard में बटन छोटे होते हैं अतः यह जगह कम घेरते हैं. इन्हें बैटरी से चलाया जा सकता है इसलिए Laptop PC यात्रा के समय रेलगाड़ी में बैठकर, शेयर बाजार में या अन्य स्थान पर उपयोग किया जा सकते है.

    (ii) पाम टॉप पी.सी.-

    पाम टॉप पी.सी.

    हथेली के आकार के पी.सी. को पाम टॉप पी.सी. कहते हैं। यह छोटा-सा पी.सी. एक व्यक्ति की शर्ट या पैंट की जेब में रखा जा सकता है। आजकल सेल्यूलर Phone में पी.सी. को समाहित करके इसका उपयोग बहुआयामी कर दिया गया है। यह पाम टॉप पी.सी. Electronic डायरी के रूप में हमें विभिन्न सूचनायें एकत्रित करके देता है, जैसेविभिन्न शहरों के मानचित्र, शेयर बाजार की वर्तमान स्थिति, Telephone डायरेक्ट्री, विभिन्न टैक्सों की सारणी. होटलों के पते आदि। इस पी.सी. में calculator के समान छोटे बटनों वाला की-बोर्ड होता है, एक छोटी सी स्क्रीन होती है और इसे बैटरी से चलाया जाता है.

    (3) PC (Personal Computer)-

    प्रारम्भ में विकसित किये गये पी.सी. में Intel पनी द्वारा आविष्कृत Microprocess INTEL 8086 लगा हुआ था। यह 8 bit प्रोसेसर था जो IBM-PC के मापदण्ड को पूरा करता था।

    इस माइक्रोप्रोसेसर का आन्तरिक कार्य DATA Memory एड्रेस तथा निर्देश-बिन्दुओं को स्टोर यानी संग्रहीत करना है। इस माइको में यह सविधा प्रदान करने के लिये यानी डाटा हस्तांतरण व DATA प्रोसेसिंग के लिये रजिस्टर लगे थे। इसकी संचय-क्षमता 128 से 640 KB तक थी तथा इसके पार ड्राइवों की संख्या 1 या 2 थी।

    इस प्रकार के Computer में Hard Disk नहीं होती थी तथा गणना गति 8 मेगाहर्टज थी। इसकी मेमोरी 1MB तक होती थी। डाटा बेस का आकार 8 बिट तथा इन्ड्रेस बस का आकार 20बिट होता था।

    (4) PC-XT-

    PC-XT

    इसमे 8088 नामक माइक्रोप्रोसेसर लगा हुआ था। इस प्रकार Computer की संचय-क्षमता 640KB थी तथा माइक्रोप्रोसेसर 8 बिट का था। इसमें Floppy ड्राइवों की संख्या 1 या 2 तक थी। लेकिन इस प्रकार के कम्प्यूटरों में Hard Disk होती थी. तथा गणना गति 10-12 मेगाह में होती थी। इसकी Memory 1MB तक होती थी तथा इसमें DATABASE का आकार 8 बिट तथा एड्रेस बेस का आकार 20 बिट होता था।

    (5) PC-AT-

    PC-AT hindi

    इस प्रकार के Computer में 80286 नामक माइक्रोप्रोसेसर लगा हुआ था। इसमें कुछ अतिरिक्त गुण थे जिनमें एक था- Program प्रोसेसिंग की गति तेज होना। इसकी गति 8086 की अपेक्षा अधिक थी। इस प्रकार के Computer की संग्रह-क्षमता 1MB से 2MB तक थी। इसमें Floppy ड्राइवों की संख्या 1 या 2 थी। इस प्रकार के Computer में Hard Disk होती थी तथा इसकी गणना गति 16-20 मेगाहर्ज होती थी। इसकी अधिकतम मेमोरी 16MB तक होती है तथा इसमें Database बेस का आकार 16 बिट तथा एड्रेस बेस का आकार 24 बिट तक होता है.

    PCMemory capacityMicroprocessor Floppy drivesHard DiskClock Speed.
    PC
    PCXT
    PCAT
    128 to 640KB
    640KB
    1MB to 2 MB
    8086
    8088
    80386
    80386
    80486
    1 Or 2
    1 Or 2
    1 Or 2
    1 Or 2
    1 Or 2
    NO
    YES
    YES
    YES
    YES
    YES
    8Mz
    10-12 MHz
    16-12MHz
    33-40MHz
    40-133MHz

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    हम आशा करते हैं कि आपको यह Article पढ़ के मजा आया होगा इस आर्टिकल में हमने Personal Computer (Types of Computer) के बारे में आपको जानकारी दी है, अगर आपको लगता है कि कोई जानकारी हमसे छूट गई हो तो कृपया कर उसे Comment में हमसे साझा करें.

    अगर आपको यह Article Helpful रखता है तो आप इस आर्टिकल को अपने मित्रों के साथ और घर के सदस्यों के साथ Share कर सकते हैं और उन्हें भी कंप्यूटर की जानकारी दे सकते हैं.

    आप हमारे Blog से Computer के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं एस Blog पर कंप्यूटर की सभी जानकारी के बारे में बताया जाता है वह भी बहुत आसान भाषा में धन्यवाद आपका इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए

  • Kya Kinemaster Jio Phone me work Karta he?

    Kya Kinemaster Jio Phone me work Karta he?

    तो मित्रों आज का यह प्रश्न बहुत ही ज्यादा अच्छा है, क्योंकि हजारों लोग इस प्रश्न का उत्तर जानना चाहते हैं कि क्या हम Kinemaster जैसे वीडियो एडिटर को जिओ फोन पर यूज कर पाएंगे तो आज हम इसका आंसर देंगे तो पढ़ते रहिए हमारे Article को और जानकारी प्राप्त करिए.

    सबसे पहले आपको यह जान लेना बहुत ही ज्यादा आवश्यक है कि Kinemaster किस तरह का वीडियो एडिटर है.

    तो मित्रों Kinemaster कोई साधारण वीडियो एडिटर नहीं है, यह एक प्रोफेशनल मोबाइल फोन वीडियो एडिटर है जो कि केबल एंड्रॉयड फोन और एप्पल मोबाइल फोन के लिए ही कंपनी ने Release किया है, यहां तक कि अभी तक यह एप्लीकेशन हमारे कंप्यूटर के लिए भी Developed नहीं है.

    Jio Phone Specification

    Price In India₹ 1,500
    PerformanceSpreadtrum SC9820A
    Storage4 GB
    Camera2 MP
    Battery2000 mAh
    Display2.4″ (6.1 cm)
    Ram512 MB
    Launch Date In IndiaOctober 1, 2017 (Official)
    Front Camera0.3 MP
    Battery2000 mAh
    ProcessorSpreadtrum SC9820A
    Display2.4 inches
    Ram512 MB
    Rear Camera2 MP
    ChipsetSpreadtrum SC9820A
    GraphicsMali-400
    ProcessorDual core, 1 GHz, Cortex A7
    Ram512 MB

    Kya Kinemaster Jio Phone me work karta he?

    No. Kinemaster को आप आपके Jio Phone पर यूज नहीं कर पाएंगे.

    तो मित्रों जैसे कि आप जानते ही होंगे कि हमारा जो जियो फोन है वह एक फीचर फोन की तरह है, लेकिन इसमें काफी ज्यादा स्मार्ट फोन के एप्लीकेशन काम कर जाती हैं इसका यह मतलब नहीं है कि Kinemaster जैसी प्रोफेशनल एप्लीकेशन भी काम कर पाएंगे.

    Kinemaster एक बहुत ही बड़ी एप्लीकेशन है, जो कि केवल एंड्रॉयड और आईओएस मोबाइल फोन में ही चल सकती है, आप इस एप्लीकेशन को अपने जियो फोन में कभी भी नहीं चला पाएंगे क्योंकि यह एप्लीकेशन जिओ फोन के लिए बनी ही नहीं है, साथ ही साथ इस टाइप की प्रोफेशनल एप्लीकेशन जिओ फोन जैसे मोबाइल फोन में कभी चल भी नहीं सकते क्योंकि इनकी Ram और Processor ज्यादा पावरफुल नहीं होता है.

    अगर आपको यह वीडियो एडिटर से एडिटिंग करनी है तो हम आपको यही सलाह देंगे कि आप किसी एंड्रॉयड फोन में इस वीडियो एडिटर का इस्तेमाल करें क्योंकि यह एंड्रॉयड और आईफोन में बहुत ही अच्छी तरह से काम करता है और आपको वीडियो एडिटिंग करने में भी बहुत मजा आएगा.

    तुम मित्रों हम आपसे आशा करते हैं, कि आपकी यह प्रॉब्लम सॉल्व हो गई होगी कि किस तरह से जियो फोन में Kinemaster को यूज कर सकते हैं, और साथ ही साथ आपको यह उत्तर भी मिल गया होगा कि क्या यह काम कर पाएगा कि नहीं तो हम आपसे यही आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा तो हम मिलते हैं आपसे और आर्टिकल के साथ.

  • Kya BlueStacks Safe he download karna?

    Kya BlueStacks Safe he download karna?

    क्या आप खोज रहे हैं इंटरनेट के ऊपर BlueStacks के बारे में कि यह software सुरक्षित है कि नहीं इस्तेमाल करना, तो आप सही वेबसाइट पर आ चुके हैं हम आज बात करेंगे इस सॉफ्टवेयर के बारे में जो कि है एक Android Emulator.

    BlueStacks जैसे Android Emulator के बारे में कौन नहीं जानता है अगर आप एंड्राइड गेम्स को अपने कंप्यूटर लैपटॉप पर चलाते हैं तो आपको जरूर इस Android Emulator के बारे में पता होगा.

    यह बहुत ही ज्यादा पॉपुलर Software है, जो कि BlueStacks के नाम से जाना जाता है साथ ही साथ इसमें कुछ ऐसे दिलचस्प फीचर है जो कि हमारे यूजर्स को काफी पसंद आते हैं और इसे डाउनलोड करना बेहद पसंद करते हैं अपने कंप्यूटर और लैपटॉप पर.

    BlueStacks kya he or kese kam karta he?

    तो मित्रों अगर आपको यह नहीं पता है कि BlueStacks क्या है और यह कैसे काम करता है तो आज हम आपको बताएंगे की BlueStacks क्या है.

    BlueStacks एक एंड्राइड एम्युलेटर है जो कि Android Apps and Games को रन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है कंप्यूटर और लैपटॉप सिस्टम पर जैसे कि आप जानते ही होंगे कि आजकल गेमिंग का बहुत ही ज्यादा प्रचलन चल रहा है परंतु हर किसी के पास बहुत अच्छे कंप्यूटर और लैपटॉप नहीं होते हैं यही कारण गेमिंग कंपनी अच्छे गेम ज्यादातर मोबाइल फोन पर रिलीज करती है, परंतु कई Gamer आज चाहते हैं कि मोबाइल फोन की गेम्स, कंप्यूटर पर चला पाए और यह कार्य को हमारा BlueStacks सरल बनाता है.

    आप इस Android Emulator की हेल्प से से बड़े-बड़े गेम जैसे PUBG Mobile, Call Of Duty, को अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर खेल सकते हैं वह भी बिल्कुल मुफ्त में.

    Kya BlueStacks Safe he download karna?

    100% safe he.

    तो मित्रों यह एंड्रॉयड एम्युलेटर बिल्कुल ही सुरक्षित है इस्तेमाल करने के लिए आप इसे बेफिक्र होकर अपने कंप्यूटर पर डाउनलोड कर सकते हैं और अपने मनपसंद एंड्राइड एप्लीकेशन को रन कर सकते हैं.

    इस सॉफ्टवेयर में किसी भी प्रकार का वायरस नहीं पाया गया है इस सॉफ्टवेयर को बड़े-बड़े एंटीवायरस द्वारा स्कैन किया जा चुका है अगर आपको लगता है कि यह सॉफ्टवेयर वायरस फैलाता है तो आप अपने विंडोस के एंटीवायरस से इसकी जांच कर सकते हैं लेकिन हमारी रिसर्च के मुताबिक इस सॉफ्टवेयर में किसी भी प्रकार का वायरस नहीं पाया गया है.

    BlueStacks System Requirements

    अगर आपको इस Emulator सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर पर चलाना है तो आपको नीचे दिए हुए कुछ सिस्टम रिक्वायरमेंट को चेक करना होगा.

    • OS: Microsoft Windows 7 and above.
    • Processor: Intel or AMD Processor.
    • RAM: Your PC must have at least 2GB of RAM. ( Note that having 2GB or more disk space is not a substitute for RAM)
    • HDD: 5GB Free Disk Space.
    • You must be an Administrator on your PC.
    • Up to date graphics drivers from Microsoft or the chipset vendor.

    तो मित्रों हम आपसे आशा करते हैं कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और BlueStacks के बारे में कुछ नया सीखने को मिला होगा अगर आपको यह लगता है कि हमसे किसी भी प्रकार की कोई इनफॉरमेशन छूट गई है तो कृपया कर आप उसे हमें कमेंट के जरिए सूचना प्रदान कर सकते हैं.

    इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद